Begin typing your search above and press return to search.

IPS vs IPS: पूर्व आईपीएस से भिड़ना पड़ा महिला आईपीएस को महंगा, बहस के बाद हुआ तबादला...

IPS vs IPS: पूर्व आईपीएस से भिड़ना पड़ा महिला आईपीएस को महंगा, बहस के बाद हुआ तबादला...
X
By Gopal Rao

पटना। बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले में युवा आईपीएस स्वीटी सहरावत और रिटायर्ड आईपीएस निखिल कुमार की भिड़ंत हो गई। दोनों के बीच बहस के बाद महज दस दिनों के अंदर ही आईपीएस स्वीटी सहरावत का तबादला कर दिया गया। वे औरंगाबाद की एसडीओपी थी। अब उन्हें पटना सदर का एसडीओपी बना दिया गया है। बता दे कि रिटायर्ड आईपीएस निखिल कुमार पुलिस कमिश्नर का डीजीपी रहने के अलावा सांसद और राज्यपाल भी रह चुके हैं

पूरा वाकया औरंगाबाद में हो रही चोरियों से संबंधित है। औरंगाबाद में लगातार चोरियां से परेशान होकर नागरिक निखिल कुमार से मदद मांगने गए थे। निखिल कुमार औरंगाबाद के सांसद रहे थे और लोकल राजनीति में इंवॉल्व रहते हैं। लोगों ने उनसे लगतार हो रही चोरियों के संबंध में शिकायत करते हुए बताया कि पुलिस चोरों को पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। लोगों की शिकायत सुनकर निखिल कुमार ने एसडीओपी औरंगाबाद स्वीटी सहरावत को फोन किया पर फोन रिसीव न होने पर वह पीड़ित लोगों को लेकर उनके सरकारी आवास मिलने चले गए। वहां तैनात गार्ड को जानकारी देकर आईपीएस स्वीटी सहरावत से मिलवाने की मांग की। तब आईपीएस ने मिलने से मना कर दिया। इसके बाद गार्ड के माध्यम से आईपीएस स्वीटी को निखिल कुमार का परिचय बतवाया गया। इसके बावजूद भी आईपीएस स्वीटी सहरावत मिलने के लिए तैयार नहीं हुई और काफी टाइम उन्हें इंतजार करवाया। जब लोगों ने उनसे मिलने की जिद्द ही पकड़ ली तब भी आईपीएस स्वीट उनसे मिलने के लिए तैयार नहीं हुई और ऑफिस के लिए निकलने लगी। इसी दौरान निखिल कुमार और लोगों ने उनसे चर्चा करने के लिए समय मांगा तब उन्होंने सिर्फ 2 मिनट का समय दिया।

आईपीएस स्वीटी सहरावत ने लोगों के साथ ही निखिल कुमार से कहना शुरू कर दिया कि यह उनका पर्सनल स्पेस है, यहां वह किसी को अलाऊ नहीं करती और ना ही हर किसी से मिलती है। जब आईपीएस निखिल कुमार ने उनसे पूछा कि आप आवास पर लोगों से क्यों नहीं मिलती है। आप आईपीएस है और आपकी ड्यूटी है कि जनता से सुबह शाम कहीं भी कभी भी मिलने के लिए तैयार रहे। तब आईपीएस स्वीटी सहरावत ने कहा कि वह सिर्फ दफ्तर में लोगों से मिलती है। यदि आप लोगों को मिलना है तो दफ्तर में आकर मिल सकते हैं। आधा या एक घंटा पहले मुझे सूचना दे दिया जाता तब मैं थोड़ा पहले दफ्तर आ जाती और वही आप लोगों से मिलती। आईपीएस स्वीटी सहरावत निखिल कुमार से कहने लगी कि आप खुद आईपीएस रहे हैं,इसलिए चीजों को अच्छे से जानते समझते हैं। तब निखिल कुमार ने आईपीएस को खिड़की लगाते हुए कहा कि मैं आईपीएस रहा हूं इसलिए ही जानता हूं कि जनता की समस्या पर उसका निराकरण तुरंत होना चाहिए। शहर में लगातार चोरियां हो रही है, आपने क्या एक्शन लिया, यह बताइए, और आपने कोई एक्शन लिया भी है तो उसका कोई असर होता क्यों नहीं दिख रहा है और चोरियां लगातार क्यों हो रही है। हम आपसे लगातार हो रही चोरियों के सिलसिले में मिलने आए हैं और आप है कि हमें इंतजार ही कराए जा रही हैं। निखिल कुमार के साथ आए लोगों को भी आईपीएस कह रही है कि आप दफ्तर में मिल सकते थे, यहां क्यों आ गए, वहां मैं आप लोगों की समस्याएं आराम से सुनती। तब लोगों ने उनसे कहा कि हम दफ्तर में भी आपसे नहीं मिल पाते इसलिए ही निखिल कुमार जी के पास पहुंचे हैं।

दोनों को बीच हुए बहस का साथ आए लोगों ने वीडियो बना कर सोशल मीडिया में डाल दिया। देश भर के लोगों ने इसे देखा और यह खबरों की सुर्खियां बनी। जिसके बाद 13 सितंबर को हुए तबादलों में स्वीटी सहरावत का तबादला औरंगाबाद एसडीओपी से सदर एसडीओपी पटना तबादला कर दिया गया। हालांकि तबादलों में एक और आईपीएस काम्या मिश्रा समेत 64 राज्य पुलिस सेवा के अफसरों के भी नाम है। पर चर्चा है कि आईपीएस स्वीटी सहरावत का तबादला निखिल कुमार से बहस के बाद ही किया गया है।

आइए जानते हैं कौन हैं निखिल कुमार जिनसे भिड़ना महिला आईपीएस को महंगा पड़ा..

आईपीएस निखिल कुमार सिंह बिहार के पहले उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री डॉ अनुग्रह नारायण सिंह के पोते हैं। निखिल कुमार के पिता सत्यनारायण सिंह बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनकी मां किशोरी सिन्हा वैशाली जिले से कई बार सांसद रह चुकी हैं निखिल कुमार की पत्नी श्यामा सिंह जी औरंगाबाद से सांसद रह चुकी है।

बेहद लो प्रोफाइल रहने वाले निखिल कुमार का कैरियर खुद भी हाई प्रोफाइल रहा है। वह 1963 बैच के आईपीएस अफसर रहे हैं। अपनी सर्विस के दौरान उन्होंने कई जिम्मेदारियां निभाई। देश की राजधानी दिल्ली के पुलिस कमिश्नर रहने के अलावा नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के निदेशक, भारत–तिब्बत सीमा पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के डायरेक्टर भी रहे हैं। भारत सरकार के गृह मंत्रालय में विशेष सचिव भी रह चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद निखिल कुमार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का सलाहकार भी बनाया गया था। बाद में निखिल कुमार राजनीति में आए और कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत कर औरंगाबाद से सांसद बने। निखिल कुमार सिंह केरल और नागालैंड के राज्यपाल भी रह चुके हैं।

अब जानें आईपीएस स्वीटी सहरावत के बारे में...

आईपीएस स्वीटी सहरावत दिल्ली की रहने वाली है। उनके पिता दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल थे। 2013 में हुए एक सड़क हादसे में उनके पिता की मौत हो गई है। स्वीटी शेरावत ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से डिजाइन इंजीनियरिंग की है। B.tech करने के बाद सूची सहरावत में डिजाइन इंजीनियरिंग की नौकरी कर ली थी। फिर 2019 में यूपीएससी क्रैक किया। उनका ऑल इंडिया बैंक 187 था। उन्हें बिहार कैडर अलॉट हुआ और औरंगाबाद में पोस्टिंग हुई थी।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

Read MoreRead Less

Next Story