NPG डेस्क। सीबीआई ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) फोन टैपिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को गिरफ्तार किया है। इससे पहले उन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया था और वे न्यायिक हिरासत में थे। ईडी द्वारा संजय पांडे को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कर्मचारियों की कथित अवैध फोन टैपिंग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। अब इसी मामले में सीबीआई ने भी पूर्व पुलिस कमिश्नर को गिरफ्तार किया है।
संजय पांडे को दिल्ली की एक अदालत ने चार दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है। कोर्ट ने कहा कि सीबीआई के पास जांच आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त आधार हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण और मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे के खिलाफ 14 जुलाई को पीएमएल के तहत मामला दर्ज किया था। इन तीनों के खिलाफ पहले सीबीआई ने मामला दर्ज किया था।
एनएसई के पूर्व सीईओ रवि नारायण भी ईडी की हिरासत में हैं। उन्हें एनएसई घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस व एक्सचेंज के कर्मचारियों के अवैध ढंग से फोन टैप कराने के मामले में उन्हें हिरासत में लिया गया था। ईडी ने नारायण, एनएसई की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण और मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे के खिलाफ 14 जुलाई को पीएमएल के तहत मामला दर्ज किया था। इन तीनों के खिलाफ पहले सीबीआई ने मामला दर्ज किया था।
बता दें, मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर संजय पांडेय ने 2001 में पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था। इसके बाद उन्होंने एक आईटी ऑडिट कंपनी शुरू की थी। इसके कुछ समय बाद उन्होंने फिर से पुलिस विभाग को अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी और अपने बेटे को कंपनी का निदेशक बना दिया। 2010 से 2015 के बीच आईसेक सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नाम के फर्म को एनएसई के सर्वर और सिस्टम सिक्योरिटी से जुड़ा ठेका दिया गया। इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग किए जाने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे पूछताछ किया और अब सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।
कौन है संजय पांडे?
संजय पांडे 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। पांडे इसी साल 30 जून को सेवा से सेवानिवृत्त हुए हैं। आईआईटी कानपुर से स्नातक पांडे ने मुंबई और पूरे महाराष्ट्र में आईपीएस अधिकारी के रूप में विभिन्न पदों पर कार्य किया।