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Share Market News 2025: ईरान-इजराइल जंग समाप्ति की उम्मीद के बाद शेयर बाजार में आई तेजी, जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

ईरान-इजराइल जंग की समाप्ति की उम्मीद के बाद से आज भारतीय शेयर बाजार में काफी उछाल देखा गया। आज 24 जून को सेंसेक्स में 900 अंको की वृद्धि देखी गई। निफ्टी भी 25,250 तक पहुंच गया। इधर एशियाई शेयर बाजार में भी तेजी देखी गई। जापान के निक्केई और हांगकांग के हैंगसेंग में भी बढ़त दर्ज की गई।

Share Market News 2025: ईरान-इजराइल जंग समाप्ति की उम्मीद के बाद शेयर बाजार में आई तेजी, जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ
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Share Market News 2025

By Supriya Pandey

Share Market News 2025: ईरान-इजराइल जंग की समाप्ति की उम्मीद के बाद से आज भारतीय शेयर बाजार में काफी उछाल देखा गया। आज 24 जून को सेंसेक्स में 900 अंको की वृद्धि देखी गई। निफ्टी भी 25,250 तक पहुंच गया। इधर एशियाई शेयर बाजार में भी तेजी देखी गई। जापान के निक्केई और हांगकांग के हैंगसेंग में भी बढ़त दर्ज की गई।अमेरिकी वायदा बाजार में भी तेजी दिखी।

वहीं शंघाई कंपोजिट सूचकांक, दक्षिण कोरिया में कोस्पी में भी बढ़त दिखी। ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी में भी काफी बढ़ोत्तरी देखी गई। एलन मस्क की टेस्ला सबसे मजबूत दिखी। बता दें कि सेंसेक्स 930.7 अंक से उछलकर 82,827.49 पहुंच गया और निफ्टी 278.95 अंक से उछलकर 25,250.85 पर पहुंचा। भारतीय शेयर बाजारो में आई तेजी से विदेशी निवेशकों को भी राहत मिली है।

बता दें कि शेयर बाजार में उछाल के साथ ही तेल की कीमतों में भी गिरावट देखी गई। तेल की कीमत 66.67 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। जो कुछ समय के लिए 78 डॉलर से ऊपर चला गया था। हालांकि वर्तमान स्थिति में डॉलर के मुकाबले रूपया कमजोर हो रहा है। अमेरिका द्वारा ईरान में तीन परमाणु स्थलों पर किए गए हमलो और ईरान के द्वारा होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर देने की धमकी ने स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला है। डॉलर सूचकांक में थोड़ी गिरावट के साथ अब यह उम्मीद लगाई जा रही है कि रूपया की स्थिति बदल सकती है।

सेंसेक्स निफ्टी में फर्क समझ लीजिए-

सेंसेक्स को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स कहा जाता है। इसकी शुरुआत 1986 में हुई थी। सेंसेक्स शब्द 'Sensitive Index' का छोटा रूप है। यह 30 सबसे बड़ी और प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन को दर्शाता है जो बीएसई पर लिस्टेड होती हैं। जिनका चयन बाजार पूंजीकरण, मार्केट कैप, फाइनेंशियल परफॉर्मेंस और सेक्टर वाइज प्रतिनिधित्व के आधार पर किया जाता है। सेंसेक्स एक इंडेक्स दिखाता है कि शेयर बाजार का रुख किस तरफ है। वहीं निफ्टी को NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स माना जाता है। जिसे 1996 में लॉन्च किया गया था। निफ्टी का नाम ‘National Fifty’ से बना है और यह NSE में सूचीबद्ध 50 बड़ी कंपनियों के शेयर प्रदर्शन पर आधारित होता है। इसमें 50 कंपनियां होती हैं, इसलिए यह सेंसेक्स की तुलना में बाजार की ज्यादा व्यापक तस्वीर दिखाता है। इसमें बैंकिंग, IT, ऑटोमोबाइल,फार्मा, समेत कई सेक्टर्स की बड़ी कंपनियां शामिल होती हैं।

कौन बेहतर है - सेंसेक्स या निफ्टी?

सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही अपने-अपने तरीके से काफी महत्वपूर्ण हैं। सेंसेक्स जहां भारतीय बाजार की धड़कन माना जाता है, वहीं निफ्टी को अधिक तकनीकी और व्यापक दृष्टिकोण का इंडेक्स कहा जाता है। NSE पर ट्रेडिंग वॉल्यूम BSE के मुकाबले ज्यादा होता है, इसलिए निफ्टी को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच अधिक पसंद किया जाता है लेकिन घरेलू निवेशकों के लिए सेंसेक्स भी उतना ही भरोसेमंद इंडेक्स है। शेयर बाजार में लगातार हो रहे उतार चढ़ाव के बीच निवेशक अब आगामी वैश्विक घटनाओं पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। निवेशकों की निगाहें अब 9 जुलाई पर टिकी है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने टैरिफ निर्णय को लेकर समय सीमा तय की है।



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