IAS Vikas Sheel: विकास शील मुख्य सचिव बनने इस दिन आएंगे रायपुर, सवाल...सुपरसीड होने वाले IAS रेणु पिल्ले और सुब्रत साहू को सरकार क्या पोस्टिंग देगी?...
IAS Vikas Sheel: आईएएस विकास शील 29 सितंबर को दिल्ली से रायपुर आएंगे। उसी के दो-एक दिन आगे-पीछे उन्हें मुख्य सचिव (Chhattisgarh Chief Secretary) बनाने का आदेश निकलेगा। वे 30 सितंबर को रिटायर हो रहे मुख्य सचिव अमिताभ जैन से कार्यभार संभालेंगे। विकास शील छत्तीसगढ़ के 13वें चीफ सिकरेट्री होंगे।

IAS Vikas Sheel: रायपुर। छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस विकास शील एशियाई डेवलपमेंट बैंक से रिलीव होकर दिल्ली आ चुके हैं। भारत सरकार से उनका डेपुटेशन समाप्त कर मूल कैडर भेजने का आदेश अभी नहीं निकला है। अंदेशा है कि दो-एक दिन में कभी भी उन्हें छत्तीसगढ़ भेजने का आर्डर जारी हो जाएगा। ऐसा समझा जाता है कि विकास शील (IAS Vikas Sheel) अमिताभ जैन के रिटायर होने से एक दिन पहले 29 जून को रायपुर आकर अपनी ज्वाईनिंग देंगे। इसके बाद 30 सितंबर को दोपहर बाद किसी भी समय वे अमिताभ जैन से कार्यभार संभालेंगे।
उससे पहले नए मुख्य सचिव का आदेश निकलेगा। हो सकता है, दो-एक दिन पहले इस बार विकास शील (IAS Vikas Sheel) का आदेश निकल जाए। विकास शील छत्तीसगढ़ के 13वें मुख्य सचिव (Chhattisgarh Chief Secretary) बनेंगे। 94 बैच के आईएएस अधिकारी विकास शील को मुख्य सचिव बनाने के लिए विशेष तौर पर छत्तीसगढ़ सरकार ने बुलाया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। फिर डीओपीटी ने एशियाई विकास बैंक को पत्र लिख विकास शील को कार्यमुक्त कर भारत भेजने कहा था।
पांच आईएएस अफसरों को सुपरसीड
विकास शील छत्तीसगढ़ कैडर के पांच आईएएस अधिकारियों को सुपरसीड करके मुख्य सचिव बनेंगे। इनमें से रेणु पिल्ले, सुब्रत साहू और अमित अग्रवाल एक से तीन बैच तक सीनियर हैं। तो बैचवाइज सीनियरिटी की बात करें तो 94 बैच में सबसे उपर ऋचा शर्मा हैं, उनके नीचे निधि छिब्बर। खैर बैचवाइज सीनियरिटी एक बार चल जाता है। जूनियर को चीफ सिकरेट्री बनाने के बाद सीनियर अफसरों को मंत्रालय से बाहर शिफ्थ करने की परंपरा पूरे देश में रही हैं।
रेणु पिल्ले की पोस्टिंग?
एसीएस रेणु पिल्ले, सुब्रत साहू और अमित अग्रवाल में से अमित इस समय सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं। मगर रेणु और सुब्रत छत्तीसगढ़ में ही हैं। रेणु पिल्ले के पास मंत्रालय में साइंस एंड टेक्नॉलॉजी है। इसके अलावा वे माध्यमिक शिक्षा मंडल और व्यापम याने व्यवसायिक परीक्षा मंडल की चेयरमैन हैं। अमिताभ जैन के रिटायर होने के बाद 91 बैच की आईएएस अधिकारी रेणु पिल्ले छत्तीसगढ़ की सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। विकास शील के मुख्य सचिव बनने के बाद रेणु पिल्ले को मंत्रालय से शिफ्थ करना पडे़़गा। हालांकि, उनके पास पहले से ही विभाग के नाम पर कोई खास नहीं था। साइंस एंड टेक्नालॉजी छोटा विभाग माना जाता है। उनकी मुख्य पोस्टिंग माशिमं और व्यापम का चेयरमैन रही और ये दोनों अभी भी बरकरार रह सकती है। वैसे भी माशिमं और व्यापम का चेयरमैन आमतौर पर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी को ही बनाया जाता है। इसलिए प्रतीत होता है कि रेणु पिल्ले के पास ये दोनों बोर्ड रहेंगे।
आईएएस सुब्रत साहू की पोस्टिंग?
92 बैच के आईएएस सुब्रत साहू के पास इस समय एसीएस सहकारिता हैं। इसके अलावा उनके पास प्रशासन अकादमी के महानिदेशक का प्रभार है। जाहिर है, विकास शील के चीफ सिकरेट्री बनने के बाद सुब्रत मंत्रालय के सहकारिता विभाग से हटेंगे। लेकिन, प्रशासन अकादमी का उनका दायित्व बरकरार रह सकता है। छत्तीसगढ़ राजस्व बोर्ड का चेयरमैन का पद अगले महीने 31 अक्टूबर को खाली हो रहा है। चेयरमैन टीपी वर्मा अगले महीने रिटायर हो जाएंगे। अत्यधिक संभावना है कि सुब्रत साहू को राजस्व बोर्ड का चेयरमैन बना दिया जाए। मगर ये अभी क्लियर नहीं हुआ है कि इसके लिए सरकार टीपी वर्मा के रिटायर होने का वेट करेगी या फिर हाल-फिलहाल में सुब्रत साहू को चेयरमैन बनाने का आदेश जारी कर दिया जाएगा। अलबत्ता, दो-एक महीने पहले ही टीपी वर्मा को मेंबर से अपग्रेड करके राजस्व बोर्ड चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। फिर रिटायरमेंट से एक महीना पहले हटा देना, शायद मुनासिब न समझा जाए। लिहाजा, संभावना इसकी अधिक है कि सरकार टीपी वर्मा के रिटायर होने का महीने भर इंतजार करें, इसके बाद सुब्रत साहू को रेवेन्यू बोर्ड चेयरमैन बनाने का आदेश निकाला जाए।
रेणु 2027 और सुब्रत 2028 में होंगे रिटायर
एसीएस रेणु पिल्ले फरवरी 2027 में रिटायर होंगी तो एसीएस सुब्रत साहू जुलाई 2028 में। तब तक दोनों के पास माध्यमिक शिक्षा मंडल, व्यापम और राजस्व बोर्ड चेयरमैन की जिम्मेदारी रहेंगी। विकास शील 2029 में रिटायर होंगे। उनसे पहले ये दोनों सीनियर अफसर सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
ऋर्चा, मनोज का क्लियर नहीं
छत्तीसगढ़ में 94 बैच के चार आईएएस अधिकारी हैं। विकास शील और उनकी पत्नी निधि छिब्बर के अलावा ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ। निधि छिब्बर चूकि अभी रायपुर आ नहीं रही हैं। इसलिए बची ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ। दोनों इस समय एसीएस फॉरेस्ट और एसीएस होम, जेल के पद पर हैं। मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में सेम बैच के आईएएस के चीफ सिकरेट्री होने के बाद भी उनके बैच के अफसर मंत्रालय में काम कर रहे हैं। सो, छत्तीसगढ़ में भी फिलहाल ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ तो रहेंगे। मगर आगे वे भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति तलाशेंगे या फिर छत्तीसगढ़ में ही रहेंगे, ये वक्त बताएगा। मगर फिलहाल, ऋचा शर्मा फॉरेस्ट और मनोज पिंगुआ के विभाग में कोई इधर-उधर नहीं होगा। दोनों अपना अपना दायित्व पहले की तरह संभालते रहेंगे।
