IAS Transfer: रीना कंगाले को मिली जिम्मेदारी, CGMSC एमडी को हटाया मगर चार मेडिकल कॉलेजों के 1300 करोड़ के टेंडर के बाद क्यों?
IAS Transfer: छत्तीसगढ़ सरकार ने 10 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया। इनमें रीना बाबा कंगाले को फूड में बेहतर काम करने का ईनाम मिला। सरकार ने उन्हें रिफार्म के लिए राजस्व विभाग की जिम्मेदारी उन्हें सौंप दी है। सरकार रेवेन्यू में सुधार के कई काम करने वाली है। इसके लिए रीना को चुना गया है। संकट के समय धान का डिस्पोजल करवा रीना बाबा सरकार की कसौटी पर खरी उतरी। मगर आश्चर्य की बात है कि सीजीएमएससी की एमडी को आज तब हटाया गया, जब चार मेडिकल कॉलेजों का 27 परसेंट से अधिक दर पर टेंडर फायनल हो गया। सवाल उठता है, सिस्टम ने आखिर स्वास्थ्य विभाग के टेंडर का इंतजार क्यों किया?

IAS Transfer
IAS Transfer: रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने आज देर शाम भारतीय प्रशासनिक सेवा के 10 अधिकारियों का ट्रांसफर किया। इसमें कई अधिकारियों के विभाग बदले गए। ट्रांसफर की तीन चीजें खास रहीं...आईएएस रीना बाबा कंगाले को राजस्व की का दायित्व, जनसंपर्क आयुक्त डॉ0 रवि मित्तल को मुख्यमंत्री का ज्वाइंट सिकेरट्री और सीजीएमएससी की एमडी को हटाना।
आज के ट्रांसफर में किसी आईएएस अधिकारी का कद बढ़ा है तो वह हैं 2003 बैच की अफसर रीना बाबा कंगाले। रीना को कुछ महीने पहले ही सिकरेट्री फूड बनाया गया था। अधिकारिका सूत्रों का कहना है कि रीना को ऐसे समय में खाद्य विभाग सौंपा गया था, जब धान नीलामी का समय पर निर्णय न होने की वजह से 10 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा था। रीना ने कार्यभार संभालने के बाद ताबड़तोड़ फैसले लेकर काफी धान का डिस्पोजल करा दिया। इसके लिए मिलरों को भी टाईट किया गया।
कलेक्टरों से कोआर्डिनेशन
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के तौर सफलतापूर्वक विधानसभा और लोकसभा चुनाव संपन्न कराने वाली रीना बाबा कंगाले का इलेक्शन के चलते कलेक्टरों से कोआर्डिनेशन बढ़ियां है। धान के डिस्पोजल में उन्होंने इसका इस्तेमाल किया। कलेक्टरों से लगातार बात कर वे धान उठाव के लिए प्रेरित करती रही।
राजस्व विभाग में रिफार्म
विष्णुदेव साय सरकार राजस्व विभाग में रिफार्म करना चाहती है। खुद मुख्यमंत्री कई मौके पर राजस्व विभाग की लालफीताशाही का जिक्र कर चुके हैं। पंजीयन के 10 सुधार के मौकों पर उन्होंने पटवारियों को यमराज से बड़ा बता दिया था। उन्होंने 35 साल पुराना किस्सा बयां किया...पहली बार विधायक रहने के दौरान नामंतरण के एक पेंडिंग केस को निबटारे के लिए पीड़ित को मोटरसायइकिल पर बिठाकर तहसीलदार के पास ले गया था। नामंतरण के लिए वह 18 साल से परेशान था। बहरहाल, सरकार की कोशिशों के बाद जैसी की जरूरत थी, वैसा रिफार्म राजस्व में हो नहीं रहा था।
ऑटोमेटिक नामंतरण भी पंजीयन विभाग के चलते
छत्तीसगढ़ में जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री के साथ ही ऑटोमेटिक नामंतरण प्रारंभ हुआ, उसमें भी राजस्व विभाग का कोई रोल नहीं था। पंजीयन विभाग ने पहल कर इस कार्य को कराया। अलबत्ता, उसमें पेंच फंसाने की भी कम कोशिशें नहीं हुई। कभी कोई नाराज हो रहा था, कभी कोई। सरकार अब राजस्व में सुधार की जिम्मेदारी रीना बाबा कंगाले को दी है।
पटवारी राज समाप्त
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय चाहते हैं कि राजस्व विभाग से पटवारी राज समाप्त किया जाए। इसके लिए राजस्व विभाग के सिस्टम को डिजिटलाइज करने का प्लान है। सरकार में बैठे लोगों का मानना है कि सिस्टम जितना डिजिटल होगा, करप्शन और आम आदमी की दिक्कतें कम होंगी।
सीजीएमएससी एमडी को हटाया
सीजीएमएससी कई घोटालों को लेकर कुख्यात हो गया है। 660 करोड़ के रीएजेंट खरीदी की ईओडब्लू के साथ ईडी भी जांच कर रही है। इस मामले में चार आईएएस अधिकारी को पूछताछ के लिए ईओडब्लू मुख्यालय तलब कर चुका है। चार मेडिकल कॉलेजों के टेंडर में भी सीजीएमएससी ने बड़ा खेल करने का प्रयास किया। पहले 53 परसेंट अधिक दर पर टेंडर कर 500 करोड़ का वारा-न्यारा करने का षडयंत्र किया गया। मगर एनपीजी न्यूज द्वारा खेल को एक्सपोज कर दिए जाने के बाद टेंडर कमेटी ने फायनेंसियल बीड खोलने से इंकार कर दिया था। तब चारों मेडिकल कॉलेजों को क्लब कर टेंडर किया जा रहा था। एनपीजी के खुलासे के बाद टेंडर निरस्त किया गया। मगर उसके बाद चारों कॉलेजों का टेंडर अलग-अलग किया गया मगर एक ही ठेकेदार को सौंप दिया गया। आज दोपहर चारों का टेंडर हुआ। उसे कोरबा के कोई डीवी प्रोजेक्ट को 27 परसेंट अधिक दर पर दिया गया। याने 1020 करोड़ का टेंडर अब करीब 1300 करोड़़ के आसपास जाएगा। टेंडर होने के कुछ घंटे बाद सीजीएमएससी एमडी को हटा दिया गया। सवाल उठता है, क्या टेंडर करने के लिए एमडी को मौका दिया गया...टेंडर होते ही बदल दिया गया।
रवि मित्तल हुए ताकतवर
जनसंपर्क आयुक्त तो वैसे भी कद्दावर होते हैं। मगर डॉ0 रवि मित्तल को अब उन्हें मुख्यमंत्री का संयुक्त सचिव बना दिया गया है। रवि की मूल पोस्टिंग सीएम सचिवालय होगा। जनसंपर्क आयुक्त और सीईओ संवाद अतिरिक्त प्रभार होगा। रवि से पहले भी एन बैजेंद्र कुमार सीपीआर के साथ पीएस टू सीएम रहे। हालांकि, जनसंपर्क आयुक्त का काम ऐसा होता है कि वह एक तरह से सीएम सचिवालय का हिस्सा हो जाता है। मगर अब अधिकारिक तौर पर रवि मित्तल सीएम सचिवालय के पार्ट हो गए हैं।
चंपावत के पास अब जीएडी
राजस्व विभाग रीना कंगाले के पास जाने के बाद 2003 बैच के आईएएस अविनाश चंपावत के पास अब सिर्फ सामान्य प्रशासन विभाग रहेगा।
रीतेश सीजीएमएससी के नए एमडी
2012 बैच के डायरेक्ट आईएएस रीतेश अग्रवाल को सीजीएमएससी का नया एमडी बनाया गया है। रीतेश लंबे समय से साइडलाइन में थे। उन्हें बेहद कम महत्व का डायरेक्टर कोष और पेंशन का जिम्मा दिया गया था। मगर सरकार ने उन्हें अब एक मौका देते हुए सीजीएमएससी का दायित्व सौंपा है। रीतेश के उपर बदनाम हो चुके सीजीएमएससी की छबि बहाल करने की चुनौती होगी।
जयश्री जैन को भी किया हल्का
आजीविका मिशन और स्वच्छ भारत मिशन की डायरेक्टर का पद संभाल रहीं जयश्री जैन को सरकार ने हटाकर उन्हें डिप्टी सिकरेट्री वन और जलवायु परिवर्तन बनाया है। आजीविका मिशन और स्वच्छ भारत मिशन में अब आश्वनी देवांगन को डायरेक्टर बनाया गया है।
