Forex Reserve: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट, एक सप्ताह में 4.89 अरब डॉलर की कमी, गोल्ड रिजर्व में 5.12 अरब डॉलर की कमी
Forex Reserve: सितंबर 2024 में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद भारत का विदेशी मुद्रा भंडार एक बार फिर से दबाव में आता दिख रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, 16 मई को समाप्त सप्ताह में देश का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 4.89 अरब डॉलर गिरकर 685.73 अरब डॉलर रह गया।

Forex Reserve: सितंबर 2024 में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद भारत का विदेशी मुद्रा भंडार में एक बार फिर से कमी होती दिख रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, 16 मई को देश का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 4.89 अरब डॉलर गिरकर 685.73 अरब डॉलर रह गया। इससे पिछले सप्ताह तक यह भंडार 690.62 अरब डॉलर पर था। यह गिरावट ऐसे समय पर आई है जब वैश्विक वित्तीय बाजारों में उतार-चढ़ाव, डॉलर इंडेक्स की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है।
डॉलर में मजबूती, गोल्ड रिजर्व में तेज सेंध
आरबीआई के मुताबिक, इस सप्ताह फॉरेन करेंसी एसेट्स (Foreign Currency Assets) में मामूली बढ़त जरूर हुई है, ये 27.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 581.65 अरब डॉलर पर पहुंच गए हैं। यह विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा हिस्सा होता है। इन संपत्तियों को अमेरिकी डॉलर में मापा जाता है, लेकिन इनमें यूरो, पाउंड और येन जैसी अन्य मुद्राओं की चाल का भी असर होता है।
हालांकि असली झटका गोल्ड रिजर्व से लगा है। आंकड़ों के अनुसार, 16 मई को समाप्त सप्ताह में सोने के भंडार में 5.12 अरब डॉलर की भारी गिरावट दर्ज की गई। यह अब 81.22 अरब डॉलर पर आ गया है, जबकि पिछले सप्ताह इसमें 4.52 अरब डॉलर की उछाल देखी गई थी।
इसी अवधि में, स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDRs) भी घटकर 18.49 अरब डॉलर पर आ गए, जो कि 4.3 करोड़ डॉलर की कमी को दर्शाता है। वहीं, आईएमएफ (IMF) के पास जमा भारत के आरक्षित कोष में भी गिरावट दर्ज की गई, ये अब 4.37 अरब डॉलर हैं, यानी 30 लाख डॉलर की कमी।
सिर्फ आठ महीने पहले, सितंबर 2024 में, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर पर पहुंचकर अपने आलटाइम उच्चतम स्तर पर था। लेकिन मई 2025 तक आते-आते इस मजबूत स्थिति में लगभग 19 अरब डॉलर की गिरावट आ चुकी है।
