नईदिल्ली 15 सितम्बर 2020। सीबीआइ ने पूर्व सांसद चौधरी लाल सिंह पर शिकंजा कसते हुए आज मंगलवार सुबह एक साथ जम्मू, कठुआ और राजबाग स्थित उनके आवास पर छापामारी की। सीबीआइ टीम भरी दल-बल के साथ सीधे पूर्व सांसद के घर पहुंची, इस बारे में उन्होंने जिला पुलिस को भी सूचित नहीं किया था। घर में प्रवेश करने के बाद जिला पुलिस को इस छापामारी के बारे में पता चला।
एक अधिकारी ने छापे की जानकारी देते हुए कहा, “सीबीआई की दो टीमों ने कठुआ शहर के वार्ड नंबर 2 और राजबाग में सुबह 7 बजे के आसपास चौधरी लाल सिंह के ठिकानों पर तलाशी शुरू की। टीमों का नेतृत्व वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं।’
अधिकारी ने बताया, “कठुआ शहर में एक इनोवा, एक अर्टिगा और एक अन्य वाहन में ये अधिकारी पहुंचे। तलाशी अभी भी जारी हैं। स्थानीय पुलिस छापेमारी में अभी तक शामिल नहीं हुई है।”
चौधरी लाल सिंह द्वारा चलाए जा रहे एक ट्रस्ट द्वारा भूमि कब्जाने और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए सीबीआई ने 25 जून को सीबीआई ने एक प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी। आपको बता दें कि लाल सिंह ने कठुआ के रसाना की 8 वर्षीय एक खानाबदोश लड़की के बलात्कार और हत्या के बाद भाजपा छोड़ दी थी।
वन भूमि की बिक्री और खरीद की अनुमति देने में कठुआ जिला के राजस्व और वन अधिकारियों द्वारा अवैध संतुष्टि और अवैध विचार के आरोपों की जांच के लिए कठुआ के आर बी एजुकेशनल ट्रस्ट और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ पीई दर्ज की गई है।
पीई के अनुसार, यह आरोप लगाया गया है कि इस तरह के झूठे प्रमाण पत्र जो कि जेके एग्रेरियन रिफॉर्म्स एक्ट के तहत छूट वाली श्रेणी में आते हैं, शैक्षिक ट्रस्ट द्वारा इसकी खरीद में इस्तेमाल किए गए थे।
प्रारंभिक जांच में कहा गया है कि इस तरह के कथित गैरकानूनी कामों का एक लाभार्थी ट्रस्ट, जम्मू और कश्मीर कृषि सुधार अधिनियम, 1976 के तहत निर्धारित सीमा के व्यापक उल्लंघन में जमीन के बड़े हिस्से के कब्जे में है।