बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मोकामा सीट से जेडीयू सीट से चुनाव लड़ रहे अनंत सिंह को हत्या के केस में जेल जाना पड़ा। अनंत सिंह पर प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी दुलार यादव की हत्या का आरोप लगा था। चुनाव के दौरान प्रत्याशी का मर्डर हो जाने से बिहार हिल गया था। मगर नीतीश सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए अनंत सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इससे विपक्ष को हमलावर होने का मौका नहीं मिल पाया। उधर, जेडीयू के भूमिहार ब्राम्हण नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मोकामा में जाकर कमान संभाल ली। उन्होंने यहां तक कहा था कि मोकामा विधानसभा का एक-एक आदमी अनंत सिंह मानकर काम करें। इसका नतीजा यह हुआ कि बिहार के भूमिहार ब्राम्हण वोटर जेडीयू और एनडीए के पक्ष में लामबंद हो गया। वरना, 2015 के विधानसभा चुनाव में भूमिहार ब्राम्हणों का एक बड़ा तबका एनडीए से नाराज था और राजद को वोट दिया था। मगर एनडीए ने इस बार चतुराई से सियासी गेम खेला। मोकामा के प्रत्याशी हत्याकांड ने भूमिहार ब्राम्हण वोटरों को एकजुट कर दिया। एनडीए को पता था कि यादवों वोटों का बड़ा हिस्सा राजद के पक्ष में जाता है। इसलिए, हत्याकांड में मुख्य आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किए जाने के बाद भी केंद्रीय मंत्री मोकामा में जाकर बैठ गए। उन्होंने वहां जमकर प्रचार किया।
Begin typing your search above and press return to search.
Next Story
