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IAS Vijay Kiran Anand News: कलेक्टर और भगदड़ का ये कैसा दुर्योग...वाराणसी की घटना के बाद कुर्सी चली गई, महाकुंभ में हुई 30 मौतें, जानिये CA से IAS बनने वाले विजय आनंद के बारे में

IAS Vijay Kiran Anand: विजय किरन आनंद 2009 बैच के यूपी कैडर के आईएएस है। वे मूलतः कनार्टक राज्य के रहने वाले है। चार्टड एकाउंटेंट की पढ़ाई के बाद विजय किरण आनंद यूपीएससी क्रैक कर आईएएस बने है।

IAS Vijay Kiran Anand News: कलेक्टर और भगदड़ का ये कैसा दुर्योग...वाराणसी की घटना के बाद कुर्सी चली गई, महाकुंभ में हुई 30 मौतें, जानिये CA से IAS बनने वाले विजय आनंद के बारे में
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By Neha Yadav

IAS Vijay Kiran Anand: महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। महाकुंभ में भगदड़ के बाद महाकुंभ मेला की जिम्मेदारी संभाल रहे डीएम विजय किरण के नाम की भी चर्चा तेज हो गई है। जी जहाँ महाकुंभ मेला की जिम्मेदारी संभाल रहे विजय किरण आनंद का भगदड़ से अलग ही कनेक्शन रहा है। महाकुंभ की तरह कुछ साल पहले बनारस में भी भगदड़ मची थी। जिसके बाद अधिकारी को हटा दिया गया था। वहीँ, विजय किरण आनंद का आईएएस बनने तक का सफर बेहद रोचक रहा है.

विजय किरण आनंद उत्तर प्रदेश कैडर के 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे मूलतः कर्नाटक राज्य के केरल के रहने वाले हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई करने के बाद 32 वें रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर आईएएस बने हैं। कुंभ मेला जिला का कलेक्टर उन्हें बनाया गया है। माघ मेला और अर्ध कुंभ मेला में अधिकारी रहकर जिम्मेदारी संभालने के चलते विजय किरण आनंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया है। आइए जानते हैं उनके बारे में....

जन्म और शिक्षा

विजय किरण आनंद का जन्म 22 नवंबर 1979 को कर्नाटक राज्य के बैंगलौर में हुआ है। उनकी क्वालिफिकेशन चार्टर्ड अकाउंटेंट है। 2008 यूपीएससी क्रैक कर 2009 बैच के आईएएस बने हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर एलॉट हुआ है।

प्रोफेशनल कैरियर

लाल बहादुर शास्त्री प्रशिक्षण अकादमी मसूरी में 31 अगस्त 2009 से 12 जून 2010 तक उनकी अकादमिक ट्रेनिंग हुई। इसके बाद उत्तरप्रदेश में उनकी फील्ड ट्रेनिंग शुरू हुई। इसके बाद बागपत जिले में एसडीएम के तौर पर उनकी पोस्टिंग हुई। यहां दो साल पोस्टिंग रहने के बाद वे बाराबंकी जिले के सीईओ जिला पंचायत बने। फिर मैनपुरी,उन्नाव, फिरोजाबाद,वाराणसी और शाहजहांपुर और वाराणसी में कलेक्टर रहे। 25 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री के गृह जिले गोरखपुर कलेक्टर बने। विजय आनंद 7 जून 2022 तक यहां कलेक्टर रहे। वाराणसी कलेक्टर रहने के बाद लखनऊ में जल संसाधन विभाग के विशेष सचिव रहे। पंचायती राज विभाग में भी विशेष सचिव रहे। एटा जिले के कलेक्टर रहे। क्लीन इंडिया मिशन के डायरेक्टर भी रहे। बेसिक एजुकेशन डिपार्टमेंट में विशेष सचिव रहे।

डीएम शाहजहांपुर रहते उन्होंने खुले में शौच के खिलाफ अभियान चलाया और प्रतिक्रमण के खिलाफ भी अभियान चलाया। 2017 में माघ मेला और 2019 में अर्ध कुंभ मेला के अधिकारी भी विजय किरण आनंद रहे। इस दौरान उनके बेहतर कामों के लिए वर्ष 2020 में सिविल सर्विसेज दिवस के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया। उनके अनुभव को देखते हुए चार तहसीलों और 67 गांवों के बनाए गए महाकुंभ मेला जिला का कलेक्टर बनाया गया है। यहां वह एक दिसंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक यहां के कलेक्‍टर रहेंगे।

बनारस भगदड़ में हटाए गए थे

बता दें, आईएएस विजय किरण ने वाराणसी में 2016 में हुई भगदड़ में भी मोर्चा संभाला था। साल 2016 में जय गुरुदेव की शोभायात्रा के दौरान वाराणसी में भगदड़ मची थी. रिपोर्ट के मुताबिक़, राजघाट पुल पार करते समय पुल टूटने की अफवाह के चलते ही भगदड़ मची थी। जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई थी। इस भगदड़ में कई लोग घायल हो गए थे। तब आईएएस विजय किरण वहां के जिलाधिकारी थे। इस घटना के बाद यूपी के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव् ने लापरवाही के आरोप में इस अधिकारी को हटाया था। लेकिन इस बार अधिकारी ने करोड़ों की भीड़ को भी संभाल लिया.

Neha Yadav

नेहा यादव रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएट करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। पिछले 6 सालों से विभिन्न मीडिया संस्थानों में रिपोर्टिंग करने के बाद NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहीं है।

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