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Share Market Today: भारत पर ट्रंप का टैरिफ अटैक, शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के, तेल से लेकर ट्रेड तक, बाजार में घबराहट की आंधी

Share Market Today: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय सामाग्रियों पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की बात कही है जिससे कुल टैरिफ बढ़कर 50 प्रतिशत तक हो गया है और भारत पर इतना अधिक टैरिफ लगाए जाने की बात पर ट्रंप ने कहा है कि भारत रूस से तेल खरीदता है इसलिए वे भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगा रहे हैं। जिसकी वजह से आज शेयर बाजार ने लाल निशान के साथ शुरूआत की।

Share Market Today: भारत पर ट्रंप का टैरिफ अटैक, शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के, तेल से लेकर ट्रेड तक, बाजार में घबराहट की आंधी
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By Supriya Pandey

Share Market Today: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय सामाग्रियों पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की बात कही है जिससे कुल टैरिफ बढ़कर 50 प्रतिशत तक हो गया है और भारत पर इतना अधिक टैरिफ लगाए जाने की बात पर ट्रंप ने कहा है कि भारत रूस से तेल खरीदता है इसलिए वे भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगा रहे हैं। जिसकी वजह से आज शेयर बाजार ने लाल निशान के साथ शुरूआत की। सेंसेक्स में आज 260 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स ने आज 80,300 के साथ ओपनिंग की। निफ्टी में भी 76 अंकों की गिरावट के साथ आज 24,500 अंको पर शुरूआत की। शेयर मार्केट में लगातार हो रही गिरावट की वजह सिर्फ ट्रंप का टैरिफ लगाना ही नहीं है बल्कि 5 और वजहें है जिसके बारें में हर निवेशक को जानना जरूरी है।

1. ट्रंप ने भारत पर लगाया 50 प्रतिशत टैरिफ-

अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने भारतीय सामानों पर 25 प्रतिशत के अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा की है जिसकी वजह से अब टैरिफ बढ़कर 50 फिसदी तक हो गया है और ट्रंप ने अतिरिक्त टैक्स भी इसलिए लगाया है क्योंकि उनका आरोप है कि भारत रूस से बड़ी मात्रा में तेल खरीद रहा है। बता दें कि नया टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा और 25 प्रतिशत का टैरिफ 7 अगस्त से यानी आज से लागू होने वाले है। ट्रंप के टैरिफ का असर ज्वेलरी, कपड़ा और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टर्स पर पड़ने की संभावना है।

2. आरबीआई ने रेपो रेट में नहीं किया बदलाव-

भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट को 5.5 प्रतिशत ही रखा गया है। जिसकी वजह से शेयर बाजारों में दबाव देखने को मिला। जिसकी वजह से निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 2.4 प्रतिशत की गिरावट और कंज्यूमर और ऑटो इंडेक्स में 0.9 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिली। निफ्टी स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्सों में भी गिरावट दर्ज की गई।

3. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी-

शेयर मार्केट में गिरावट की एक वजह कच्चे तेल की कीमत में तेजी भी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 68.07 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। जिसकी वजह से क्रूड के बड़ी खरीद्दारी करने वाले देशों जिसमें भारत भी शामिल है उनके लिए महंगाई दर का खतरा बढ़ा है इससे ऑटो सेक्टर, ट्रांसपोर्ट और एनर्जी जैसे सेक्टर्स में दबाव बढ़ सकता है।

4. विदेशी निवेशकों की बिकवाली-

विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा लगातार बिकवाली की जा रही है। मंगलवार को भी 22.48 करोड़ रुपये की बिकवाली की गई। जिसकी वजह से घरेलू शेयर बाजार पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ा। विदेशी निवेशक अगस्त महीने में भारतीय बाजार से 5,955.39 करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं।

5. वोलैटिलिटी इंडेक्स में उछाल-

ये एक ऐसा इंडेक्स है जो बाजार की अस्थिरता को दर्शाता है। वोलैटिलिटी इंडेक्स, इंडिया पहले VIX 1.54 प्रतिशत तक था जो बढ़कर 11.89 पर पहुंच गया। जिसकी वजह से निवेशकों की चिंता भी बढ़ गई है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स –

शेयर बाजार की स्थिति को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप की टैरिफ का असर मामूली है। भारतीय बाजारों ने इससे भी खराब स्थिति का सामना किया लेकिन अभी ऐसी स्थिति नहीं है। बाजार में यह गिरावट सीमित समय तक रहेगी।

डिस्क्लेमर- शेयर बाजार में निवेश करना वित्तीय जोखिमों के अधीन है कृपया जिम्मेदारी से निवेश करें। एनपीजी न्यूज आपको निवेश से संबंधित किसी भी तरह की सलाह नहींं देता, एनपीजी न्यूज आपको सामान्य जानकारी प्रदान कर रहा है।


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