Raipur SP IPS Santosh Singh: SP पोस्टिंग का रिकार्डः IPS संतोष सिंह ने रायपुर SSP का पदभार संभाला, लगातार नौ जिले का बनाया रिकार्ड
Raipur SP IPS Santosh Singh: संतोष सिंह प्रोबेशन खत्म कर सीएसपी दुर्ग व एडिशनल एसपी सुकमा रहे है। जिसके बाद लगातार वे कई जिलों में एसपी रहे हैं और उनकी कप्तानी का रिकॉर्ड लगातार बना है। वे सबसे पहले कोंडागांव फिर नारायणपुर महासमुंद रायगढ़ कोरिया राजनंदगांव व कोरबा के एसपी रह चुके हैं।
Raipur SP IPS Santosh Singh रायपुर। रायपुर के एसएसपी का पदभार संभालने के साथ ही संतोष सिंह ने लगातार नौ जिले के एसपी रहने का नया कीर्तिमान बनाया है। आईपीएस ब्रदी नारायण मीणा के पास अभी तक नौ जिले के एसपी का रिकार्ड था मगर उनका बीच में एक ब्रेक हुआ।
जानिए आईपीएस संतोष सिंह को
आईपीएस संतोष सिंह 2011 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अफसर है। उत्तरप्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले है। उनके पिता अशोक सिंह प्रतिष्ठित पत्रकार रहें और जागरण जैसे अखबार से लंबे समय तक जुड़े रहें। उनकी माता लक्ष्मी देवी गृहणी है। उन्होंने अपनी स्कूलिंग नवोदय विद्यालय गाजीपुर में रहकर पूरी की है। जिसके बाद ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से पूरा किया। वे ग्रेजुएशन में यूनिवर्सिटी टॉपर रहें। फिर पोस्ट ग्रेजुएशन में गोल्ड मेडलिस्ट रहे। उन्होंने यूजीसी नेट– जेआरएफ भी उत्तीर्ण किया। उन्होंने एमफिल जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी नई दिल्ली से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में किया वर्तमान में वे यूनाइटेड नेशन के द्वारा शांति के लिए किये जा रहे हैं कार्यों पर पीएचडी भी कर रहे हैं।
संतोष सिंह प्रोबेशन खत्म कर सीएसपी दुर्ग व एडिशनल एसपी सुकमा रहे है। जिसके बाद लगातार वे कई जिलों में एसपी रहे हैं और उनकी कप्तानी का रिकॉर्ड लगातार बना है। वे सबसे पहले कोंडागांव फिर नारायणपुर महासमुंद रायगढ़ कोरिया राजनंदगांव व कोरबा के एसपी रह चुके हैं। 1 फरवरी को उन्होंने बिलासपुर जिले में एसपी का प्रभार संभाला था। विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के अलावा कई बड़े मामलों के खुलासे वंश मुक्ति पर प्रभावित ढंग से काम उनके नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस ने किया।
संतोष सिंह के खाते में कई अवार्ड है।। उनके द्वारा चलाए जा रहे अवैध नशे के खिलाफ अभियान निजात को भी कई अवार्ड मिले हैं। उन्हें महासमुंद जिले में एसपी रहने के दौरान चाइल्ड फ्रेंडली पुलिसिंग के लिए चैंपियनशिप ऑफ चेंज अवार्ड मिल चुका है रायगढ़ जिले में पद स्थापना के दौरान संवेदना अभियान के लिए फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड व इंडियन पुलिस अवार्ड मिल चुका है।
उन्हें अंतरराष्ट्रीय आईएसीपी अवार्ड भी मिल चुका है। बता दे कि आईएसीपी अवार्ड अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय संस्था के द्वारा दुनिया भर के पुलिस आर्गेनाइजेशन को उनके कामों के चलते दिया जाता है। छत्तीसगढ़ में अब तक सिर्फ तीन आईपीएस को यह अवार्ड मिला है। जिनमें पहले नंबर पर आरिफ शेख दूसरे नंबर पर संतोष सिंह व तीसरे नंबर पर भावना गुप्ता है। संतोष सिंह को यह अवार्ड अवैध नशे के खिलाफ चलाए जा रहे हैं उनके अभियान निजात के लिए मिला है।
वर्तमान में उनके निजात अभियान को मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स ने 30 बेस्ट स्मार्ट पुलिसिंग वर्क्स में शामिल किया है। रायगढ़ में उनकी पदस्थापना के दौरान कोरोना कल में एक दिन में 12 लाख 37 हजार मार्क्स वितरण का लक्ष्य पूरा कर उन्होंने वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था। महासमुंद में प्रस्तावना के दौरान सर्वाधिक बच्चों को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी उन्होंने बनाया था। उनके निजात अभियान से देश के कई प्रतिष्ठित लोगों बॉलीवुड के स्टार भी जुड़े हुए हैं और इसकी सराहना कर चुके हैं।