SIP VS Fixed Deposit: SIP से बेहतर है FD! क्या आपको भी लगता है ऐसा तो गलत फहमी में हैं आप, FD का रिटर्न भी हो सकता है जीरो
SIP VS Fixed Deposit: अगर आप भी अपने पैसे एफडी कराना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है। एफडी यानी फिक्स डिपॉजिट और ये उन लोगों के लिए ही ठीक है जो अपनी पूंजी को सुरक्षित करना चाहते हैं लेकिन आपको महंगाई के इस दौर में अपना पैसा बढ़ाना है तो आपके पास एसआईपी का बेहतर विकल्प है। आइए जानते हैं एफडी और एसआईपी में इन्वेस्ट करने से आपको क्या लाभ होगा।

SIP VS Fixed Deposit
SIP VS Fixed Deposit: अगर आप भी अपने पैसे एफडी कराना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है। एफडी यानी फिक्स डिपॉजिट और ये उन लोगों के लिए ही ठीक है जो अपनी पूंजी को सुरक्षित करना चाहते हैं लेकिन आपको महंगाई के इस दौर में अपना पैसा बढ़ाना है तो आपके पास एसआईपी का बेहतर विकल्प है। आइए जानते हैं एफडी और एसआईपी में इन्वेस्ट करने से आपको क्या लाभ होगा।
यदि आप एफडी को सुरक्षित मानकर लगभग 7 प्रतिशत रिटर्न पाने की सोच रहे हैं तो ऐसा नहीं है, क्योंकि अब महंगाई दर भी 7.5 प्रतिशत चल रही है। आप महंगाई दर से तुलना कर खुद समझ लिजिए कि आपको एफडी से कितना नुकसान होगा। वित्तीय विशेषज्ञ कहते हैं कि जब एफडी का रिटर्न महंगाई के बराबर हो तो आपको मिलने वाला रिटर्न भी जीरो होता है और उसमें आप टैक्स जोड़े तो आपका पैसा घटने भी लगता है।
गौरतलब है कि एफडी का ब्याज आपके टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्सेबल होता है और स्लैब 30 प्रतिशत है तो 7.5 प्रतिशत ब्याज का फायदा ही आपको नहीं मिलेगा यदि आप एसआईपी में निवेश करेंगे तो 1 लाख के प्रॉफिट में आपको कोई टैक्स देने की जरूरत नहीं होगी और उसके बाद सिर्फ आपको 10 प्रतिशत का टैक्स ही देना होगा।
उदाहरण के लिए जैसे आपने 5 साल के लिए 10 लाख रूपए का इन्वेस्ट किया। 7 प्रतिशत ब्याज की दर से आपको लगभग 4 लाख रूपए का ब्याज मिलता है और महंगाई दर भी इतनी ही रही तो 5 साल बाद भी आपका पैसा बढ़ेगा नहीं उसकी वैल्यू भी उतनी ही रहेगी। जैसे अगर साल 2025 में आज कोई चीज आपको 10 लाख रूपए में मिल रही है और 2030 में उसी वस्तु की कीमत 14 लाख हो जाए तो आपका पैसा तो बढ़ा ही नहीं.. ऐसे में आपको एसआईपी की ओर रूख करना चाहिए।
एसआईपी में कम निवेश में भी ज्यादा ग्रोथ संभव है। आप सिर्फ 500 रूपए हर महीने निवेश कर इसकी शुरूआत कर सकते हैं और अच्छे फंड ने साल में 10 से 12 प्रतिशत का रिटर्न भी दिया है।
.क्या रखें सावधानी?
हालांकि SIP में जोखिम कम होता है, लेकिन यह पूरी तरह बाजार पर निर्भर होता है। इसलिए निवेश करने से पहले लक्ष्य, अवधि और जोखिम क्षमता का आंकलन करना जरूरी है। निवेशक चाहें तो “टारगेट SIP” कैलकुलेटर की मदद से यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस लक्ष्य के लिए कितनी राशि निवेश करनी होगी। अगर आप रिटायरमेंट से पहले आर्थिक रूप से सुरक्षित रहना चाहते हैं तो SIP एक बेहतरीन विकल्प है। 4100 से 7100 जैसी छोटी रकम से भी आप करोड़ों का फंड बना सकते हैं, बस जरूरत है निवेश की शुरुआत करने की और धैर्य बनाए रखने की। SIP से न केवल रिटायरमेंट के लिए फंड तैयार किया जा सकता है, बल्कि घर खरीदने, बच्चों की पढ़ाई या अन्य दीर्घकालिक लक्ष्यों को भी पूरा किया जा सकता है।
डिस्क्लेमर- कृपया जिम्मेदारी से निवेश करें। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें। एनपीजी न्यूज आपको सामान्य जानकारी प्रदान कर रहा है।