Share Market Update Today: तीन बड़े झटकों ने हिलाया भारतीय शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट
Share Market Update Today: भारतीय शेयर बाजार में आज बड़ी गिरावट देखने को मिली। आज सेंसेक्स और निफ्टी दोनो ही लाल निशान खुले हैं और इस बड़ी गिरावट की तीन वजहे मानी जा रही है। TCS के उम्मीद से कमजोर तिमाही नतीजे, अमेरिका द्वारा कनाडा पर नया टैरिफ लगाने की घोषणा, और रूस पर संभावित प्रतिबंधों से बढ़ी तेल की कीमतें मार्केट की कमजोरी की वजह माने जा रहे हैं मार्केट के डाउन होने से शेयर मार्केट निवेशकों को बड़ा नुकसान हो रहा है।

Share Market Update Today
Share Market Update Today: भारतीय शेयर बाजार में आज बड़ी गिरावट देखने को मिली। आज सेंसेक्स और निफ्टी दोनो ही लाल निशान खुले हैं और इस बड़ी गिरावट की तीन वजहे मानी जा रही है। TCS के उम्मीद से कमजोर तिमाही नतीजे, अमेरिका द्वारा कनाडा पर नया टैरिफ लगाने की घोषणा, और रूस पर संभावित प्रतिबंधों से बढ़ी तेल की कीमतें मार्केट की कमजोरी की वजह माने जा रहे हैं मार्केट के डाउन होने से शेयर मार्केट निवेशकों को बड़ा नुकसान हो रहा है।
निवेशकों को बड़ा नुकसान-
आज सुबह 11:10 बजे बीएसई सेंसेक्स 675 अंकों की गिरावट के साथ 82,515 पर आ गया, जो 0.80% की गिरावट को दर्शाता है। वहीं निफ्टी भी 0.75% की गिरावट के साथ 25,165 अंक पर पहुंच गया। निफ्टी आईटी इंडेक्स में 1.6% की गिरावट आई, है। ऑटो और ऑयल एंड गैस सेक्टर भी 1% से अधिक लुढ़के। फाइनेंशियल इंडेक्स में भी 0.5% से ज्यादा की गिरावट रही। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी लगभग 1% की कमजोरी दर्ज की गई। शेयर मार्केट में गिरावट की तीन वजहें मानी जा रही है जिसकी वजह से बाजार प्रभावित हो रहा है।
1. TCS के कमजोर तिमाही के नतीजे-
TCS ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए, जो बाजार की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। कंपनी का शेयर 2.5% गिरकर 3,297 रुपये पर आ गया। भले ही नेट प्रॉफिट 6% बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये रहा, लेकिन कंपनी की आय में 3.1% की गिरावट ने निवेशकों को निराश किया। क्लाइंट्स द्वारा टेक खर्च में कटौती के कारण ब्रोकरेज हाउसों ने FY26 के अनुमान घटा दिए। इसका असर अन्य आईटी कंपनियों पर भी दिखा।
2. अमेरिका का नया टैरिफ प्लान-
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा से आयात होने वाले सामान पर 35 प्रतिशत टैक्स लगाने का ऐलान किया है। साथ ही, अन्य देशों जैसे जापान और दक्षिण कोरिया पर भी शुल्क बढ़ा दिए गए हैं। इससे व्यापार युद्ध की आशंका गहरा गई है और वैश्विक बाजारों में मंदी का माहौल बन गया। अमेरिकी Nasdaq और S&P 500 फ्यूचर्स में 0.4% तक की गिरावट देखी गई।
3. बढ़े कच्चे तेल का दाम-
ट्रंप की रूस पर संभावित प्रतिबंधों की घोषणा के संकेत से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई। ब्रेंट क्रूड 68.83 डॉलर और WTI क्रूड 66.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। सप्लाई कम होने की आशंका से तेल महंगा हो रहा है। ग्लोबल अनिश्चितताओं और घरेलू स्तर पर कमजोर कॉर्पोरेट नतीजों ने मिलकर बाजार को बड़ा झटका दिया है। आने वाले हफ्तों में भी निवेशकों को सतर्क रहना होगा क्योंकि ट्रेड वॉर और जियोपॉलिटिकल मुद्दे बाजार की दिशा तय कर सकते हैं।
अस्वीकरण- शेयर बाजार में निवेश करना वित्तीय जोखिमों के अधीन होता है कृपया जिम्मेदारी से निवेश करें। निवेश से पहले अपने वित्तीय विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। एनपीजी न्यूज आपको सामान्य जानकारी प्रदान कर रहा है।
