राजधानी में पकड़ाया फर्जी आईएएस, लोक कलाकार आईएएस बन उपस्थित हुआ संस्कृति विभाग में और मांगा अनुदान

रायपुर। राजधानी रायपुर में फर्जी आईएएस पकड़ा गया है। संस्कृति विभाग में आईएएस बन कर पहुँचे युवक ने खुद को आईएएस बता कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अनुदान की मांग की थी। संस्कृति विभाग के अफसरों की शिकायत पर फर्जी आईएएस को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार युवक लोक कलाकार है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार कल सिविल लाइन थाना में संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के संचालक विवेक आचार्य के स्टेनोग्राफर देवेश कुमार साहू ने पहुँच कर फर्जी आईएएस की शिकायत की। उनके ऑफिस में तारण दास भारती नाम का युवक पहुँचा और खुद को आईएएस अफसर होना और खुद को कलेक्टर बलौदाबाजार होना बताया। तारण दास भारती ने बताया कि वे एक लोक गायक रहे हैं और एक संस्था भी चलाते हैं। उनकी संस्था को शासन की ओर से आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाए। इसके लिए तारण दास भारती ने एक आवेदन भी प्रदान किया।
आवेदन में युवक ने अपने नाम के साथ आईएएस अंकित किया गया था। थोड़ी देर बाद बातचीत के दौरान युवक ने खुद को यूपी कैडर के 2016 बैच के अफसर होना बताते हुए अपनी वर्तमान पदस्थापना लखनऊ में होना बताया। जबकि उसने पहले खुद को बलौदाबाजार जिले का कलेक्टर बताया था। संस्कृति एवं पुरातत्व कार्यालय में फर्जी आईएएस बन कर पहुँचने व अवैधानिक लाभ लेने की कोशिश पर तारण दास भारती को सिविल लाइन पुलिस ने एफआईआर कर गिरफ्तार किया है। वह बलौदाबाजार के पलारी का रहने वाला है। उसने खुद को इसलिए वहां का कलेक्टर भी बता दिया था।