IPS Kundan Krishnan News: जानिए कौन है IPS कुंदन कृष्णन? जिन्होंने अपराध के लिए किसानों को बताया जिम्मेदार....
IPS Kundan Krishnan News: बिहार के चर्चित आईपीएस कुंदन कृष्णन(IPS Kundan Krishnan) एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं. उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध का जिम्मेदार किसानों को बताया है.

IPS Kundan Krishnan News
IPS Kundan Krishnan News: बिहार के चर्चित आईपीएस कुंदन कृष्णन(IPS Kundan Krishnan) एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं. जहाँ एक तरफ पटना के मशहूर बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्याकांड के जांच में बिहार पुलिस के ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन(ADG Headquarters Kundan Krishnan) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर वाहवाही लूटी. वहीँ, अब राज्य में हो रहे अपराध को लेकर किसान पर दिये गए बयान के चलते चर्चा में हैं. उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध का जिम्मेदार किसानों को बताया है. उन्होंने कहा था कि दो-तीन महीने जब किसान खेती-बाड़ी से फ्री रहते हैं, तब अपराध बढ़ जाते हैं। हालांकि, उनके इस बयान पर विवाद हुआ तो ट्वीट कर अपने अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि किसानों को अगर बुरा लगा तो मुझे अफसोस है। बता दें, आईपीएस अपनी सख्त पुलिसिंग और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जाने जाते हैं. वहीँ, अब चर्चा में आने के बाद लोग जानना चाहते हैं आईपीएस कुंदन कृष्णन कौन है, कितना पढ़ें लिखे हैं. तो आईये जानते हैं इस आईपीएस अधिकारी के बारे में....
कौन है आईपीएस कुंदन कृष्णन
कुंदन कृष्णन बिहार कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वह मूलतः नालंदा जिले के रहने वाले हैं. कुंदन कुमार का जन्म 8 मार्च 1969 को हुआ. एमए इतिहास से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के बाद कुंदन कृष्णन ने यूपीएससी क्रैक की है और आईपीएस बने हैं. 4 सितंबर 1994 को उन्होंने आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की.
प्रोफेशनल कैरियर
कुंदन कृष्णन कड़क मिजाज के आईपीएस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं. वह राजधानी पटना, छपरा समेत कई जिलों के एसपी रहे हैं. बाहुबली आनंद मोहन जेल में रहने के दौरान पेशी में शामिल होने कोर्ट आए थे. कोर्ट से वापस जेल जाने के बावजूद पटना के होटल में रुक गए थे. इस वक्त पटना के एसपी कुंदन कृष्णन थे. आनंद मोहन के हथियारबंद समर्थकों ने न केवल बवाल किया बल्कि पुलिस पार्टी पर हमला भी कर दिया था. इसके बावजूद कुंदन कुमार पीछे नहीं हटे...उन्होंने आनंद मोहन को गिरफ्तार कर लिया था.
छपरा जेल गोलीकांड से चर्चा में
कुंदन कृष्णन के नाम से बिहार के बड़े-बड़े बाहुबली खौफ खाते थे. 2002 में छपरा जिले के एसपी रहने के दौरान छपरा जेल के कैदियों ने बवाल काटते हुए जेल के अधिकारियों, कर्मचारियों को बंधक बना जेल पर कब्जा कर लिया था. सूचना मिलने पर जेल पहुंची फोर्स पर भी कुख्यात कैदियों ने फायरिंग कर दी. कुंदन कृष्णन पीछे नहीं हटे. वे खुद एके-47 लेकर जेल के अंदर घुस गए। उन्होंने स्थिति को नियंतित्र करने गोली चलाने का आदेश दिया. पुलिस की जवाबी कार्यवाही में पांच कैदी मारे गए. इस अभियान में कुंदन कृष्णन का हाथ भी फ्रैक्चर हो गया. यह केस काफी चर्चाओं में रहा था. क्योंकि, चर्चा यह भी कि कुंदन के खौफ से छपरा जिले के बड़े क्रीमिनल जमानत निरस्त कराकर जेल चले गए थे. जेल से वे रंगदारी वसूल रहे थे. साथ ही जेल को भी अपने हिसाब से चलाना चाहते थे. इसको लेकर भिड़ंत हो गई. पुलिस की गोलीबारी में पांच कैदी मारे गए थे, वे सभी छंटे हुए बदमाश थे.
महत्वपूर्ण पोस्टिंग
कुंदन कृष्णन एडीजी अपर नागरिक सुरक्षा आयुक्त भी रह चुके है. एडीजी पुलिस मुख्यालय भी बिहार में वे रहे हैं. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस) में संयुक्त सचिव के पद पर भी रहे हैं. एडीजी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के पद पर 2021 में गए थे. कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद सीआईएसफ को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था. उस वक्त सीआईएसफ की तरफ से सुरक्षा की जवाबदारी कुंदन कृष्णन सम्हाल रहे थे. कुंदन छत्तीसगढ़. में आईबी की पोस्टिंग कर चुके हैं.
अब क्यों है चर्चा में
बिहार में एक के बाद एक ह्त्या के मामले सामने आ रहे हैं. बुधवार को पटना के फेमस पारस अस्पताल में बेखौफ अपराधियों ने घुसकर इलाज करा रहे एक कैदी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसी मामले में बिहार पुलिस के ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान उन्होंने कहा, "मई-जून में मर्डर ज्यादा होते हैं क्योंकि किसानों के पास काम नहीं होता" ' इस बयान के बाद उनपर कई सवाल उठ रहे हैं.
