Begin typing your search above and press return to search.

ACB Raid in CG: छापा ब्रेकिंग: राजस्व अफसरों ने RI प्रमोशन में किया जमकर खेला, पढ़िए जांच रिपोर्ट में क्या कुछ है

ACB Raid in CG: पटवारी से आरआई प्रमोशन में जमकर खेला किया है। NPG.NEWS ने घोटाले का पर्दाफाश किया। इसके बाद राज्य सरकार ने एसीबी से जांच का आदेश जारी किया है। पटवारी से आरआई के प्रमोशन में राजस्व अधिकारियों ने गड़बड़ी को कैसे अंजाम दिया, पढ़िए जांच रिपोर्ट में क्या है।

ACB Raid in CG: छापा ब्रेकिंग: राजस्व अफसरों ने RI प्रमोशन में किया जमकर खेला, पढ़िए जांच रिपोर्ट में क्या कुछ है
X
By Radhakishan Sharma

ACB Raid in CG: रायपुर। पटवारी से आरआई प्रमोशन में जमकर खेला किया है। NPG.NEWS ने घोटाले का पर्दाफाश किया। इसके बाद राज्य सरकार ने एसीबी से जांच का आदेश जारी किया है। पटवारी से आरआई के प्रमोशन में राजस्व अधिकारियों ने गड़बड़ी को कैसे अंजाम दिया, पढ़िए जांच रिपोर्ट में क्या है।

राजस्व विभाग ने परीक्षा से पहले पटवारियों को एक जगह बिठाकर उनसे प्रश्नपत्र साल्व कराया गया। आरोप है कि राजस्व विभाग के अफसरों ने 10-10 लाख लेकर पटवारियों को रेवेन्यू इंस्पेक्टर बना दिया। सबसे गंभीर अरोप यह है कि परीक्षा से पहले पेपर लीक किया गया और जिन लोगों से पैसा लिया गया था, उन्हें एक जगह बिठाकर पेपर हल कराया गया।

दूसरा, पेपर जानबूझकर आउट ऑफ कोर्स पूछा गया ताकि बाकी पटवारी उसे हल नहीं कर सकें। यही नहीं एक ही रौल नंबर-दो, तीन-तीन पटवारियों को आबंटित कर दिया गया।

कमिश्नर लैंड रिकार्ड आफिस ने इस परीक्षा को आरगेनाइज किया था। अफसरों ने परीक्षार्थियों से उत्तरपुस्तिका में मोबाइल नंबर लिखवा लिया। मोबाइल नंबर लिखवाने का उद्देश्य यह था कि परीक्षा बाद पटवारियों से संपर्क कर पास करने के लिए डील की जा सके। देश में ऐसा कोई भी परीक्षा नहीं होती, जिसमें आंसर शीट पर मोबाइल नंबर लिखा जाता हो। अगर परीक्षार्थी की पहचान उजागर हो गई तो फिर परीक्षा की गोपनीयता का मतलब क्या रहा।

जांच का आदेश

आरआई चयन परीक्षा में पटवारियों से पैसे लेकर पास करके रेवेन्यू इंस्पेक्टर बनाने की उच्च स्तर तक शिकायतें हुई। विष्णुदेव सरकार ने इस घोटाले की जांच का आदेश दिया। सचिव स्तर के आईएएस केडी कुंजाम की अध्यक्षता में सरकार ने जांच कमिटी बनाई।

फिर से परीक्षा आयोजित करने सिफारिश

जांच कमेटी ने आरआई चयन परीक्षा में कई सारी खामियों की तरफ इशारा करते हुए फिर से परीक्षा आयोजित करने का सुझाव दिया था। कमेटी ने परीक्षा पूर्व एक ही जगह पर सभी उतीर्ण पटवारियों को एक जगह इकठ्ठा कर पेपर साल्व कराने के आरोप को गंभीर माना था। तथा इसकी साइबर सेल से जांच कराने की अनुशंसा की थी।

राजस्व विभाग की झूठ की कलई

राजस्व विभाग की झूठ की कलई खुल गई। राजस्व विभाग के जनसूचना अधिकारी ने 29 जनवरी 2025 को कहा था, जांच प्रक्रियाधीन है, और एनपीजी को प्राप्त जांच रिपोर्ट 29 नवंबर 2024 को सरकार को सौंपी जा चुकी थी। जांच में यह शिकायत सही पाई गई है कि पति-पत्नी, साली, सगे भाइयों समेत 22 परिजनों को एक साथ बिठाया गया। एक आईएएस का भतीजा बिना पांच साल की सर्विस किए पटवारी से आरआई बन गया।

9 पेज की जांच रिपोर्ट में यह सब

  • भागवत कश्यप, प्रदेश अध्यक्ष, राजस्व पटवारी संघ छत्तीसढ़, रायपुर द्वारा के. डी. कुंजाम विशेष सचिव छत्तीसगढ़ शासन, खाद्य. ना. आ. एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्रालय नवा रायपुर को संबोधित पत्र में 1. छ.ग. शासन राजस्व आपदा एवं प्रबंधन विभाग के आदेश क. एफ 3-01/2024/सात-3 नवा रायपुर अटल नगर 23 अगस्त 2024, 2. खाद्य. ना. आ. एवं उपभेक्ता संरक्षण विभाग मंत्रालय नवा रायपुर के पत्र क. 03/वि.स. खाद्य / 2024 नवा रायपुर दिनांक 17/09/2024 एवं 20 सितंबर 2024 के मौखिक निर्देश तथा 3. कार्यालय आयुक्त भू अभिलेख छत्तीसगढ़, नवा रायपुर अटल नगर इन्द्रवती भवन, प्रथम तल ब्लाक-2 के पत्र कमांक 5354/आ.भू. अ./ प्रशिक्षण/2023 अटल नगर, 25 सितंबर 2023 का उल्लेख करते हुए राजस्व निरीक्षक विभागीय परीक्षा 2024 की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने का अनुरोध किया गया है।
  • संदर्भित पत्रों का उल्लेख करते हुए लेख किया गया है कि कार्यालय आयुक्त भू अभिलेख छत्तीसगढ़, नवा रायपुर अटल नगर इन्द्रवती भवन, प्रथम तल ब्लाक-2 के पत्र कमांक 5354/आ.न. अ./प्रशिक्षण/2023 अटल नगर, 25 सितंबर 2023 को राजस्व निरीक्षक प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किये जाने के संबंध में छत्तीसगढ़ भू अभिलेख भाग 1 अध्याय 1 में निहित प्रावधान के अनुसार नियम एवं भर्ती सहित ज्ञापन जारी किया गया जिसके संबंध में विभागीय परीक्षा में अनियमितता के संबंध में बिन्दुवार जानकारी प्रस्तुत किया गया है।
  • संदर्भ क्रमांक 3 के अनुसार कंडिका 1 से 4 तक में लिखित नियम भर्ती एवं निर्देश के तहत विधिवत आवेदन पत्र प्रस्तुत उपरांत परीक्षा का आयोजन के संबंध में ज्ञापन जारी किया गया। ज्ञापन में कुल रिक्त पद एवं आरक्षण के स्वरूप का उल्लेख नहीं किया गया था। ज्ञात हो कि चूंकि यह पदोन्नति न होकर विभागीय परीक्षा के माध्यम से पटवारी से राजस्व निरीक्षकों की भर्ती के लिये आयोजित की गई थी अतः इसमें कुल रिक्त पद एवं आरक्षण के स्वरूप का उल्लेख करना आवश्यक था।
  • राजस्व निरीक्षक प्रारंभिक परीक्षा के संबंध में पाठ्यक्रम 2 बार जारी किया गया जिसमें भुइयां साफ्‌टवेयर का उल्लेख नहीं है उसके बावजूद प्रश्न पत्र में भुइयां साफ्टवेयर से संबंधित 7 प्रश्न पूछा गया।
  • राजस्व निरीक्षक प्रारंभिक परीक्षा हेतु प्रवेश पत्र जारी किया गया जिसमें विशेष निर्देश जारी किया गया हैं जिसका पालन नहीं किया गया है। ज्ञात हो कि विशेष निर्देश अनुसार ओ. एम. आर. शीट में निर्धारित स्थान के अतिरिक्त कहीं भी किसी भी प्रकार का चिन्ह, नाम, रोल नम्बर अंकित न करें उसके बावजूद ओ.एम.आर. शीट में परीक्षार्थी का मोबाईल नम्बर दर्ज करने हेतु कॉलम बनाया गया था जबकि मोबाईल नंबर निजी होता है उसके बावजूद मोबाईल नम्बर मांगा जाना कहीं न कहीं परीक्षा की गोपनीयता भंग करता है।
  • परीक्षार्थी को ओएमआर शीट में चाही गई जानकारी को भरना होता है जिसकी जांच केन्द्र में कार्यरत जांचकर्ता द्वारा शीट की जानकारी को जांच कर शीट में हस्ताक्षर करना होता है। रोल नंबर 240921 हर्षवर्धन मोटघरे को जारी हुआ था जिसका परीक्षा उपरांत चयन किया गया था मगर बाद में उसका नाम सूची से हटा दिया गया तथा उसकी जगह रोल नंबर 241921 पवन कुमार नेताम का नाम मैन्युवल चयन सूची में जोड़ा गया जो कि जांच का विषय है। अगर इनमें से किसी के द्वारा भी ओएमआर शीट भरने में किसी भी प्रकार की त्रुटि की गई तो इसके लिये स्वयं जिम्मेदार होने के साथ साथ परीक्षा कक्ष में कार्यरत अधिकारी कर्मचारी भी दोषी हैं जिनके हस्ताक्षर संबंधित परीक्षार्थी के ओएमआर शीट में है। इसकी जांच कराया जाना नितांत आवश्यक है। ज्ञात हो कि कार्यालय आयुक्त भू अभिलेख छत्तीसगढ़ नवा रायपुर अटल नगर के आदेश कमांक 561/आ.भू.अ./ परीक्षा/2024 अटल नगर 05 सितंबर 2024 के द्वारा पवन नेताम पटवारी जिला कोण्डागांव रोल नं0 241921 को अपने ओ. एम. आर. शीट में रोल नंबर 241921 के मध्य में स्थित 1 के स्थान पर त्रुटिवश को गोला किया गया मानकर चयन किया गया जो विधि विरूद्ध है। अन्य अभ्यर्थियों का भी दावा है कि उनके द्वारा सभी प्रश्नों का सही उत्तर गोला किया था मगर कहीं कहीं त्रुटिवश ए की जगह बी या बी की जगह ए या सी या डी गोला हो गया। अतः ऐसे अभ्यर्थियों को भी इस प्रकार अवसर दिया जाना उचित प्रतीत होता है।
  • परीक्षा हेतु आंबटित रोल नंबर में आपसी रिश्तेदारों को आस पास बैठाने के उद्देश्य से रोल नंबर आबंटित किया गया है जैसे कि रोल नंबर 241797 एवं 241798 जो कि कमल किशोर तिवारी पिता उज्जैन तिवारी एवं निर्मल कुमार तिवारी पिता उज्जैन तिवारी दोनो जिला सरगुजा को आबंटित किया गया था जो कि आपस में भाई-भाई हैं। इसी प्रकार रोल नंबर 241975 एवं 241976 तुलेश्वर कश्यप पिता फागूराम कश्यप एवं मीनाराम कश्यप पिता फागूराम कश्यप जिला बस्तर को आबंटित किया गया था। रोल नंबर 241770 एव 241771 जितेन्द्र कुमार ध्रुव पिता उमेराम ध्रुव जिला बिलासपुर तथा निमेश कुमार ध्रुव पिता उमेराम ध्रुव जिला बेमेतरा को आबंटित्त किया था जो अलग अलग जिले से संबंधित हैं मगर आपस में भाई भाई हैं। इसी प्रकार रोल नंबर 240779 एवं 240780 कमशः हेमंत सिंह ध्रुव पिता दिलीप सिंह ध्रुव जिला बस्तर हरीश सिंह ध्रुव पिता दिलीप सिंह ध्रुव जिला धमतरी से संबंधित हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि उल्लेखित सभी को अनुचित लाभ बहुंचाने के उद्देश्य से इस प्रकार रोल नंबर आबंटित किया गया था।
  • परीक्षा उपरांत चयन सूची में भी कुछ विसंगति परीलक्षित हो रही है जिसमें आपसी रिश्तेदार का चयन होना भी विभागीय परीक्षा को संदेह के दायरे में लाता है। रोल नंबर 241770 एवं 241771 जितेन्द्र कुमार ध्रुव पिता उमेराम ध्रुव जिला बिलासपुर तथा निमेश कुमार ध्रुव पिता उमेराम ध्रुव जिला बेमेतरा आपस में भाई भाई हैं। रोल नंबर 241797 एवं 241798 जो कि कमल किशोर तिवारी पिता उज्जैन तिवारी एवं निर्मल कुमार तिवारी पिता उज्जैन तिवारी दोनो आपस में भाई भाई हैं। रोल नंबर 241377 तथा रोल नंबर 241370 क्रमशः जयप्रकाश जैन पिता रामेश्वर जैन तथा तपेश कुमार जैन पिता रामेश्वर जैन सगे भाई हैं जिनका प्राप्तांक भी 88 नंबर ही है। रोल नंबर 240319 धनंजय प्रसाद साहू पिता बलदाउ प्रसाद साहू, रोल नंबर 240061 रश्मिलता साहू पति धनंजय प्रसाद साहू तथा रोल नंबर 241785 मीनाक्षी साहू पिता टी.आर. साहू पति/पत्नी/साली है। रोल नंबर 242265 धनंजय सिंह पिता अमरजीत सिंह, रोल नंबर 242446 रिया दास पिता गोविन्द दास आपस में पति पत्नी हैं। इसका अवलोकन करने से परीक्षा में हुई धांधली के संदेह से इंकार नहीं किया जा सकता है।
  • रमेश कुमार नेताम, सुनील नाग, मंजुल घोडेश्वर, देवेन्द्र कुमार मरकाम, पूनमचंद देहारी सभी जिला कोण्डागांव द्वारा दिनाँक 29/01/2024 को राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ को राजस्व निरीक्षक प्रशिक्षण हेतु विभागीय चयन परीक्षा 2024 के प्रश्न पत्र लिक होने के मामले में संज्ञान एवं कार्यवाही करने बावत् निवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था जिसमें उन्होनें परीक्षा परिणाम घोषणा के पूर्व ही कुछ परीक्षार्थियों को चयन होने की आशंका व्यक्त की थी जिसमें रोल नंबर 241912 शिव कुमार पोयाम, रोल नंबर 241883 रवीन्द्र कुमार नेताम, रोल नंबर 242262 हरीशचंद्र राणा, का नाम संलग्न निवेदन पत्र में उल्लेखित है। उपरोक्त द्वारा प्रस्तुत निवेदन पत्र में उल्लेखित 5 जांच बिन्दुओं पर सूक्ष्मता से जांच करने की आवश्यकता है। ज्ञात हो कि राजस्व निरीक्षक प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 07 जनवरी 2024 को किया गया था तथा परिणाम 29 फरवरी 2024 को जारी किया गया था।
  • रोल नंबर 241439 अंकित शर्मा पिता राजकुमार शर्मा की सेवावधि 3 वर्ष न होने के बावजूद परीक्षा हेतु पात्र किया गया है और परिणाम उपरांत इनका चयन भी हुआ है।
  • रोल नंबर 240658 को जारी परीक्षा परिणाम में कमशः 26 एवं 24 अंक प्राप्त हुआ है जो कि संदेहास्पद है क्योंकि एक ही परीक्षार्थी को अलग अलग अंक कैसे प्रदाय किया जा सकता है।
  • सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व निरीक्षक विभागीय परीक्षा में खुलकर धांधली हुई है। अयोग्य को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से अधिकांश परीक्षार्थियों को परीक्षा से पूर्व ही प्रश्न पेपर आबंटित किया गया। परीक्षा से पूर्व संबंधितों को प्रश्न पेपर उपलब्ध कराकर साल्व कराकर निरंतर अभ्यास कराया गया। जिसकी पुष्टि संबंधितों के रहने के स्थान एवं तात्कालीन समय में मोबाईल लोकेशन लेकर की जा सकती है।
  • परीक्षा में दो प्रश्न सेट से 8, 18 सेट ठ से 33, 43, सेट ब् से 3, 43, एवं सेट क् से 43, 48 नंबर के प्रश्न में उत्तर ठ/ब् को माना गया हैं जबकि ओ.एम. आर शीट में इस तरह के उत्तर को आकलन नहीं किया जा सकता है।

इन राजस्व अफसरों की भूमिका संदिग्ध

  • आरआई पदोन्नति परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक में जहां तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सतीश उईके सहायक प्रोग्रामर आयुक्त भू०अभिलेख शाखा इन्द्रावती भवन रायपुर एंव हेमंत कौशिक सहायक अधीक्षक भूअभिलेख भूअभिलेख शाखा इन्द्रावती भवन रायपुर दोनों की मूख्य भूमिका है। रितेश चंदेल बिलासपुर, संभाग एवं सतीश उईके हेमंत कौशिक एच टोप्पों के द्वारा बस्तर एवं सरगुजा संभाग से राजस्य निरीक्षक नरेश मौर्य, धर्मेन्द्र दुबे, धरमदेव लकडा की भूमिका संदिग्ध हैं जिनके मोबाईल लोकेशन की जांच करने की आवश्यकता है।
  • 05 सितंबर 2024 को विभाग के द्वारा समस्त चयनित पटवारियों का दस्तावेज सत्यापन हेतु जिला कलेक्टरों को पत्र भेजा गया हैं जबकि शासन के दवारा परीक्षा धांधली को लेकर जाँच कराने की बात कही गई थी, उसके बाद भी प्रक्रिया अग्रेषित करना संदेहास्पद है, दोनों की मूख्य भूमिका है। तथा रितेश चंदेल बिलासपुर, संभाग एवं सतीश उईके हेमंत कौशिक एच टोप्पों के द्वारा बस्तर एवं सरगुजा संभाग से राजस्य निरीक्षक नरेश मौर्य, धर्मेन्द्र दुबे, धरमदेव लकडा की भूमिका संदिग्ध हैं जिनके मोबाईल लोकेशन की जांच करने की आवश्यकता है।
  • 05 सितंबर 2024 को विभाग के दवारा समस्त चयनित पटवारियों का दस्तावेज सत्यापन हेतु जिला कलेक्टरों को न भेजा गया हैं जबकि शासन के दवारा परीक्षा धांधली को लेकर जाँच कराने की बात कही गई थी, उसके बाद भी प्रक्रिया अग्रेषित करना संदेहास्पद है, बिना जांच कराए ही आगे की प्रक्रिया को बढ़ाया जाना न्यायोचित नहीं होगा।


जांच अधिकारी ने उठाए बड़ा सवाल

जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि महोदय, प्रदेश में विधानसभा का चुनाव पुरे सबाब पर था आचार संहिता लग चुकी थी प्रदेश के सारे पटवारी चुनाव की विभिन्न तैयारियों में दिन रात लगे हुए थे और इस विभागीय परीक्षा की तमाम प्रक्रियाएं अपनाई जा रही थी, वर्तमान राजस्व मंत्री जी 29 दिसम्बर को बने और उनको अँधेरे में रखते हुए महज 7 दिन के भीतर यह परीक्षा आयोजित कराई गई इतनी हड़बड़ी की आवश्यकता क्या थी? यह भी संदेह को जन्म देता है यह भी जांच का विषय है।

जांच रिपोर्ट में इस पर बड़ा फोकस

  • महोदय राजस्व निरीक्षक प्रशिक्षण परीक्षा 2024 के प्रश्न पत्र पर गौर डालने से पता चलता है कि 50 प्रश्न के नाम पर प्रत्येक प्रश्न में 2 प्रश्न शामिल किये गए थे, और प्रत्येक पृष्ठ सहित अंतिम पृष्ठ के प्रश्न के भी उत्तर का चयन पहले पेज को पलटने से मिलता था इस तरह 50 प्रश्नों के लिए 90 मिनट का निर्धारण करके उतने ही समय में अचानक 100 प्रश्न देना और उत्तर चयन के लिए हर बार पहले पेज को उलटने के लिए मजबूर किया गया था जो किसी भी परीक्षा प्रणाली के लिए सही नहीं है और यह भी संदेह को उत्पन्न करता है।
  • महोदय 90 मिनट में 100 प्रश्न को पढना फिर पहले पेज को उलटकर धार विकल्पों में से किसी एक का चयन करना फिर उसे ओएमआर पर पूरा गोला करना और उसमें किसी विभागीय परीक्षार्थी द्वारा 100 में 90 अंक ले आना असंभव कार्य है साथ संदेह उत्पन्न करने वाला बेहद गंभीर विषय है।
  • महोदय उक्त परीक्षा में संलग्न प्रत्येक अधिकारी कर्मचारी का पालीग्राम टेस्ट किया जाना चाहिए ताकि झूठ का पर्दाफास हो सके।
  • छत्तीसगढ़ राज्य गठन पश्चात पटवारी से राजस्व निरीक्षक विभागीय परीक्षा वर्ष 2016, 2017, एवं 2019 में आयोजित की गई थी जिसमें चयनित अभ्यर्थी का अधिकतम प्राप्तांक 80 एवं न्यूनतम 36 अंक था। मगर वर्ष 2024 में आयोजित परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों का अधिकतम अंक 90 एवं न्यनतम अंक 64 है। ज्ञात हो कि उक्त परीक्षा के 50 प्रश्नों में से कुल 18 प्रश्नों पर आपत्तियों दर्ज की गई थी जिसमें से 3 प्रश्नों को विलोपित भी किया गया उसके बावजूद किसी अभ्यर्थी द्वारा अधिकतम अंक 90 प्राप्त करना संदेहास्पद है। दस्तावेज संलग्न है।

इसके पहले छत्तीसगढ़ में यह कभी नहीं हुआ

जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि आज तक के छत्तीसगढ़ के इतिहास में 90 नंबर कभी किसी का विभागीय परीक्षा में नहीं आया है व कटऑफ नंबर भी 64 कभी नहीं आया है इससे पूर्व जो राजस्व निरीक्षक विभागीय परीक्षा हुआ उसमें कटऑफ नंबर 36-38 आया था, इस बार का विभागीय परीक्षा का पेपर विभाग के ही अधिकारी कर्मचारी के द्वारा मोटा रकम लेकर पटवारियों को बेचा गया है जिससे मेहनत करने वाले पटवारी अपने को ठगा हुआ महसुस कर रहे है अतः आपसे निवेदन है कि समस्त चयनित अभ्यर्थी व नामजद लोगों के परीक्षा के एक दो दिन पहले का कॉल डिटेल कॉल लोकशन, वाट्सअप ग्रुप, एवं मैसेज की जाँच करवाने से पूरा घोटाला खुल कर सामने आ जायेगा व नियमानुसार दोषी पाये जाने पर उनके ऊपर कार्यवाही किया जाये

शिकायत के संबंध मे राजस्व विभाग द्वारा उच्च स्तरीय जांच दल का गठन

  • प्रकरण में छ.ग. शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय के आदेश क्रमांक एफ 03-01/2024/सात-3 23 अगस्त 2024 द्वारा राजस्व निरीक्षक विभागीय परीक्षा-2024 में हुई अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच हेतु 05 सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है।
  • उक्त जांच समिति द्वारा जांच की विषयवस्तु के संबंध में आवश्यक जानकारी दस्तावेज एवं राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का तथ्य तथा प्राप्त शिकायतों में उल्लेखित शिकायतकर्ता भागवत कश्यप, आनंद कुमार कश्यप तथा शिकायत में उल्लेखित अधिकारी हेमंत कौशिक उपायुक्त, को पत्र प्रेषित कर आवश्यक जानकारी प्राप्त किया गया। समिति द्वारा समस्त दस्तावेजों के परीक्षण एवं परिशीलन पश्चात् उक्त जांच के संबंध में निम्नानुसार जांच बिंद निर्धारित किया गया है।
Next Story