अंबिकापुर में ‘ऑपरेशन विश्वास’ का असर: ऑनलाईन धोखाधड़ी के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, फर्जी एप्प से करते थे ठगी
Ambikapur News:
अंबिकापुर। सरगुजा पुलिस द्वारा ‘‘ऑपरेशन विश्वास’’ के तहत् प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी तेजी से की जा रही है। पुलिस की सख्त कार्यवाही से आपराधिक गतिविधियों पर रोकथाम लगाई जा सकेगी। इसी क्रम में थाना कोतवाली पुलिस द्वारा ऑनलाईन धोखाधड़ी के मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी गई है।
दरअसल, 19 फरवरी को पीड़ित गुरभेज सिंह छाबड़ा 45 वर्ष निवासी गुरूद्वारा वार्ड रिपोर्ट दर्ज कराया कि 15 दिसम्बर 2023 को उसके इंस्टाग्राम में एक ट्रेडिंग ग्रुप गोल्डन सच्स एक्वॉलिटी एसेस्ट मैनेजमेण्ट ग्रुप 356 में ज्वाईंन किया गया था। ग्रुप में आरोपियों द्वारा पीड़ित को प्रलोभन देकर फर्जी ट्रेडिंग एप्प के बारे में अवगत कराया और जीएसआईएन ट्रेडिंग फर्जी एप्प को डाउनलोड कराया। आरोपियों द्वारा पीड़ित को प्रलोभन देकर फर्जी एप्प के कस्टमर सर्विस सेण्टर द्वारा अलग-अलग बैंक के खाता नम्बर देकर कुल ठगी राशि 735000 रूपये मंगाया गया। घटना क्रम में पहले तो 10 से 23 जनवरी तक आरोपियों द्वारा पीड़ित को प्रलोभन के नाम पर 10,049 रूपये आहरित करने दिया। लेकिन उसके बाद 7 फरवरी से 17 फरवरी तक पीड़ित द्वारा राशि आहरित करने प्रयास किया गया, तो उस फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा स्वीकृति नहीं दी गई।
15 फरवरी को संबंधित व्हॉट्सअप ग्रुप से भी आरोपियों द्वारा पीड़ित को पृथक कर दिया गया। इस प्रकार घटना क्रम में आरोपियों द्वारा पीड़ित को प्रलोभन देकर अलग-अलग बैंकों के खाते में कुल 735000 रूपये की ऑनलाईन धोखाधड़ी की गई है। पीड़ित की शिकायत पर धारा 420 भादसं एवं 66(डी) आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
मामले में आरोपियों को तलाश करते हुए नागपुर (महाराष्ट्र) से स्वप्निल चिचगरे उम्र 25 वर्ष, राहुल सरोज उम्र 25 वर्ष (3) प्रचीत कुमार येंडे उम्र 33 वर्ष दोनों नागपुर महाराष्ट्र के रहने वाले है। सायबर सेल टीम और थाना कोतवाली की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास के बाद घेराबंदी कर पकड़ने में सफलता हासिल हुई है। जिनके विरूद्व वैधानिक/गिरफ्तारी कार्रवाई कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
इस कार्रवाई में सायबर सेल से निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, प्रधान सुधीर सिंह थाना कोतवाली प्रधान आरक्षक अजय पाण्डेय आरक्षक दीनदयाल सिंह, शिव राजवाडे़ इत्यादि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।