छत्तीसगढ़िया IAS वैभव श्रीवास्तव होंगे अब रायबरेली के नये डीएम…. फरवरी 2019 से पीलीभीत कलेक्टर की संभाल रहे थे कमान…. 2009 बैच के इस IAS बारे में

लखनऊ 16 अगस्त 2020। वैभव श्रीवास्तव अब रायबरेली के नये कलेक्टर होंगे। राज्य सरकार ने इस बाबत आज शाम आदेश जारी कर दिया है। वैभव श्रीवास्तव अभी पीलीभीत के जिलाधिकारी थे। तेज तर्रार IAS माने जाने वाले वैभव 2009 बैच के अफसर हैं।
IAS वैभव श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला के रहने वाले हैं। वैभव श्रीवास्तव को फरवरी 2019 में पीलीभीत का डीएम बनाया गया था। करीब डेढ़ साल तक पीलीभीत जिलाधिकारी की भूमिका निभाने के बाद अब उन्हें रायबरेली जैसे बड़े जिले की जिम्मेदारी दी गयी है।पीलीभीत कलेक्टर बनने से पहले वो लखनऊ में परिवहन विभाग में विशेष सचिव थे। वैभव श्रीवास्तव इससे पहले लखनऊ में मेडिकल हेल्थ डायरेक्टर भी रहे थे। इसके बाद वह जिला मऊ के डीएम 2015 में और वर्ष 2016 में डीएम अम्बेडकर नगर भी रहे।
बचपन से लक्ष्य के प्रति सकारात्मक वैभव शिक्षित और संभ्रांत परिवार से हैं। उनके पिता कृष्ण कुमार श्रीवास्तव पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड चीफ इंजीनियर, बड़े भाई अभिनव श्रीवास्तव SDO, बड़ी बहन श्वेता सिन्हा डायरेक्टर स्पोर्ट्स (छत्तीसगढ़) और पत्नी नेहा प्रकाश 2012 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वैभव की माँ मैथ्स से एमएससी डिग्री प्राप्त होम मेकर हैं।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 1 जुलाई 1981 को जन्मे वैभव का बचपन से ही मैथ्स से लगाव रहा । बोर्ड की परीक्षा में उन्हें मैथ्स में 100 में 100 फीसदी अंक आये। लेकिन मां और बड़ी बहन की प्रेरणा से उन्होंने सिविल सर्विसेज के लक्ष्य को पाने के लिए ह्यूमनिटी से ग्रेजुएशन किया। उन्होंने हिंदी से एमए में गोल्ड मेडल भी प्राप्त किया।
यूपीएससी में सफल होने से पहले वैभव मध्यप्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन में सफल हुए। वे मध्यप्रदेश में जिला जेल सुपरिंटेंडेंट, डीएसपी और आईआरटीएस भी रहे हैं। वैभव श्रीवास्तव 2009 बैच में आईएएस बने। 1 मई 2015 को वैभव श्रीवास्तव को मऊ का जिलाधिकारी बनाया गया, जहाँ सफलता पूर्वक पंचायत चुनाव करवाने की वजह से उन्हें सर्वश्रेष्ठ डीईओ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वर्ष 2016 में वैभव श्रीवास्तव अंबेडकरनगर का जिलाधिकारी बनाया गया। उन्होंने अंबेडकरनगर में सरकारी स्कूलों के खस्ता हालात और शिक्षकों की लापरवाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और सरकारी स्कूल में बेहतर पढ़ाई को सुनिश्चित करने के लिए शिक्षादूत नाम से एक मोबाइल एप्लिकेशन बेस कार्यक्रम शुरू किया। बतौर डीएम उन्होंने अंबेडकरनगर में निष्पक्ष विधानसभा चुनाव कराया और सर्वश्रेष्ठ डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर के पुरस्कार से नवाजे गये। बाद में वैभव श्रीवास्तव को गोरखपुर डेवल्पमेंट अथॉरिटी का वाइस चेयरमैन बनाकर भेजा गया।
फरवरी 2019 में वैभव श्रीवास्तव को पीलीभीत का जिलाधिकारी बनाया गया। वहाँ उनके द्वारा शुरू किये गये पराली प्रबंधन योजना को राज्य सरकार रोल मॉडल के तौर पर सभी जिलों में लागू करने का प्रयास कर रही है। दूरदर्शी वैभव श्रीवास्तव ने जिले में जल संचयन और जल स्तर को बढ़ावा देने के लिए मात्र एक साल के कार्यकाल में जिले में करीब 1800 तालाब का निर्माण, पुनरुद्धार कार्य करवाया, जिससे पीलीभीत का भूजल स्तर पिछले दस साल के पुराने स्तर पर आ गया।