Gold Silver Rate Today 6 June-2025: 6 जून को फिर महंगा हुआ सोना, चांदी ने भी पार किया 1 लाख का आंकड़ा – जानिए क्यों बढ़ रहे दाम
Gold Silver Rate Today 6 June-2025: आज शुक्रवार, 6 जून 2025 को देशभर में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर उछाल आ गया है। इस उछाल की वजह न केवल देश की मौद्रिक नीतियों में संभावित बदलाव हैं, बल्कि अमेरिका से आ रहे आर्थिक संकेत भी इसकी बड़ी वजह माने जा रहे हैं।

Gold Silver Rate Today 6 June-2025: आज शुक्रवार, 6 जून 2025 को देशभर में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर उछाल आ गया है। इस उछाल की वजह न केवल देश की मौद्रिक नीतियों में संभावित बदलाव हैं, बल्कि अमेरिका से आ रहे आर्थिक संकेत भी इसकी बड़ी वजह माने जा रहे हैं। गुरुवार को भी सोना GST समेत ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू गया था, लेकिन फिर इसमें करेक्शन देखा गया। हालांकि शुक्रवार को फिर से रफ्तार पकड़ते हुए सोना ₹500 तक महंगा हुआ। वहीं चांदी ने एक छलांग में ₹2,000 का इजाफा दर्ज किया और ₹1,04,100 प्रति किलो पर पहुंच गई।
क्या है महंगाई की वजह?
वैश्विक आर्थिक आंकड़े इस समय अनिश्चितता के दौर में हैं। अमेरिका में सर्विस सेक्टर की सुस्ती और नौकरियों में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। और जब भी ऐसा होता है, सोने की चमक बढ़ जाती है- क्योंकि निवेशक शेयर बाजार या डॉलर्स से हटकर गोल्ड में शिफ्ट होने लगते हैं।
दूसरी ओर, भारत में भी आज RBI की मॉनेटरी पॉलिसी पर ऐलान होना है, और बाजार में उम्मीद है कि ब्याज दरों में कोई बड़ी राहत नहीं मिलने वाली। ऐसे में लोग फिर से गोल्ड में सुरक्षित निवेश की ओर रुख कर रहे हैं।
दिल्ली-मुंबई से लेकर पटना-जयपुर तक उछाल
देश के प्रमुख शहरों में शुक्रवार को 24 कैरेट गोल्ड का भाव ₹99,760 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया। वहीं 22 कैरेट सोना ₹91,460 के स्तर पर पहुंच गया है। मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों में भी इसी के आसपास भाव रहे।
शहर का नाम 22 कैरेट रेट (₹/10gm) 24 कैरेट रेट (₹/10gm)
- दिल्ली ₹91,460 ₹99,760
- मुंबई ₹91,310 ₹99,610
- चेन्नई ₹91,310 ₹99,610
- कोलकाता ₹90,910 ₹99,180
- जयपुर ₹91,460 ₹99,760
- पटना ₹91,310 ₹99,610
- लखनऊ ₹91,460 ₹99,760
- बंगलुरु ₹91,310 ₹99,610
चांदी का भी दिखा दम, ₹2,000 की छलांग
अगर आप चांदी खरीदने की सोच रहे हैं तो रुक जाइए! शुक्रवार को चांदी ₹1,04,100 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो कल से ₹2,000 ज्यादा है। यह तेजी अंतरराष्ट्रीय बाजारों की मांग और सप्लाई की स्थिति को देखते हुए आई है। निवेशक अब चांदी को भी सोने की तरह ‘सुरक्षित एसेट’ मानने लगे हैं।
कैसे तय होते हैं गोल्ड-सिल्वर के रेट?
भारत में सोने की कीमतें कई फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड-सिल्वर की ट्रेडिंग
- रुपये की डॉलर के मुकाबले वैल्यू
- आयात शुल्क और GST जैसे टैक्स
- घरेलू मांग और फेस्टिव सीजन
देश में कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमत कई वजहों से बदलती रहती है, जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव, सरकार की लगाई गई इंपोर्ट ड्यूटी, टैक्स और रुपए की कीमत में उतार-चढ़ाव। सोना सिर्फ निवेश का साधन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा भी है। शादी-ब्याह और त्योहारों के समय इसकी मांग बढ़ने से कीमतें भी बढ़ जाती हैं। लोग इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं, इसलिए इसकी कीमत में बदलाव का असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ता है।
सोने की शुद्धता की पहचान
ISO (Indian Standard Organization) द्वारा सोने की शुद्धता पहचानने के लिए हॉल मार्क दिए जाते हैं। 24 कैरेट सोने के आभूषण पर 999, 23 कैरेट पर 958, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है। ज्यादातर सोना 22 कैरेट में बिकता है, और कुछ लोग 18 कैरेट का इस्तेमाल भी करते हैं। कैरेट 24 से ज्यादा नहीं होता, और जितना ज्यादा कैरेट होगा, सोना उतना ही शुद्ध कहलाता है।
22 और 24 कैरेट में अंतर
24 कैरेट गोल्ड 99.9% शुद्ध होता है और 22 कैरेट लगभग 91% शुद्ध होता है। 22 कैरेट गोल्ड में 9% अन्य धातु जैसे तांबा, चांदी, जिंक मिलाकर जेवर तैयार किया जाता है। 24 कैरेट सोना शुद्ध होता है, लेकिन उसके आभूषण नहीं बनाए जा सकते। इसलिए ज्यादातर दुकानदार 22 कैरेट में सोना बेचते हैं।
मिस्ड कॉल से ऐसे जानें गोल्ड का भाव
22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं। कुछ ही देर में SMS के जरिए रेट्स मिल जाएंगे। इसके अलावा, लगातार अपडेट्स के लिए ibja.co या ibjarates.com पर देख सकते हैं।
हॉलमार्क का रखें ध्यान
सोने को खरीदते समय उसकी क्वॉलिटी का ध्यान जरूर रखें। ग्राहक हॉलमार्क का निशान देखकर ही खरीदारी करें। हॉलमार्क सोने की सरकारी गारंटी है, जिसे ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) द्वारा निर्धारित किया जाता है। हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत संचालन, नियम और रेग्युलेशन का काम करती है।