लखनऊ, 17 नवंबर। आयुष्मान कार्ड बनाने में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। इसके बाद क्रमश: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का नंबर आता है।
स्टेट एजेंसी फॉर कम्प्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज़ (सांची) की सीईओ संगीता सिंह ने बताया कि गरीब लोगों को निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के पात्र लाभार्थियों के शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। यूपी पूरे देश में आयुष्मान कार्ड बनाने में पहले पायदान पर है। राज्य में अब तक एक करोड़ 80 लाख परिवार के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसमें से 1 करोड़ 31 लाख परिवार के आयुष्मान कार्ड प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनाए गए हैं, जबकि 56 लाख परिवार के आयुष्मान कार्ड मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश पूरे देश में 4 करोड़ 15 लाख 41 हजार 992 से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाकर पहले पायदान पर है, जबकि दूसरे स्थान पर मध्य प्रदेश है, जहां अब तक 3 करोड़ 70 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ है, जहां 2 करोड़ 3 लाख कार्ड धारक हैं, जबकि चौथे स्थान पर कर्नाटक और पांचवें स्थान पर आंध्र प्रदेश है। कर्नाटक में 1 करोड़ 51 लाख और आंध्र प्रदेश में 1 करोड़ 40 लाख आयुष्मान कार्ड धारक हैं।