IPS Y Puran Kumar: आईपीएस ने खुद को गोली मारी, सिस्टम में रहकर कई बड़े-बड़े अफसरों के खिलाफ उठाते रहे आवाज, IAS पत्नी है जापान दौरे पर...
IPS Y Puran Kumar:हरियाणा से बड़ी खबर है। वहां एक सीनियर आईपीएस अधिकारी ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। 2001 बैच के आईजी रैंक के अधिकारी पूरन कुमार ने कुछ देर पहले अपने आवास में खुद को गोली मार ली। आईपीएस की आत्महत्या की खबर से हड़ंकप मच गया। छत्तीसगढ़ में भी 2016 में आईपीएस द्वारा गोली मार आत्महत्या करने की घटना हो चुकी है। बिलासपुर एसपी राहुल शर्मा ने पुलिस ऑफिसर मेस में गोली मार सुसाइड कर लिया था।

IPS Y Puran Kumar: चंडीगढ़। हरियाणा में पदस्थ 2001 बैच के आईपीएस अफसर वाई पूरन कुमार ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वे रोहतक पुलिस ट्रेनिंग में आईजी के पद पर कार्यरत थे।
पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया, आईजी पूरन सिंह ने आज 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित तीन मंजिला कोठी के ग्राउंड फ्लोर में खुद को गाली मार ली। गोली लगते ही वे जमीन पर गिर पड़े। पिस्तौल से गोली की आवाज सुन बंगले में तैनात संतरी और स्टाफ दौड़े तो आईपीएस अधिकारी जमीन पर गिरे हुए थे। वहां चारों तरफ खून फैला हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।
वाई पूरन कुमार इस कोठी में अपनी पत्नी और एक बेटी के साथ ग्राउंड फ्लोर में रहते थे। अन्य फ्लोरों पर अलग-अलग परिवार रहते हैं। उनकी बड़ी बेटी विदेश में पढ़ाई कर रही हैं, वहीँ छोटी बेटी चंडीगढ़ में ही रहती है।
आईपीएस पूरन सिंह की पत्नी आईएएस अधिकारी हैं। घटना के वक्त आईएएस पत्नी अमनीत कौर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ विदेश दौरे पर जापान में थीं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और अफसर के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
आईपीएस अफसर ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रशासनिक भेदभाव और उच्चाधिकारियों के उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई थी। अफसर ने कभी भी सत्ता के सामने झुकना नहीं सीखा था। वो सिस्टम में रहते हुये भी भ्रष्टाचार, प्रशासनिक विसंगतियों और उंचे ओहदों पर बैठे अधिकारियों के खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहे। उनके खुदकुशी की खबर ने पूरे पुलिस विभाग को झकझोर कर रख दिया है। हर कोई इस घटना की चर्चा कर रहा है।
एडीजीपी रैंक के अफसर वाई पूरन कुमार वर्तमान में पीटीसी सुनारिया (रोहतक) में आईजी के पद पर कार्यरत थे। इससे पहले उन्हें आईजी रोहतक के पद पर पदस्थापना दी गई थी, लेकिन वे इस पद पर कुछ ही दिन तैनात रहे थे।
छत्तीसगढ़ में भी इस तरह की घटना
छत्तीसगढ़ में भी 2016 में आईपीएस द्वारा गोली मार आत्महत्या करने की घटना हो चुकी है। बिलासपुर एसपी राहुल शर्मा ने पुलिस ऑफिसर मेस में गोली मार सुसाइड कर लिया था।
विवादों से गहरा नाता
आईपीएस वाई पूरन कुमार का विवादों से पुराना नाता रहा है। उन्होंने हरियाणा के मौजूदा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद और पूर्व डीजीपी मनोज यादव के खिलाफ भी आवाज उठाई थी। 2020 में तत्कालीन डीजीपी मनोज यादव पर आरोप लगाये कि वे व्यक्तिगत रंजिश और जातीय भेदभाव के कारण उन्हें टारगेट में लेते रहे। उन्हें जानबुझकर ऐसी पोस्टिंग दी गई, जो उनके कैडर से बाहर थी।
वाई पूरन कुमार ने लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि अनुराग अग्रवाल जातिगत मामलों को देखते हुये अधिकरियों पर कार्रवाई कर रहे हैं। सिर्फ अनुसूचित जाति के अधिकारियों को ही इधर से उधर किया जा रहा है।
उन्होंने गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा पर भी पक्षपाती जांच रिपोर्ट तैयार करने का आरोप लगाया था। उन्होने साल 2024 में डीजीपी शत्रुजीत कपूर के खिलाफ चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि हरियाणा पुलिस सेवा के अधिकारियों के अस्थायी ट्रांसफर शासनादेश के खिलाफ किये गये थे। इसकी जांच करने की मांग उन्होंने की थी।
जानिए कौन थे आईपीएस वाई पूरन कुमार
हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अफसर वाई पूरन कुमार एक सम्मानित अफसर थे। उन्होंने बीई बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी और इसके बाद आईआईएम अहमदाबाद से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट किया था।
अपने कार्यकाल के दौरान वे कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। वे आईजीपी (रोहतक रेंज), आईजीपी कानून व्यवस्था, आईजी दूरसंचार और हाल में ही आईजी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर सुनारिया के पद पर तैनात रहे।
