IAS Anjani Kumar Singh: कौन है आईएएस अंजनी कुमार सिंह, फरियादी मां-बेटी को थाने भिजवा कर चर्चा में आए, जानिये उनके बारे में
IAS Anjani Kumar Singh: आईएएस अंजनी कुमार सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के 2014 बैच के आईएएस अधिकारी है। वे मूलतः भी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। राज्य प्रशासनिक सेवा से पदोन्नत होकर आईएएस बने हैं। वर्तमान में अंजनी कुमार सिंह मैनपुरी जिले के कलेक्टर है।

IAS Anjani Kumar Singh: अंजनी कुमार सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के 2014 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। मूलतः भी वे उत्तरप्रदेश के ही रहने वाले है। वे यूपी के चंदौली जिले के निवासी है। इंजीनियरिंग करने के बाद वे राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर बने। इस दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण पदभार संभाले। वर्ष 2020 में उन्हें आईएएस अवार्ड हुआ। उन्हें आईएएस का 2014 कैडर एलॉट किया गया। वर्तमान में सितंबर 2024 से मैनपुरी के कलेक्टर हैं। दबंगों के द्वारा जमीन कब्जे की शिकायत लेकर आने वाली मां–बेटी को जेल भेजने को लेकर चर्चाओं में है। आईए जानते हैं उनके बारे में...
जन्म और शिक्षा
उत्तर प्रदेश कैडर के 2014 बैच के आईएएस अंजनी कुमार सिंह उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म 1 अगस्त 1972 को हुआ है। बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग की डिग्री उन्होंने ली है। इसके बाद उत्तर प्रदेश पीएससी निकालकर डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए है।
प्रोफेशनल कैरियर
अंजनी कुमार सिंह डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए थे। फिर राज्य प्रशासनिक सेवा से उन्हें आईएएस अवार्ड हुआ। 31 अगस्त 2020 को अंजनी कुमार सिंह को आईएएस अवार्ड हुआ। उन्हें 2014 कैडर एलॉट हुआ। अंजनी कुमार सिंह को जिस समय आईएएस अवार्ड हुआ वह उस समय लखनऊ में एडिशनल कलेक्टर के पद पर तैनात थे। उससे पहले म्युनिसिपल कमिश्नर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन गोरखपुर में तैनात रहे। बाराबंकी और बस्ती जिले के जिला पंचायत सीईओ भी अंजनी कुमार सिंह रह चुके हैं। 2 मार्च 2021 को राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के संचालक के तौर पर कार्यरत रहे। यहां वह 3 साल से अधिक समय तक रहे। इसी साल उन्हें मैनपुरी जिले का कलेक्टर बनाया गया है। जहां उन्होंने 14 सितंबर 2024 को कलेक्टर के पद पर ज्वाइन किया है।
क्यों हैं चर्चे में
अपने सख्त फैसलों को लेकर अंजनी कुमार सिंह चर्चाओं में रहते हैं। हाल ही में जनदर्शन में वे तहसील सभागार में बैठकर जनसमस्याओं को सुनकर उसका निराकरण कर रहे थे। तभी थाना किसनी क्षेत्र के ग्राम बहरामऊ की रहने वाली ग्रामीण महिला राधा देवी अपनी बेटी को लेकर उनके समक्ष पहुंची। उनकी शिकायत थी कि मेढ़बंदी होने के बावजूद भी दबंगों ने उनकी जमीन पर कब्जा कर रखा है और कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। प्रशासन के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक के द्वारा चिन्हांकित कर लगाए गए निशानों को मिटा कर फिर से उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। अंजनी कुमार सिंह ने 5 मिनट तक दोनों मां बेटी किसी गए सुनी और उन्हें शिकायत के निराकरण का आश्वासन दिया।
इस दौरान मां–बेटी तत्काल कार्यवाही की बात पर अड़े थे। जिस पर अंजनी कुमार सिंह और दोनों मां बेटी के बीच बहस होने लगी। बहस के दौरान मां–बेटी ने तत्काल कार्यवाही नहीं होने पर आत्महत्या करने की धमकी दी। इसके बाद नाराज कलेक्टर ने जनदर्शन में ही मौजूद पुलिस अधीक्षक को दोनों मां बेटियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर के आदेश पर दोनों मां बेटी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि कलेक्टर अंजनी कुमार सिंह ने इस मामले में कहा कि समस्या के निराकरण के आश्वासन के बावजूद महिला और उसकी बेटी आत्महत्या की धमकी दे रही थी. किसी भी किस्म की अनहोनी की आशंका पर एहतियातन उन्हें थाना भेजा गया है। वहां समझाइश देकर मां– बेटी के शांत होने पर उन्हें घर भेज दिया गया है।