क्या लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे बृजमोहन अग्रवाल रचेंगे नया इतिहास...
रायपुर। 2024 के लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने से पहले ही भाजपा ने अपने 195 प्रत्याशियों की सूची जनता के सामने ला दिया है।इस सूची में छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटें शामिल हैं। विजय बघेल(दुर्ग) और पांडे छोड़कर सभी प्रत्याशी नये हैं। प्रत्याशी भले नये है लेकिन इस बात की गारंटी है कि सभी के सभी जीत के लिए ज्यादा आश्वस्त होंगे। रायपुर, छत्तीसगढ़ की राजधानी बाद में बनी लेकिन इससे पहले भी राजनीति के बिसात पर रायपुर की धमक बनी रही है। देश में रायपुर लोक सभा क्षेत्र विद्याचरण शुक्ल, पुरुषोत्तम लाल कौशिक और रमेश बैस के कारण चर्चित रही है। 1952 से लेकर 1971 तक रायपुर लोकसभा सीट कांग्रेस के कब्जे में रही लेकिन आपातकाल के दौर से रायपुर का चरित्र जो बदला फिर देखे तो 1981 से 1989 के काल को छोड़ दे तो रायपुर लोकसभा भाजपा की हो के रह गई है।1989- 1991 और उसके बाद 1996 से रमेश बेस रायपुर के प्रर्याय हो गए थे। रमेश बेस के बाद सुनील सोनी भी भाजपा के ही चेहरे रहे। 33 सालो में 31 साल भाजपा के होने का मतलब तीसरी पीढ़ी के आगमन का साल होना मान लिया जाता है।