एसपी ऑफिस में मत्था टेक भोजराम पटेल ने महासमुंद के लिए ली विदाई, वृद्धों ने दिए आशीर्वाद
कोरबा । कोरबा के एसपी भोजराम पटेल को जिले से विदा होते समय अनूठी विदाई मिली। उन्हें विदा करने से पहले कई बुजुर्गों ने एक साथ हाथ उठा कर आशीर्वाद दिया। कोरबा एसपी रहे पटेल ने जिले से रिलीविंग के समय एसपी ऑफिस का मत्था टेका। इसके बाद एसपी वृद्धाश्रम पहुँचे। और अपनों से ठुकराये वृद्धों का चरण छू आशीर्वाद भी लिया। विदा लेते समय एसपी भोजराज के साथ ही अपने पुत्र समान एसपी को विदा करते हुए बुजुर्ग भी भावविहल हो उठे।
कोरबा जिले में दो जुलाई 2021 को पदभार ग्रहण करने के बाद पुलिसिंग में कसावट लाने के साथ ही कम्युनिटी पुलिसिंग में भी एसपी भोजराम पटेल ने कई अनूठे प्रयोग किये थे। जिसके तहत मिलने आने वाले गरीब तबके के लोगो के साथ ही लंबी चौड़ी ड्यूटी करने वाले अधीनस्थों को खाना खिलाना व लोगो तक पहुँच कर उनकी समस्या सुलझाना शामिल हैं। एसपी भोजराज पटेल का वह वीडियो काफी चर्चित हुआ था जिसमे एक भूखा गरीब वृद्ध अपनी समस्या लेकर एसपी कार्यालय आया था जिसे एसपी भोजराज ने पहले खाना खिलाते हुए कहा था कि इतना खाना खत्म करबे तभे हमन तोर समस्या ल सुनबो।
स्थानांतरण के बाद रिलीव होने पर एसपी भोजराज ने निकलने के पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय की भूमि में शीश नवा अपनी कर्तव्यस्थली को प्रणाम किया। उनका मानना है कि कर्मस्थली किसी मंदिर से कम नही होती है। और इसी कर्मस्थली में बैठ कर कई समस्याओं से जूझ रहे लोगो की मदद का अवसर उन्हें मिला है। लिहाजा इस कार्यालय के लिए उनके मन मे सम्मान सर्वोच्च है। रिलीविंग के बाद एसपी भोजराज पटेल सर्वमंगला स्थित वृद्धाश्रम पहुँचे। अपनों से ठुकराये वृद्धों के बीच कोरबा एसपी रहने के दौरान भोजराज पटेल ने कई त्यौहार मनाएं थे। यहां बुजुर्गों का चरण छू कर आशीर्वाद लेते हुए एसपी भोजराज ने कहा कि आप सब मुझसे बड़े है लिहाजा आप सब मेरे लिए भगवान समान है। बुजुर्गों की जरूरतों में बेटे के समान आकर खड़ा होने और उनकी हर जरूरत पूरा करने वाले एसपी की विदाई से बुजुर्ग दुःखी तो थे पर आगामी पदस्थापना व उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देकर बुजुर्गों ने उन्हें विदा किया। इस दौरान आत्मीयता से भरा गाना भी एक बुजुर्ग द्वारा एसपी भोजराज के लिए गाया।
एक वर्ष के अंतराल में किये गए कार्य:- कोरबा में पिछले दो जुलाई को पदस्थापना के बाद एसपी भोजराज ने जनता के अतिरिक्त कर्मचारियों के हितों के लिए भी कई कार्य किये। राज्य में पुलिसकर्मियों को मिलने वाला साप्ताहिक अवकाश शुरू करने वाला पहला जिला कोरबा बना। जिसकी शुरुआत पुलिस अधीक्षक भोजराज के कार्यकाल में ही हुई। खाकी के रंग स्कूल के संग कार्यकम चलाया गया। जिसके तहत स्कूल ने जाकर बच्चो को कानून की सामान्य जानकारी,यातायात, साइबर सुरक्षा,महिलाओं व बच्चो पर घटित होने वाले अपराध ,नशाखोरी से होने वाले नुकसान के सम्बंध में जागरूक करने के साथ ही आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए।
जनदर्शन शुरू करने वाला पहला जिला बना कोरबा,मुख्यमंत्री ने भरी मीटिंग में की थी तारीफ:- राज्य में जनदर्शन शुरू करने वाला पहला जिला कोरबा ही था। भोजराज पटेल ने स्वतः ही संज्ञान लेकर पुलिस जनदर्शन कोरबा जिले में शुरू करवा दिया था। जिसमे आये आगन्तुको के समस्याओं के फीडबैक भी एसपी भोजराज लेते थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीएम हाउस में चिटफंड कंपनियों के रिव्यू के लिए होने वाली बैठक में राज्य के सभी कप्तानों व विभाग के उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में तारीफ करते हुए कहा था कि जब कोरबा जिला जनदर्शन शुरू कर के लोगो की समस्याएं सुलझा सकता हैं तो अन्य जिले क्यो नही। अन्य जिलों को भी कोरबा जिले की तर्ज पर जनदर्शन शुरू करने के निर्देश दिये गए। जिसके बाद बकायदा राज्य सरकार के निर्देश पर आदेश निकाल कर हर जिलो में जनदर्शन शुरू किए गए।
राज्यगीत से थानों के कार्यो की शुरुआत करने वाला पहला जिला भी बना था कोरबा:- " अरपा पैरी के धार" को राज्यगीत घोषित किये जाने के बाद इसका रोजाना ग़ायन किये जाने का राज्य में सर्वप्रथम आदेश कोरबा एसपी रहने के दौरान भोजराज पटेल ने ही किया था। 12 मार्च 2022 को आदेश जारी कर सभी थाना ,चौकी,रिजर्व लाइन पुलिस सहायता केंद्रों में गणना के समय राज्यगीत का गायन किये जाने के निर्देश दिए थे। अकेले पुलिसकर्मी के रहने पर भी मोबाइल से राज्यगीत गायन के निर्देश दिये गए थे। मूलतः रायगढ़ के रहने वाले 2013 बैच के आईपीएस भोजराज पटेल खांटी छतीसगढिया हैं। उनका मानना है कि राज्यगीत के गायन से बंधुत्व, प्रेम और छतीसगढ़ राज्य के प्रति अगाध श्रद्धा का भाव उतपन्न होता है।