Gold Silver Price Today: धनतेरस से पहले सोना-चांदी रिकॉर्ड ऊंचाई पर, दिल्ली से लेकर मुंबई तक नए भाव जारी, जानिए अपने शहर का आज का रेट
Dhanteras 2025 से पहले सोना ₹1.27 लाख और चांदी ₹1.85 लाख के पार। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई में गोल्ड के नए रेट और तेजी के कारण जानिए यहां।

Gold Silver Price Today: धनतेरस और दिवाली से पहले सोने-चांदी दोनों की चमक सातवें आसमान पर है। 13 और 14 अक्टूबर के बीच मार्केट में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है सोना का दाम 2,630 प्रति 10 ग्राम तक बढ़ गया वहीँ चांदी में 10,825 प्रति किलो का उछाल आया। अक्टूबर के पहले पखवाड़े में ही सोना ₹8,806 और चांदी ₹32,891 महंगी हो चुकी है।
देशभर में सोने के रेट में उछाल
13 अक्टूबर को इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार 24 कैरेट सोना बिना जीएसटी ₹1,24,155 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, यह शुक्रवार के ₹1,21,525 से ₹2,630 ज्यादा था। चांदी भी ₹1,64,500 से बढ़कर ₹1,75,325 प्रति किलो पहुंच गई। अब दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और लखनऊ तक हर बड़े शहर में गोल्ड के भाव नए रिकॉर्ड बना रहे हैं।
प्रमुख शहरों में 14 अक्टूबर के रेट
दिल्ली:
24 कैरेट सोना ₹1,25,560 प्रति 10 ग्राम,
22 कैरेट ₹1,15,110 प्रति 10 ग्राम।
मुंबई, चेन्नई, कोलकाता:
24 कैरेट सोना ₹1,25,410 प्रति 10 ग्राम,
22 कैरेट ₹1,14,960 प्रति 10 ग्राम।
जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़:
24 कैरेट सोना ₹1,25,560 प्रति 10 ग्राम,
22 कैरेट ₹1,15,110 प्रति 10 ग्राम।
अहमदाबाद, भोपाल:
24 कैरेट सोना ₹1,25,460 प्रति 10 ग्राम,
22 कैरेट ₹1,15,010 प्रति 10 ग्राम।
हैदराबाद:
24 कैरेट सोना ₹1,25,410 प्रति 10 ग्राम,
22 कैरेट ₹1,14,960 प्रति 10 ग्राम।
कैरेट के हिसाब से सोने के दाम
• 23 कैरेट: ₹1,27,879 (जीएसटी सहित)
• 22 कैरेट: ₹1,17,137
• 18 कैरेट: ₹95,909
• 14 कैरेट: ₹74,706
चांदी की रफ्तार
चांदी भी अब सोने के साथ दौड़ में है। 13 अक्टूबर को चांदी ₹1,75,325 प्रति किलो थी, जो 14 अक्टूबर को बढ़कर ₹1,85,100 प्रति किलो पहुंच गई। सितंबर महीने में ही चांदी में 19.4% की तेजी आई है यानी निवेशकों का रुख अब तेजी से सिल्वर की ओर बढ़ रहा है।
सोने की कीमतें क्यों चढ़ रही हैं
वैश्विक कारण:
• अमेरिका में Government Shutdown का खतरा और फ्रांस में राजनीतिक संकट ने वित्तीय बाजारों को अस्थिर किया।
• अमेरिकी Federal Reserve की ब्याज दरों में कटौती और कमजोर डॉलर ने गोल्ड में निवेश को बढ़ावा दिया।
• बीते एक दशक में केंद्रीय बैंकों की भारी गोल्ड खरीद (वैश्विक भंडार दोगुना) ने भी कीमतों को ऊपर धकेला।
घरेलू कारण:
• भारत की गोल्ड डिमांड पूरी तरह आयात पर निर्भर है।
• रुपया 3.8% कमजोर हुआ, जिससे सोना रुपये में और महंगा हुआ।
• आरबीआई ने अपने गोल्ड रिजर्व को 8.1% (2023) से बढ़ाकर 14% (2025) तक किया है।
धनतेरस से पहले सोने-चांदी दोनों में तेजी लगातार जारी है। बाजार में डिमांड मजबूत है और निवेशक अब लंबी अवधि की गोल्ड होल्डिंग पर भरोसा जता रहे हैं।
