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Vishnudeo Sai Cabinet: CG…और अब सचिवों का नंबर: इन 2 मंत्रियों की वजह से आईएएस अफसरों की बढ़ी हुई है चिंता

Vishnudeo Sai Cabinet: छत्‍तीसगढ़ में सितंबर से सरकारी कामकाज लगभग ठप पड़ा है। केवल रुटीन और जरुरी काम ही हो रही हैं, लेकिन अब मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे के साथ कामकाज में तेजी आने की उम्‍मीद की जा रही है।

Vishnudeo Sai Cabinet: CG…और अब सचिवों का नंबर: इन 2 मंत्रियों की वजह से आईएएस अफसरों की बढ़ी हुई है चिंता
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NPG Story

By Sanjeet Kumar

Vishnudeo Sai Cabinet: रायपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम जारी होने के बाद से इंतजार का दौर चल रहा है। पहले मतदान का इंतजार हुआ फिर मतगणना का। चुनाव परिणाम आने के बाद सप्‍ताहभर तक मुख्‍यमंत्री का नाम तय होने का इंतजार चलता रहा। इसके बाद कैबिनेट के विस्‍तार के लिए भी लगभग सप्‍ताहभर इंतजार करना पड़ा। फिर मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे का इंतजार चलता रहा। मंत्रियों बीच विभागों के बंटवारे का सबसे ज्‍यादा इंतजार विभिन्‍न विभागों में काम करने वाले ठेकेदारों को था और इनसे भी ज्‍यादा बेसब्री से कोई इंतजार कर रहा था तो वे हैं आईएएस अफसर।

प्रशासनिक गलियारों से आ रही सूचना के अनुसार मंत्रिमंडल में शामिल 2 नेताओं की वजह से राज्‍य के अधिकांश आईएएस टेंशन में हैं। यही वजह है कि विभागों के बंटवारे में आईएएस अफसर कुछ ज्‍यादा ही रुचि दिखा रहे थे। जिन 2 मंत्रियों ने अफसरों का टेंशन बढ़ा रखा है वे दोनों पहली बार विधायक चुने गए हैं और पहली बार में ही मंत्री बन गए हैं। इनमें एक डिप्‍टी सीएम विजय शर्मा और दूसरे पूर्व आईएएस ओपी चौधरी हैं। डिप्‍टी सीएम बेहद आक्रामक हैं तो वहीं चौधरी 10 साल तक सरकारी नौकरी में रहे हैं। कुछ अफसर मान रहे हैं कि इन दोनों के साथ काम करना उतना आसान नहीं होगा। चौधरी सरकारी कामकाज से पूरी तरह परिचित हैं।

एक अधिकारी ने कहा कि कैबिनेट में शामिल पुराने मंत्रियों के साथ काम करने में किसी को ज्‍यादा दिक्‍कत नहीं होगी। वे सरकारी सिस्‍टम से पूरी तरह परिचित हैं, लेकिन इस बार कैबिनेट में ज्‍यादातर नए मंत्री हैं। इनमें से कुछ पहली बार विधायक बने हैं। ऐसे में नए मंत्रियों के साथ तालमेल बैठाने और उनके वर्ककल्‍चर को समझने में थोड़ा वक्‍त लग सकता है। जशपुर और रायगढ़ में पदस्‍थ रहे कुछ अफसरों को छोड़ दें तो अधिकांश आईएएस सीएम विष्‍णुदेव साय के वर्क स्‍टाइल से परिच‍ित नहीं हैं। बहरहाल प्रदेश में मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे के साथ ही मंत्रालय स्‍तर पर सचिव स्‍तर के अफसरों के प्रभार में भी बदलाव की चर्चा तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि कुछ मंत्री अपने पसंद के अफसरों को विभाग में लाना चाह रहे हैं।

जानिए- आज की स्थिति किस मंत्री के साथ कौन सचिव

विष्‍णुदेव साय- डॉ. कलप्रीत सिंह, डीडी सिंह, जय प्रप्रकाश मौर्या, अंकित आनंद, महादेव कावरे, एस.प्रकाश, दिपांशु काबरा (आईपीएस)

अरुण साव- सुब्रत साहू, भारती दासन, तंबोली अय्याज फकीरभाई।

विजय शर्मा- सुब्रत साहू, मनोज पिंगुआ, बासवार राजू, निहारिका बारिक, शहला निगार, प्रशन्‍ना आर, टेपेश्‍वर वर्मा,

बृजमोहन अग्रवाल- रेणु पिल्‍ले, परदेशी सिद्धार्थ कोमल, भारती दासन, अंबलगन पी, राजेश सिंह राणा, रमेश शर्मा, सुनील कुमार जैन, जगदीश सोनकर, जितेंद्र कुमार शुक्‍ला।

राम विचार नेताम- डॉ. कमलप्रीत सिंह, , तंबोली अय्याज फकीरभाई, डीडी सिंह,

दयालदास बघेल- टेपेश्‍वर वर्मा, सत्‍यानारायण राठौर, रमेश शर्मा।

केदार कश्‍यप- मनोज पिंगुआ, बासवार राजू, अंबलगन पी, शम्‍मी आबिदी।

लखनलाल देवांगन- सुब्रत साहू, भूवनेश यादव, अलरमेलमंगई डी, भीम सिंह।

श्‍याम बिहारी जायसवाल- रेणु पिल्‍ले, परदेशी सिद्धार्थ कोमल, भारती दासन, हिमशिखर गुप्‍ता।

ओपी चौधरी- अंकित आनंद, हिमशिखर गुप्‍ता, यशवंत कुमार, महादेव कावरे।

लक्ष्‍मी राजवाड़े- भूवनेश यादव, रणवीर शर्मा, दिव्‍या मिश्रा।

टंक राम वर्मा- नीलम नामदेव एक्‍का।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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