Petrol-Diesel Price Today October 31: दिवाली पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव, जानें आपके शहर में क्या है नई कीमत
Petrol-Diesel Price Today October 31: दिवाली के मौके पर देशभर में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में हलचल देखने को मिल रही है। इस बार सरकारी तेल कंपनियों ने कई शहरों में तेल के दामों में कटौती की है, जबकि कुछ जगहों पर कीमतें थोड़ी बढ़ाई भी गई हैं।
Petrol-Diesel Price Today October 31: दिवाली के मौके पर देशभर में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में हलचल देखने को मिल रही है। इस बार सरकारी तेल कंपनियों ने कई शहरों में तेल के दामों में कटौती की है, जबकि कुछ जगहों पर कीमतें थोड़ी बढ़ाई भी गई हैं। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद, तेल कंपनियों ने अधिकांश शहरों में रेट घटाए हैं। हालाँकि, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे चार प्रमुख महानगरों में तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
पेट्रोल-डीजल के रेट में बदलाव का असर
दिवाली पर पेट्रोल और डीजल के रेट में बदलाव ने लोगों के लिए इस त्योहार पर कुछ राहत और कुछ चिंता का माहौल बना दिया है। जहां कुछ शहरों में तेल की कीमतें घटाई गई हैं, वहीं अन्य शहरों में कीमतें बढ़ने से आम जनता के बजट पर असर पड़ा है। तेल कंपनियों ने हर शहर के लिए नए रेट जारी किए हैं, जो कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों और अन्य घरेलू करों के आधार पर तय किए जाते हैं। इसके अलावा, एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और वैट जैसे अन्य चार्जेज भी इसके अंतिम मूल्य में जोड़े जाते हैं, जिससे पेट्रोल और डीजल के दाम आम आदमी की जेब पर भारी पड़ सकते हैं।
प्रमुख महानगरों में पेट्रोल और डीजल के नए दाम
भारत के चार प्रमुख महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बिना किसी बदलाव के बरकरार हैं। दिवाली के दिन इन महानगरों में तेल की कीमतें निम्नलिखित हैं:
- दिल्ली: पेट्रोल 94.72 रुपये और डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर।
- मुंबई: पेट्रोल 103.44 रुपये और डीजल 89.97 रुपये प्रति लीटर।
- चेन्नई: पेट्रोल 100.76 रुपये और डीजल 92.35 रुपये प्रति लीटर।
- कोलकाता: पेट्रोल 104.95 रुपये और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर।
इन महानगरों में पिछले कुछ दिनों से तेल की कीमतों में स्थिरता देखी गई है, जिससे यहां के नागरिकों को फिलहाल राहत मिल रही है।
अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल के नए रेट
देश के अन्य शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव हुआ है। नीचे कुछ प्रमुख शहरों के ताजे रेट दिए गए हैं:
- नोएडा (गौतम बुद्ध नगर): यहां पेट्रोल की कीमत 94.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 88.13 रुपये प्रति लीटर हो गई है। यहां पर तेल की कीमतों में मामूली बढ़त दर्ज की गई है।
- गाजियाबाद: पेट्रोल की कीमत 94.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 87.45 रुपये प्रति लीटर है, जो कि पहले की तुलना में थोड़ी कम है।
- पटना: यहां पेट्रोल की कीमत 105.58 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.94 रुपये प्रति लीटर हो गई है। पटना में तेल की कीमतों में मामूली वृद्धि देखी गई है।
कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी
वैश्विक बाजार में भी कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हो रही है। पिछले 24 घंटों में ब्रेंट क्रूड का भाव करीब डेढ़ डॉलर बढ़कर 72.75 डॉलर प्रति बैरल हो गया है, जबकि WTI (वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट) क्रूड की कीमत भी बड़ी उछाल के साथ 68.81 डॉलर प्रति बैरल पहुंच चुकी है। इससे घरेलू बाजार में भी आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी हुई है।
कैसे तय होती है पेट्रोल-डीजल की कीमत
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें सरकारी तेल कंपनियों द्वारा प्रतिदिन सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं। इसमें एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन, वैट और अन्य कर शामिल होते हैं, जो पेट्रोल-डीजल के मूल भाव से कई गुना अधिक हो जाते हैं। यही कारण है कि पेट्रोल-डीजल के दाम आम जनता की जेब पर भारी पड़ते हैं। सरकार द्वारा निर्धारित एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारों द्वारा लागू वैट का बड़ा हिस्सा तेल की कीमत में शामिल होता है। इसका मतलब यह है कि तेल की मूल कीमत से कहीं अधिक करों की वजह से अंतिम रेट बनता है, जो उपभोक्ताओं को चुकाना पड़ता है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में बदलाव का सीधा असर भारत में तेल के दामों पर पड़ता है।
हर सुबह 6 बजे बदलते हैं पेट्रोल-डीजल के रेट
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हर दिन सुबह 6 बजे बदलाव होता है। इस समय से ही देशभर में नए रेट लागू हो जाते हैं। किसी भी नए बदलाव का सीधा असर सभी उपभोक्ताओं पर पड़ता है, जो गाड़ियों में ईंधन का इस्तेमाल करते हैं।
उपभोक्ताओं पर असर
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आए बदलाव से लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भी प्रभाव पड़ता है। जब तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो परिवहन और वस्तुओं के दाम भी बढ़ जाते हैं, जिससे महंगाई बढ़ती है और आम जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है।