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Jindal Panther Cement: जिन्दल पैंथर सीमेंट की बड़ी छलांग, 15 लाख टन क्षमता के साथ “ग्रीन सीमेंट” क्रांति की शुरुआत...

Jindal Panther Cement: सीमेंट उत्पादन के लिए अंगुल स्टील प्लांट स्थित ब्लास्ट फर्नेस से निकलने वाले 10 लाख टन स्लैग का इस्तेमाल किया जाएगा, जेएसपी की स्टील मार्केटिंग टीम के साथ मिलकर बाजार में सीमेंट वितरण की योजना, एक ही स्थान पर समस्त निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने की सराहनीय पहल...

Jindal Panther Cement: जिन्दल पैंथर सीमेंट की बड़ी छलांग, 15 लाख टन क्षमता के साथ “ग्रीन सीमेंट” क्रांति की शुरुआत...
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Jindal Panther Cement

By Gopal Rao

Jindal Panther Cement: रायपुर। जिन्दल समूह के एक अभिन्न अंग, जिन्दल पैंथर सीमेंट (जेपीसी) ने ओडिशा के अंगुल में अपनी पहली सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट शुरू कर एक बड़ी छलांग लगाई है। 15 लाख टन प्रतिवर्ष (1.5 एम.टी.पी.ए.) क्षमता की यह अत्याधुनिक यूनिट नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) के अंगुल इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट से निकलने वाले लगभग 10 लाख टन (1 एम.टी.पी.ए.) ब्लास्ट फर्नेस स्लैग का इस्तेमाल सीमेंट बनाने में करेगी। बड़ी बात यह है कि पूरे सीमेंट उद्योग जगत में सबसे कम क्लिंकर का उपयोग कर यह यूनिट न्यूनतम कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन की दिशा में आगे बढ़ेगी, जो जिन्दल समूह की एक बड़ी योजना का हिस्सा और उसकी प्रतिबद्धता है।

ग्रीन सीमेंट की दिशा में अग्रसर

जिन्दल पैंथर सीमेंट की अंगुल ग्राइंडिंग यूनिट का उद्देश्य मध्य और पूर्वी भारत के उपभोक्ताओं के लिए न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन सुनिश्चित करते हुए उच्च गुणवत्ता वाला पोर्टलैंड स्लैग और कंपोजिट सीमेंट बनाना है। खास बात यह है कि जेएसपी में स्टील उत्पादन प्रक्रिया से निकले अपशिष्ट (वेस्टेज) का पुनः उपयोग करके जिन्दल पैंथर सीमेंट कार्बन फुटप्रिंट घटाने और दीर्घकालिक औद्योगिक प्रथाओं को स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण काम कर रहा है।

आने वाले समय की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जेपीसी जिस तरह आगे बढ़ रहा है, वह जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) के बड़े पैमाने पर कार्बन फुटप्रिट घटाने के उद्देश्यों से मेल खाता है, जो पूरे समूह को एक हरित एवं स्थायी भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में अग्रसर करेगा।

भविष्य की योजनाएं

जिन्दल पैंथर सीमेंट ने अब अंगुल और रायगढ़ यूनिटों में उत्पादन क्षमता को 70 लाख टन प्रतिवर्ष (7 एम.टी.पी.ए.) तक बढ़ाने की योजना बनाई है, जिसमें 2160 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह विस्तार क्षेत्र में बुनियादी ढांचा निर्माण के लिए बढ़ती विश्वसनीय सामग्रियों की आसान उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ-साथ सीमेंट उद्योग में कंपनी की उपस्थिति को और मजबूत करेगा ।

पूर्वी भारत का पहला वन-स्टॉप शॉप (एक ही स्थान पर समस्त निर्माण सामग्री) बनने की दिशा में अग्रसर जेपीसी का सीमेंट और जेएसपी का रीबार (सरिया) प्रसिद्ध 'जिंदल पैंथर' ब्रांड के अंतर्गत संयुक्त रूप से उपलब्ध कराया जाएगा। इसका उद्देश्य अपना घर बनाने का सपना देख रहे एक-एक व्यक्ति को एक ही स्थान पर स्टील और सीमेंट उपलब्ध कराकर एक सरल समाधान प्रदान करना है। इस सुव्यवस्थित प्रक्रिया से ग्राहकों को गुणवत्ता, सुविधा और प्रतिस्पर्धी दरों का लाभ मिलेगा।

इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, जेपीसी के सीईओ रोहित वोहरा ने कहा, "अंगुल ग्राइंडिंग यूनिट शुरू होना एक बेहतरीन भविष्य निर्माण की दिशा में हमारा एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा लो-कार्बन सीमेंट और बाजार का हमारा नया मॉडल पूर्वी भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित करेगा ही, एक हरित धरती के निर्माण के सपने साकार करने में भी हमारा मददगार साबित होगा।"

जिन्दल पैंथर सीमेंट (जेपीसी) के बारे में

जिन्दल पैंथर सीमेंट (जेपीसी), जिन्दल समूह का एक अंग है, जो उच्च गुणवत्ता वाले, लो-कार्बन सीमेंट का उत्पादन कर रहा है। यह अंगुल और रायगढ़ में ग्राइंडिंग यूनिटों का सुव्यवस्थित संचालन कर देश की निर्माण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्यावरण अनुकूल पोर्टलैंड स्लैग और मिश्रित सीमेंट का उत्पादन कर रहा है। जिन्दल पैंथर सीमेंट सस्टेनेबिलिटी, इनोवेशन और देश के बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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