Share Market Today: ट्रंप की टैरिफ धमकी से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान पर खुले, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
Share Market Today: अमेरिका के टैरिफ लगाए जाने के बाद से बाजारों में लगातार उतार चढ़ाव का दौर जारी है और भारतीय बाजारों में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है। आज भी भारतीय स्टॉक मार्केट में गिरावट दर्ज की गई। मार्केट के दोनों ही प्रमुख सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स लाल निशान पर कारोबार करते नजर आ रहे हैं। सेंसेक्स ने आज 0.39 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की वहीं निफ्टी ने भी 0.17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की। सेंसेक्स आज 80,703.69 अंक पर और निफ्टी आज 24,704.55 अंक पर खुला।

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Share Market Today: अमेरिका के टैरिफ लगाए जाने के बाद से बाजारों में लगातार उतार चढ़ाव का दौर जारी है और भारतीय बाजारों में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है। आज भी भारतीय स्टॉक मार्केट में गिरावट दर्ज की गई। मार्केट के दोनों ही प्रमुख सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स लाल निशान पर कारोबार करते नजर आ रहे हैं। सेंसेक्स ने आज 0.39 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की वहीं निफ्टी ने भी 0.17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की। सेंसेक्स आज 80,703.69 अंक पर और निफ्टी आज 24,704.55 अंक पर खुला।
एशियाई बाजारों में सकारात्मक रूख-
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग, जापान का निक्केई और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी ने फायदे का कारोबार किया। अमेरिकी बाजार भी 4 अगस्त को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे।
मार्केट में गिरावट की वजह क्या-
मार्केट में गिरावट की वजह ये बताई जा रही है कि ट्रंप ने निती भी बताई जा रही है। दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को धमकी देते हुए कहा है कि यदि भारत रूस से तेल खरीदेगा तो अमेरिका को भारत पर ज्यादा टैरिफ लगाने की जरूरत पड़ेगी। ट्रंप ने भारत पर आरोप भी लगाया कि भारत भारी मात्रा में रूस से तेल खरीद रहा है और भारत में उसी तेल को ज्यादा मुनाफे पर बेचा जाता है।
इधर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि तेल आयात उस समय से किया जा रहा है। जब रूस और युक्रेन के बीच जंग की शुरूआत हुई थी। संघर्ष शुरू होने के बाद आपूर्ति यूरोप की ओर मोड़ दी गई थी और उस वक्त अमेरिका ने भारत द्वारा इस तरह के आयात को प्रोत्साहित किया गया था और अब भारत को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है।
क्या कहते है विशेषज्ञ-
विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत और अमेरिका के मध्य व्यापार को लेकर टकराव बढ़ जाता है तो इसका सीधा असर बाजार में भी दिख सकता है। इधर निवेशकों की नजर आरबीआई के फैसलों पर भी टिकी है क्योंकि आरबीआई के फैसले के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि ब्याज दर का प्रतिशत कितना है और इसी से मार्केट की स्थिति का भी अंदाज लगाया जा सकेगा।
डिस्क्लेमर- शेयर मार्केट में निवेश करना बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी प्रकार के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें। एनपीजी न्यूज सिर्फ आपको सामान्य जानकारी प्रदान कर रहा है। एनपीजी न्यूज आपको किसी भी प्रकार का सलाह नहीं देता। कृपया जिम्मेदारी से निवेश करें।
