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पुरोहित के बेटे का कमाल: योगेश्वर द्विवेदी ने एक-दो नहीं पांच बार क्रैक की सरकारी नौकरी की परीक्षा... इस बार बने डिप्टी कलेक्टर...

पुरोहित के बेटे का कमाल: योगेश्वर द्विवेदी ने एक-दो नहीं पांच बार क्रैक की सरकारी नौकरी की परीक्षा... इस बार बने डिप्टी कलेक्टर...
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By Gopal Rao

रायपुर। कल देर रात जारी हुए पीएससी के नतीजों मे कोरबा के योगेश्वर कुमार द्विवेदी ने टॉप टेन में 6 वां स्थान बनाया है। पुरोहित पिता के बेटे योगेश्वर ने कल जारी हुए नतीजों को मिला 5 वीं बार सरकारी नौकरी का एग्जाम क्रेक किया है। सबसे खास बात यह कि उन्होंने पीएससी में अपना पांचवा प्रयास भी दिया है।

कोरबा के सीतामढ़ी के रहने वाले योगेश्वर वर्तमान में सक्ती जिले के मालखरौदा में सहकारिता निरीक्षक के पद पर पदस्थ है। वे लोग मूलतः जांजगीर जिले के बलौदा ब्लॉक के खैजा गांव के रहने वाले है। उनके पिता पुरोहित व मां गृहणी है। बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाने के लिए वे कोरबा के सीतामढ़ी आ कर शिफ्ट हो गए। योगेश्वर कुमार द्विवेदी 4 भाई- बहनों में सबसे छोटे है। उनकी सबसे बड़ी बहन की शादी हो गई है वह गृहणी है। दूसरे नंबर पर भाई है जो अपना व्यवसाय करते हैं। तीसरे नम्बर पर दीदी है उनकी भी शादी हो गई और वह भी गृहणी है। सबसे छोटे योगेश्वर है। सबसे खास बात यह कि चारो भाई बहनों में योगेश्वर ही सरकारी नौकरी में आये हैं।

योगेश्वर ने अपनी स्कूली शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर सीतामढ़ी कोरबा से पूरी की। उनका दसवीं में 85 व बारहवीं बोर्ड में 68 प्रतिशत था। उन्होंने गणित विषय से 12 वीं परीक्षा उतीर्ण की। फिर मैकेनिक ब्रांच से इंजीनियरिंग की। 2015 में इंजीनियरिंग पास आउट होने के बाद वे पीएससी की तैयारियों में जुट गए। उन्होंने 2016 में व्यापम से सहायक संपरीक्षक व 17 में पटवारी परीक्षा निकाली पर जॉइन नही किया। 2017 में पीएससी परीक्षा निकाल कर सहकारिता निरीक्षक बने और नौकरी जॉइन कर ली। 18 में फिर से पीएससी सलेक्ट हुए और जीएसटी निरीक्षक के पद पर सलेक्ट हुए। पर सेम रैंक के चलते जॉइन नही किया। पीएससी 2019 व 2020 में उनका मेंस क्लियर नही हुआ। 2021 पीएससी में वे तीसरी बार इंटरव्यू में पहुँचे और 6 वां रैंक हासिल किया।

योगेश्वर का इंटरव्यू पीएससी बोर्ड अध्यक्ष सोनवानी सर के बोर्ड में पड़ा। उनसे लगभग 25 से 28 प्रश्न पूछे गए। उन्हें मुख्य परीक्षा में 1400 में से 778 नम्बर व इंटरव्यू में 150 में से 78 नम्बर मिले। योगेश्वर बताते हैं कि कोचिंग मिनिमम समय मे मैक्जिम आउट पुट लाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने भी कोचिंग की थी।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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