बालकोनगर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने विश्व एड्स दिवस के तहत अपनी परियोजना 'आरोग्य' के अंतर्गत एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता अभियान आयोजित किया। जिला स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से बालको ने अपने सामुदायिक विकास के तहत जिले में 26,000 से अधिक व्यक्तियों तक सफलतापूर्वक पहुंच बनायी।
अभियान का उद्देश्य एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इस बीमारी से लड़ना और निवारक उपायों को बढ़ावा देना शामिल है। यह उच्च जोखिम वाले समूहों, युवाओं और विभिन्न समुदायों के भीतर सभी को जागरूक करना है। पूरे महीने में चले इस 'जागरूकता रथ' अभियान का शुभारंभ जिला स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किया गया। अभियान में समुदायों के भीतर एचआईवी/एड्स के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए वीडियो, ऑडियो और पैम्फलेट का उपयोग किया गया।
अभियान में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में समूह जागरूकता सत्र, माता-पिता और युवाओं को एचआईवी/एड्स से संबंधित सुरक्षा और रोकथाम रणनीतियों पर संवेदनशील बनाने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य निकायों और समुदायों को जोड़ने का काम किया गया। युवा चौपाल के माध्यम से सभी के सीखने की सुविधा प्रदान की गई, जहां किशोर लड़कियों और लड़कों को लीडर बनाकर समुदायों के भीतर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इस पहल में स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता सत्र संचालित किये गए जो 500 से अधिक युवाओं तक पहुंचे। इसका उद्देश्य उन्हें आवश्यक जानकारी तथा सहानुभूति को बढ़ावा देना और एचआईवी/एड्स के संबंध में संवेदनशील व्यवहार को प्रोत्साहित करना था।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां जागरूकता एचआईवी के खिलाफ एक शक्तिशाली ढाल के रूप में कार्य करेगा। जागरूकता सत्रों के साथ हमारा लक्ष्य एक अधिक सूचित और प्रगतिशील समाज को बढ़ावा देना है, जो ऐसी बीमारी के ट्रांसमिशन में कमी लाएगा और जीवन को सुरक्षित कर सकता है। समुदायों के भीतर हमारा लक्ष्य सभी के लिए एक स्वस्थ और उज्जवल भविष्य बनाने की दिशा में हमारी कटिबद्धता को दर्शाता है।
नागरिकों से बीमारी को बेहतर ढंग से समझने का अनुरोध करते हुए कोरबा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी ने कहा कि मैं प्रत्येक नागरिक से आगे बढ़ने, जानकारी प्राप्त करने और अपनी एचआईवी/एड्स स्थिति के बारे में जागरूक रहने का आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकास खंड और जिले के भीतर, एकीकृत परीक्षण और परामर्श केंद्र (आईसीटीसी) तैयार हैं, जो व्यक्तियों को उनकी भलाई की यात्रा में सशक्त बनाने के लिए मुफ्त परीक्षण और परामर्श प्रदान करते हैं।
बालको की परियोजना आरोग्य, स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय की सेवा करने पर केंद्रित है। इस पहल से ट्रक चालकों और प्रवासी श्रमिकों जैसे उच्च जोखिम वाले व्यवहार वाले समूहों के बीच एचआईवी पर जागरूकता पैदा करने की दिशा में भी परिश्रमपूर्वक काम करती है। वित्तीय वर्ष 2024 में अभी तक मे 2,000 से अधिक व्यक्तियों को कैनोपी शिविरों, वन-टू-वन परामर्श सत्रों और समूह जागरूकता सत्रों के माध्यम से जागरूक किया गया। ग्रामीण स्वास्थ्य पोस्ट परसाभाटा में परामर्श केंद्र एचआईवी जागरूकता परामर्श और एचआईवी परीक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करता है। प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को मनाया जाने वाला विश्व एड्स दिवस, एचआईवी/एड्स महामारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित एक वैश्विक पहल है। यह वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई को याद दिलाता है और उन लोगों की याद दिलाता है जिन्होंने एड्स से संबंधित बीमारियों से अपनी जान गंवा दी है।
बालको सोशल रिवाइवल ग्रुप ऑफ अर्बन, रूरल एंड ट्राइबल (एसआरओयूटी) के साथ साझेदारी में आरोग्य परियोजना के तहत प्रभावशाली स्वास्थ्य देखभाल के माध्यम से समुदाय की सेवा करने में दृढ़। कंपनी ग्रामीण स्वास्थ्य पोस्ट के माध्यम से समुदायों के लिए गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करती है। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और कुपोषण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अभियानों के माध्यम से जागरूकता पैदा करती है। कंपनी हर 15 दिनों में एक मोबाइल हेल्थ वैन की मदद से स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करती है। कंपनी मेगा स्वास्थ्य शिविरों और जागरूकता अभियानों का आयोजन करती है। टीकाकरण और स्वच्छता प्रथाओं को बढ़ावा देती है, जबकि घरेलू दौरों और विशेष परामर्शों के माध्यम से सुलभ स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करती है। अपनी उपचारात्मक और निवारक सेवाओं के माध्यम से, बालको वित्तीय वर्ष 2023 में 45,000 से अधिक व्यक्तियों तक पहुंच गया है।