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UPSC IAS Topper List 2024: यूपी फिर नंबर-1, राजस्थान को पछाड़ते हुए सबसे ज्यादा IAS अफसर देने वाला राज्य बना, जानिए किसे कौन सा कैडर मिला? किस रैंक तक मिला IAS

UPSC IAS 2024: UPSC CSE 2024 में उत्तर प्रदेश से 29 अभ्यर्थी बने IAS, राजस्थान दूसरे स्थान पर, जानिए किसे मिला कौन सा कैडर और किस रैंक तक मिला IAS।

UPSC IAS Topper List 2024: यूपी फिर नंबर-1, राजस्थान को पछाड़ते हुए सबसे ज्यादा IAS अफसर देने वाला राज्य बना, जानिए किसे कौन सा कैडर मिला? किस रैंक तक मिला IAS
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By Ragib Asim

UPSC IAS 2024: उत्तर प्रदेश ने एक बार फिर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में आईएएस अफसर देने के मामले में देशभर में बाजी मार ली है। इस बार कुल 179 अभ्यर्थियों का चयन आईएएस सेवा के लिए हुआ है, जिनमें से सबसे अधिक 29 अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश के हैं। पिछले साल यूपी से 27 अभ्यर्थी आईएएस बने थे और तब भी यूपी पहले स्थान पर था, जबकि इस साल यह प्रदर्शन और बेहतर रहा है। हालांकि इन 29 में से सिर्फ 6 अभ्यर्थियों को ही होम कैडर उत्तर प्रदेश मिला है। वहीं 21 आईएएस के साथ राजस्थान दूसरे स्थान पर रहा, जबकि पिछले साल राजस्थान से 23 अभ्यर्थी चयनित हुए थे, जिससे इस बार उसका प्रदर्शन कमजोर रहा है। बिहार से इस साल 15 आईएएस अफसर बने हैं, जिनमें से केवल तीन को ही होम कैडर मिला है।

यूपीएससी टॉपरों का कैडर अलॉटमेंट जारी

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 की टॉपर शक्ति दुबे को होम कैडर उत्तर प्रदेश मिला है। हरियाणा की रहने वाली सेकेंड टॉपर हर्षिता गोयल को गुजरात कैडर आवंटित किया गया है, जबकि महाराष्ट्र के रहने वाले थर्ड टॉपर दोंगरे अर्चित पराग को कर्नाटक कैडर मिला है। कैडर अलॉटमेंट को लेकर अभ्यर्थियों में काफी उत्सुकता दिखाई दी और जैसे ही सूची जारी हुई, सोशल मीडिया पर बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है।

यूपी के 29 आईएएस में से केवल 6 को मिला होम कैडर

उत्तर प्रदेश से चयनित 29 आईएएस में शक्ति दुबे, मयंक त्रिपाठी, शिवम सिंह, सिद्धार्थ सिंह, श्वेता और आयुष सैनी को ही उत्तर प्रदेश कैडर मिला है। बाकी अभ्यर्थियों को मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम-मेघालय, एजीएमयूटी, गुजरात, त्रिपुरा और आंध्र प्रदेश जैसे अलग-अलग कैडर आवंटित किए गए हैं। इससे साफ है कि बड़ी संख्या में यूपी के युवा अब देश के दूसरे राज्यों में प्रशासनिक जिम्मेदारी संभालेंगे।

राजस्थान और बिहार का प्रदर्शन कैसा रहा

राजस्थान इस बार 21 आईएएस के साथ दूसरे स्थान पर रहा, लेकिन इनमें से सिर्फ दो अभ्यर्थियों को ही होम कैडर मिल सका। बिहार के 15 अभ्यर्थियों का चयन आईएएस के लिए हुआ है, जिनमें से तीन को ही बिहार कैडर मिला है। दोनों राज्यों में चयन को लेकर खुशी तो है, लेकिन होम कैडर कम मिलने को लेकर अभ्यर्थियों और परिवारों में हल्की निराशा भी देखी गई।

किस रैंक तक मिला आईएएस

जनरल कैटेगरी में ऑल इंडिया रैंक 80 तक के उम्मीदवारों को आईएएस मिला है। ओबीसी वर्ग में एआईआर 447 तक, एससी वर्ग में एआईआर 468 तक और एसटी वर्ग में एआईआर 456 तक के उम्मीदवारों को आईएएस आवंटित किया गया है। दिव्यांग श्रेणी में एआईआर 990 पर रहे यश कुमार को भी आईएएस मिला है, जो कई अभ्यर्थियों के लिए उम्मीद की बड़ी मिसाल बनकर सामने आया है।

यूपी की निरंतर बढ़त से बढ़ा प्रदेश का गौरव

लगातार दूसरे वर्ष उत्तर प्रदेश का आईएएस टॉप करना यह दिखता है कि राज्य में सिविल सेवा की तैयारी के लिए बेहतर माहौल, कोचिंग सिस्टम और प्रतिस्पर्धात्मक संस्कृति मजबूत हुई है। प्रयागराज, लखनऊ, गाजियाबाद और नोएडा जैसे शहर यूपीएससी तैयारी के बड़े हब बनकर उभरे हैं, जिसका सीधा असर इस नतीजे में भी दिखाई दिया है।

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

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