महिलाओं को ये नाईजीरियन बनाता था अपना शिकार… रायपुर पुलिस ने दिल्ली से धरदबोचा… इसके कारनामे सुनकर आप भी हो जाएंगे हैरान…

रायपुर 7 अगस्त 2021। राजधानी पुलिस ने महिलाओं से ठगी करने वाले एक नाइजीरिया को गिरफ्तार किया है। आरोपी फेसबुक के माध्यम से महिलाओं से दोस्ती कर उन्हें अपना शिकार बनाता था। आरोपी को पुलिस ने दिल्ली से धरदबोचा है।
दरअसल मामला खमतराई थाना क्षेत्र का है। पीड़ित महिला द्वारा थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक, कुछ महीनों पहले ही उसके फेसबुक में डाॅ डेनियल डोनाल्ड नामक व्यक्ति का फ्रेंड रिक्वेस्ट आया था, जिसके बाद रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर महिला ने उस व्यक्ति के साथ फेसबुक के माध्यम से बातचीत शुरू की। दोनों में बातचीत के दौरान आरोपी ने महिला का नंबर लेकर उससे कहा कि वो एक डॉक्टर है और उसे कुछ महंगे गिफ्ट भेज रहा है, जिसे वो रिसीव कर लें। थोड़े दिन बाद पीड़िता के मोबाइल पर एक महिला का फोन आया जो खुद को दिल्ली एयरपोर्ट में कस्टम ऑफिसर बताकर उनके नाम से आया पार्सल छुड़ाने को कहा। सामने वाली महिला ने कहा कि पार्सल में कीमती ज्वेलरी और कैश है, जिसके क्लीयरेंस के बदले में कुछ नगदी देने होंगे। इसके बाद आरोपी ने अपने अलग-अलग बैंक एकाउंट में महिला से लगभग 24 लाख 96 हजार रुपये ऑनलाईन ट्रांजेक्शन जमा करवा लिये। जब महिला को पैसे देने के बाद भी पार्सल नहीं मिला और आरोपी डेनियल डोनल्ड को काल करने पर उसका मोबाइल स्विच ऑफ आया तो खुद को ठगा हुआ महसूस कर महिला ने इसकी शिकायत खमतराई थाने में दर्ज कराई।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुये एसएसपी अजय यादव ने एडिशनल एसपी लखन पटले और क्राइम एडिशनल एसपी अभिषेक माहेश्वरी को जांच के आदेश दिये गये। जांच के दौरन आरोपी के काॅल डिटेल, फेसबुक एकाउंट और बैंक डिटेल को खंगालना शुरू किया तो पता चला कि आरोपी बिंदापुर एक्सटेंशन थाना डाबरी द्वारिका नई दिल्ली में रहता है। आरोपी का लोकेशन मिलने के बाद सायबर सेल और पुलिस की संयुक्त टीम ने दिल्ली में कैंप कर आरोपी नाइजीरियन आउत्तरा 29 वर्ष को गिरफ्तार किया गया और रायपुर लाया गया। आरोपी के पास से पुलिस ने 23 नग मोबाइल, पांच लेपटॉप, ATM और पासपोर्ट जब्त किया है। आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
ऐसे देता था वारदात को अंजाम :- आरोपी द्वारा फर्जी फेस बुक आई डी बनाकर महिलाओं को फ्रेण्ड रिक्वेस्ट भेजकर उन्हें दोस्त बनाता था। फिर धीरे-धीरे महिलाओं का विश्वास व भरोसा जीतकर कई तरह के लुभावने लालच देकर अपने अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लेता था। आरोपी अपनी पहचान गोपनीय रखने के लिए एक अपराध के लिये उपयोग किये गये सिम व मोबाईल उस अपराध के बाद नष्ट कर देता था। साथ ही फेसबुक आई डी को भी डि-एक्टिवेट कर देता था। आरोपी के पास से जब्त सभी बैंक खाते जांच में फर्जी पाए गए है।