Kerala IAS Suspended: दो IAS सस्पेंडः एक ने हिन्दू-मुस्लिम का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया, दूसरे ने सीनियर अफसर को बोला मनोरोगी, जाने मामला
Kerala IAS Suspended:
Kerala IAS Suspended: केरल सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन सरकार ने अनुशासनात्मक आधार पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. मुख्यमंत्री ने अनुशासनहीनता के आरोप में आईएएस के गोपालकृष्णन(IAS K Gopalakrishnan) और आईएएस एन प्रशांत (IAS N Prashanth) को सस्पेंड कर दिया है.
धार्मिक व्हाट्सएप ग्रुप मामले में आईएएस गोपालकृष्णन सस्पेंड
आईएएस के गोपालकृष्णन जो 2013 बैच के IAS अधिकारी हैं उनके खिलाफ 'मल्लू हिंदू ऑफिसर्स' और 'मल्लू मुस्लिम ऑफिसर्स" नाम से बनाये गए व्हाट्सएप ग्रुप मामले में हुए. दरअसल, दीपावली के दिन 31 अक्टूबर को प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के गोपालकृष्णन के नंबर से दो व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे. जिनमें मल्लू हिंदू आईएएस और मल्लू मुस्लिम आईएएस व्हाट्सएप ग्रुप बना प्रदेश के कई अफसरों को इसमें जोड़ा गया था. इस ग्रुप में कई अफसरों को जोड़ा गया था। धर्म के आधार पर बने हिंदू ग्रुप में हिंदू अफसरों को और मुस्लिम ग्रुप में मुस्लिम अफसरों को जोड़ा गया था.
आईएएस अधिकारी के गोपालकृष्णन ने मामले को संज्ञान में आने के बाद तिरुवंतपुरम के पुलिस कमिश्नर को इसकी शिकायत की थी. अधिकारी के अनुसार उनका व्हाट्सएप नंबर हैक कर उनके कांटेक्ट में शामिल आईएएस अफसरों को धार्मिक ग्रुप बनाकर जोड़ा गया था. आईएएस के अनुसार ना तो उन्होंने ग्रुप बनाया है ना ही किसी अफसर को जोड़ा है. उन्होंने पूरे मामले की जांच करने का अनुरोध पुलिस कमिश्नर को किया था. वही विवादित दोनों व्हाट्सएप ग्रुप दूसरे दिन डिलीट भी कर दिए गए. मामले में केरल के उद्योग मंत्री पी राजीव कुमार ने राज्य सरकार की तरफ से इसकी जांच करवाए जाने की घोषणा की थी. दूसरी तरफ इस घटना से पुरे राज्य में बवाल मच गया था.
वहीँ जब ग्रुप आईएएस अधिकारी के डिवाइस पर इंस्टॉल किए गए एप्लीकेशन से ही बनाए गए थे. साथ ही अफसर के डिवाइस पर ऐसा कोई अनाधिकृत एप्लीकेशन इंस्टॉल नहीं हुआ था जिसके माध्यम से कोई अन्य व्यक्ति फोन को हैक कर संचालित कर रहा हो. इतना ही नहीं आईपी डाटा ट्रांसफर की जांच से भी यह जानकारी आई की ग्रुप बनाते समय आईएएस का फोन किसी और के कंट्रोल में नहीं था. इसके अलावा फोन जाँच के लिए देने से आईएएस ने अपना फ़ोन फॉर्मेट कर दिया था.
जिसके बाद सरकार ने इस मामले को गंभीर मानते हुए गोपालकृष्णन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है.
इस मामले में एन प्रशांत पर हुई कार्रवाई
'कलेक्टर ब्रो' के नाम से मशहूर आईएएस एन प्रशांत को भी राज्य सरकार ने ससपेंड कर दिया है. एन प्रशांत वर्तमान में कृषि विकास और किसान कल्याण विभाग के विशेष सचिव हैं. आईएएस एन प्रशांत ने सोशल मीडिया पर एक सीनियर अफसर अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) ए जयतिलक के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी. एन प्रशांत ने कहा था उन्होंने अधिकारी को “मनोरोगी” बताया. प्रशांत ने सोशल मीडिया फेसबुक पर पोस्ट शेयर कर अतिरिक्त मुख्य सचिव ए जयतिलक पर गलत खबरें फैलाने का आरोप लगाया था.
प्रशांत ने यह भी आरोप लगाया कि जयतिलक ने कई आईएएस अधिकारियों के करियर को बर्बाद कर दिया है. प्रशांत ने कहा कि सभी नागरिकों को संविधान से आलोचना करने का अधिकार मिला गया है. मैं एक 'विसलब्लोअर' हूं. इतना ही नहीं पूर्व राज्य मत्स्य मंत्री मर्सीकुट्टी अम्मा ने आईएएस एन प्रशांत पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. मंत्री मर्सीकुट्टी अम्मा का कहना है प्रशांत विपक्षी नेताओं के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करते हैं. आईएएस एन प्रशांत और भी कई विवादों में रह चुके हैं. जिसके बाद प्रशांत के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की आलोचना करने के मामले में ससपेंड कर दिया है.