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IPS Kailash Makwana Biography in Hindi: आईपीएस कैलाश मकवाना का जीवन परिचय ( जीवनी), जाने कौन है मध्यप्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना...

IPS Kailash Makwana Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: आईपीएस कैलाश मकवाना को मध्य प्रदेश का नया डीजीपी नियुक्त किया गया है। वे 1988 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के आईपीएस है। मूलतः भी वे मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। आईआईटी से एमटेक करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा क्रैक की है। छत्तीसगढ़ में वे रायपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर में भी सेवा दे चुके है। वर्तमान में पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष है। अब मध्यप्रदेश के 32 वें डीजीपी का कार्यभार संभालेंगे।

IPS Kailash Makwana Biography in Hindi: आईपीएस कैलाश मकवाना का जीवन परिचय ( जीवनी), जाने कौन है मध्यप्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना...
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By Gopal Rao

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एनपीजी। कैलाश मकवाना को मध्यप्रदेश का नए डीजीपी नियुक्त किया गया है। वर्तमान डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना इसी माह 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। उनकी जगह कैलाश मकवाना को डीजीपी नियुक्त करने की सहमति मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने यूके और जर्मनी यात्रा पर निकलने से पहले दी। इसके बाद गृह विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा ने मकवाना के नाम का आदेश जारी कर दिया। मध्य प्रदेश सरकार ने नौ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नामों का पैनल यूपीएससी को भेजा था। 21 नवंबर को दिल्ली में यूपीएससी की बैठक हुई जिसमें तीन नामों का पैनल यूपीएससी से तैयार कर राज्य सरकार को भेजा गया। इनमें 1988 बैच के आईपीएस कैलाश मकवाना का नाम पहले नंबर पर था। इनके अलावा 88 बैच के ही आईपीएस और डीजी होमगार्ड अरविंद कुमार और 1989 बैच के ही आईपीएस और डीजी ईओडब्ल्यू अजय शर्मा के नाम भी पैनल में थे। जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कैलाश मकवाना के नाम पर सहमति जताई। 30 दिसंबर 2025 तक मकवाना का कार्यकाल होगा। आइए जानते हैं उनके बारे में....

जन्म और शिक्षा:–

कैलाश मकवाना का जन्म 11 दिसंबर 1965 को हुआ है। हुए मध्यप्रदेश राज्य के मालवांचल के ही मूल निवासी हैं। उन्होंने भोपाल के एमएसीटी ( मैनिटी) इंजीनियरिंग कॉलेज से बैचलर आफ इंजीनियरिंग की डिग्री ली। पढ़ाई के दौरान 15 अगस्त 1983 को मकवाना को समूह गायन में फर्स्ट प्राइज भी मिला था। हाल ही में 18 नवंबर को मकवाना ने प्राइज मिलने का फोटो भी सोशल मीडिया में शेयर किया था। फिर दिल्ली आईआईटी से एमटेक की पढ़ाई की। एमटेक करने के बाद यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बने।

प्रोफेशनल कैरियर:–

कैलाश मकवाना ने 30 अगस्त 1988 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की थी। ट्रेनिंग खत्म करने के बाद अविभाजित मध्य प्रदेश के कई जिलों में मकवाना रहे थे। वे 1989 से 1993 तक एडिशनल एसपी दुर्ग, मुरैना और जबलपुर में रहे। फिर 1994 से 1999 तक अविभाजित मध्यप्रदेश के दंतेवाड़ा और बस्तर जिलों ( अब छत्तीसगढ़) में एसपी रहें। इसके अलावा मध्य प्रदेश के मंदसौर और बैतूल में भी एसपी रहें। एसपी लोकायुक्त के अलावा डीआईजी इंटेलिजेंस और डीआईजी एजेके रहे हैं। स्पेशल डीजी सीआईडी और नारकोटिक्स विभाग रहे हैं। लोकायुक्त के डीजी और एडीजी नारकोटिक्स रहे हैं। एडीजी इंटेलीजेंस और एडीजी प्रशासन भी रहे हैं। 2022 से पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के डीजी का प्रभार कैलाश मकवाना रहे हैं।

ईमानदार छवि, साढ़े तीन साल में हुए सात तबादले:–

कैलाश मकवाना की छवि तेज तर्रार और ईमानदार पुलिस अफसरों में होती है। साढ़े तीन साल में उनका सात बार तबादला हुआ। कमलनाथ सरकार में भी उन्हें कम समय में ही तीन बार इधर से उधर किया गया था। शिवराज सरकार के कार्यकाल के दौरान कैलाश मकवाना लोकायुक्त के डीजी के पद पर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक आईएएस और एक आईएफएस पर मामला दर्ज करवाया था। भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही में तेजी लाते हुए लंबे समय से लंबित पड़ी गई जांच को शुरू करवा दिया। महाकाल लोक कॉरिडोर में हुए घोटालों पर मकवाना ने अपने अधीन टेक्निकल सेल से जांच शुरू करवा दी। हालांकि तत्कालीन शिवराज सरकार ने उनके इस फैसले पर नाराजगी दिखाते हुए 6 माह में ही उन्हें लोकायुक्त दीजिए से हटकर मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में अध्यक्ष बना दिया। फोन की जगह शिवराज सिंह के ओएसडी योगेश चौधरी को लोकायुक्त का डीजी बनाया गया। तब माना गया था कि योगेश चौधरी से कैलाश मकवाना की पटरी नहीं बैठ रही है। उन्हें हटाने के साथ ही मकवाना की गोपनीय चरित्रावली भी खराब करते हुए कमतर कर दी गई। उन्होंने अपनी गोपनीय चरित्रावली सुधरवाने के लिए मध्य प्रदेश शासन से 9 महीने पहले अपील की थी। उन्होंने रिप्रेजेंटेशन भेजते हुए सरकार से निवेदन किया था कि लोकायुक्त में 6 माह तक डीजी रहने के दौरान प्रभावशाली अफसरों के खिलाफ जांच करने पर उनकी एसीआर दुर्भावनापूर्वक खराब कर दी गई है। जिस पर शासन को उचित निर्णय लेना चाहिए। तत्कालीन मोहन सरकार ने मकवाना की गोपनीय चरित्रावली सुधारी। जानकारी के मुताबिक उन्हें मोहन सरकार ने 10 में से 10 नंबर दिए।

कल शनिवार को विदेश प्रवास में निकलने से पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उनके नाम की अनुमति दी। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री मोहन यादव के वापस आने के बाद ही उनके सामने विधिवत मकवाना डीजीपी का प्रभार ग्रहण करेंगे। उनका कार्यकाल 30 दिसंबर 2025 तक होगा।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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