IPS Alankrita Singh News: कौन हैं अलंकृता सिंह, माँ के लिए बनी IPS अफसर, पति के लिए नौकरी छोड़ पहुंचीं लंदन
IPS Alankrita Singh News: 2008 बैच के आईपीएस अलंकृता सिंह(IPS Alankrita Singh) का इस्तीफा मंजूर हो गया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने आईपीएस अलंकृता सिंह का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. साल 2021 में अलंकृता सिंह को ससपेंड कर दिया गया था. इसी दौरान अलंकृता सिंह ने इस्तीफा यूपी सरकार को भेज दिया था.

IPS Alankrita Singh News: 2008 बैच के आईपीएस अलंकृता सिंह(IPS Alankrita Singh) का इस्तीफा मंजूर हो गया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने आईपीएस अलंकृता सिंह का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. साल 2021 में अलंकृता सिंह को ससपेंड कर दिया गया था. इसी दौरान अलंकृता सिंह ने इस्तीफा यूपी सरकार को भेज दिया था.
दरअसल, आईपीएस अलंकृता सिंह अनुशासनहीनता को लेकर सस्पेंड किया गया था. अलंकृता सिंह के पति विद्या भूषण जो 2008 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. विद्या भूषण अमेठी, प्रतापगढ़ और इटावा समेत कई जिलों में डीएम रह चुके हैं. साल 2023 वाराणसी में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी रहने के दौरान उन्होंने वीआरएस ले लिया था. उसके बाद लंदन चले गए और वहां शिफ्ट हो गए थे.
2021 में हुई थी ससपेंड
वहीँ, 2021 में अलंकृता सिंह भी विभाग को बिना बताए लंदन चली गई थीं. इस दौरान वो महिला व बाल सुरक्षा संगठन (1090) के एसपी के पद पर तैनात थी. अलंकृता ने 19 फरवरी 2021 से 20 अक्टूबर 2021 तक छुट्टी पर थी. अलंकृता ने व्हाट्सएप कॉल के जरिए अपर पुलिस महानिदेशक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन को बताया कि वो विदेश गयी हुई है. जिसके बाद विभाग ने उनके खिलाफ जांच की और जांच के बाद अनुशासनहीनता के चलते आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह को निलंबित कर दिया गया था.
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने इस सम्बन्ध में आदेश भी जारी किया था. जिसमे बताया गया था, कि अलंकृता सिंह ने अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाही और उदासीनता बरती है. इसलिए अलंकृता सिंह को अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन एवं अपील) नियमावली-1969 के नियम 3 द्वारा दिए गए अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है.
कौन है आईपीएस अलंकृता सिंह
बता दें, आईपीएस अलंकृता सिंह महिलाओं के लिए जानी जाती है. अलंकृता सिंह ने महिलाओं को लेकर कई ऐसे कार्य किये जिसके लिए उनकी सराहना की जाती है. अलंकृता सिंह 2008 बैच की उत्तर प्रदेश कैडर की आईपीएएस अधिकारी रही हैं. वह मूल रूप से यूपी के बरेली जिले की रहने वाली हैं. अलंकृता सिंह की प्रारंभिक शिक्षा बरेली से हुई है. उन्होंने 2002 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से गणित में उन्होंने एमएससी किया.
उसके बाद अलंकृता सिंह मां के कहने पर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गयी. वहीँ बचपन से ही अलंकृता के पिता ने आत्मसम्मान के साथ जीने की सीख दी. और उसी प्रेणा से उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास की और 2008 में भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी बन गयी. अलंकृता सिंह ने कई बड़े पद तैनात रही है. सुलतानपुर एसपी रह चुकी है. सुलतानपुर की एसपी रहने के दौरान अलंकृता सिंह ने फोन पर महिलाओं को तंग करने वालों के विरुद्ध अभियान के तहत कार्रवाई की थी. जिसके लिए उनकी खूब तारीफ़ हुई थी. बताया जाता है उसी की तर्ज पर फिर महिलाओं की सुरक्षा और उनमें जागरूकता के लिये व महिला उत्पीड़न की घटनाओं को सख्ती से रोकने के लिए विमेन पावर लाइन 1090 की शुरुआत हुई थी.
वहीँ, 2017 में वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चली गईं थीं. उन्हें मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में उप निदेशक के पद पर तैनात किया गया था. 2021 में वह अपने मूल कैडर में उत्तर प्रदेश लौटी गयी थी. प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद 10 जून 2021 को उनकी तैनाती महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में एसपी के पद पर की गई थी. इसी दौरान अलंकृता सिंह अनुमति बगैर ही पति के लिए विदेश चली गईं थी. जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. वहीँ अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. मिली जानकारी के मुतावक अलंकृता सिंह अपने पति विद्या भूषण के साथ लंदन में ही रह रही हैं.