IPS Trilok Bansal Biography in Hindi: आईपीएस त्रिलोक बंसल का जीवन परिचय ( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस त्रिलोक बंसल?
IPS Trilok Bansal Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth:– त्रिलोक बंसल छत्तीसगढ़ कैडर के 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे मूलतः छत्तीसगढ़ के ही रहने वाले है। आईआईटी से इंजीनियरिंग करने के बाद त्रिलोक बंसल 97 वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बने हैं। आईपीएस से पहले भी यूपीएससी के माध्यम से अन्य सेवाओं के लिए उनका चयन हुआ था।
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एनपीजी। त्रिलोक बंसल छत्तीसगढ़ कैडर के 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी है। वे मूलतः छत्तीसगढ़ के ही महासमुंद जिले के रहने वाले हैं। आईआईटी से बीटेक करने के बाद तीन बार यूपीएससी द्वारा ली जाने वाली इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस क्रैक की और दो बार सिविल सर्विसेस क्रैक की। वर्तमान में त्रिलोक बंसल खैरागढ़– छुईखदान– गंडई जिले के पुलिस अधीक्षक हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में...
जन्म और शिक्षा:–
छत्तीसगढ़ कैडर के 2016 बैच के आईपीएस त्रिलोक बंसल मूलतः महासमुंद जिले के रहने वाले है। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1983 को हुआ था। उनके पिता व्यापारी व मां गृहणी हैं। त्रिलोक बंसल चार भाई– बहनों में तीसरे नंबर पर है। त्रिलोक से बड़े दो भाई व उनसे छोटी एक बहन है। उनकी स्कूली शिक्षा महासमुंद जिले से ही हुई थी। 12वीं बोर्ड की परीक्षा में मध्यप्रदेश बोर्ड एग्जाम में फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ्स संकाय में सब्जेक्ट टॉपर त्रिलोक बंसल रहे थे। आईआईटी प्रवेश परीक्षा क्रैक कर आईआईटी में प्रवेश लिया। 2006 में इन्होंने बीएचयू के आईआईटी सिविल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
तीन बार क्रैक की यूपीएससी द्वारा ली जाने वाली इंजीनियरिंग सर्विसेस परीक्षा:–
बीटेक के बाद इन्होंने यूपीएससी एग्जाम दिया और 2006 में ही इनका चयन भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के लिए हुआ। सलेक्शन के बाद उन्होंने मिलिट्री इंजीनियरिंग सेवा दिल्ली में वर्ष 2006 से 2008 तक अपनी सेवाएं दीं। साथ ही उन्होंने वर्ष 2007 के यूपीएससी एग्जाम में पुनः सफलता प्राप्त की और एमईएस के लिए चयनित हुए। 2008 में यूपीएससी द्वारा ली जाने वाली इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस के लिए चयनित हुए। और उन्होंने रेलवे विभाग सेवा के लिए चुना। इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ़ इंजीनियरिंग की नौकरी करते-करते उन्होंने तैयारी की और 2014 में यूपीएससी फिर से क्रैक की।
दो बार निकाला यूपीएससी का सिविल सर्विसेस एग्जाम:–
रेलवे की नौकरी के दौरान ही वर्ष 2014 का यूपीएससी सिविल सर्विसेज का एग्जाम त्रिलोक बंसल ने क्रैक किया। उन्हें दिल्ली पुलिस में एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर आफ पुलिस) के रूप में पोस्टिंग मिली। इसके बाद एक बार फिर उन्होंने वर्ष 2015 का यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम दिया और ऑल इंडिया रैंक 97 के साथ त्रिलोक को आईपीएस के लिए चयनित किया गया।
प्रोफेशनल कैरियर:–
त्रिलोक बंसल ने 29 अगस्त 2016 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की। लाल बहादुर शास्त्री प्रशिक्षण अकादमी हैदराबाद से ट्रेनिंग खत्म करने के बाद फील्ड ट्रेनिंग के लिए उनकी पोस्टिंग प्रशिक्षु आईपीएस के तौर पर दुर्ग जिले में हुई। दुर्ग में ही वे सीएसपी भी रहें। राजधानी रायपुर में भी अप्रैल 2019 से नवंबर 2019 तक सिविल लाइन सीसी के पद पर पदस्थ रहे। नवंबर 2019 में आईपीएस त्रिलोक बंसल को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का एडीसी बनाया गया। बतौर एसपी उनकी पहली पदस्थापना गौरेला– पेंड्रा– मरवाही जिले में हुई। जुलाई 21 से जुलाई 22 तक वे छत्तीसगढ़ के नए जिले गौरेला पेंड्रा मरवाही के दूसरे पुलिस अधीक्षक रहे। जुलाई 22 से फरवरी 24 तक त्रिलोक बंसल कोरिया जिले के पुलिस अधीक्षक रहे। वर्तमान में त्रिलोक बंसल फरवरी 24 से खैरागढ़– छुईखदान–गंडई जिले के पुलिस अधीक्षक हैं।
तीन भाई बहन हैं अफसर:–
त्रिलोक बंसल के अफसर बनने के पीछे उनके माता-पिता का योगदान है। उनकी माता कौशल्या बंसल केवल आठवीं तक शिक्षित थी पर उनकी प्रेरणा से उनकी सभी संताने सफल बनी। कौशल्या बंसल की शादी मात्र 17 साल की उम्र में सन 1974 में हो गई थी। कौशल्या बंसल की माता– पिता की दस संतानें हैं। उनके कुल पांच भाई और पांच बहन है। कौशल्या बंसल की बड़ी बहन की शादी के बाद छोटे भाई बहनों को संभालने वह घर के कामों के दायित्व के चलते उनकी पढ़ाई आठवीं के बाद ही छूट गई थी। पर उन्होंने शादी के बाद अपने बच्चों की शिक्षा पर पूरा ध्यान दिया और पति के साथ मिलकर बच्चों को पढ़ाया। कौशल्या बंसल को जब लगा कि वह बच्चों को अंग्रेजी नहीं पढ़ पा रही हैं तो उन्होंने बच्चों को हिंदी में पढ़ाया।
उनके चारों बच्चों ने भी खूब मेहनत की। उनका सबसे बड़ा बेटा श्रवण बंसल 2002 में यूपीएससी क्रैक कर भारतीय राजस्व सेवा के लिए चुना गया। वर्तमान में श्रवण जीएसटी विभाग में अफसर है। दूसरे नंबर का बेटा मनीष बंसल पिता का व्यापार संभालता है और सफल बिजनेसमैन है। तीसरे नंबर पर खुद त्रिलोक बंसल हैं जो आईपीएस है और वर्तमान में खैरागढ़ छुई खदान गंडई जिले के पुलिस अधीक्षक हैं। उनकी सबसे छोटी बेटी शीतल बंसल डिप्टी कलेक्टर है। त्रिलोक बंसल के बहनोई आयुष जैन भारतीय वन सेवा के अधिकारी हैं।
जीवन साथी:–
त्रिलोक बंसल का विवाह श्वेता बंसल से हुआ है। त्रिलोक बंसल को बैडमिंटन खेलने, मूवी देखने, मोटिवेशनल पुस्तक पढ़ने का शौक है। इसके अलावा बंसल दंपति को घूमने का भी शौक है।