IAS Shikhar Agrwal Biography in Hindi: कौन हैं राजस्थान के सीएम भजनलाल के एडिशनल चीफ सिक्रेट्री IAS शिखर अग्रवाल, जानिये उनके बारे में...
IAS Shikhar Agrwal Biography in Hindi: आईएएस शिखर अग्रवाल की राजस्थान के तेज तर्रार अफसरों में होती है। कार्रवाइयों को अंजाम देने के लिए वे बड़े बड़ों से भिड़ने से गुरेज नहीं करते। एक बार उनकी वर्तमान डिप्टी सीएम से भिड़ंत हो गई थी।
IAS Shikhar Agrwal Biography in Hindi: जयपुर। राजस्थान कैडर के आईएएस शिखर अग्रवाल को मुख्यमंत्री भजनलाल का अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। शिखर 1993 बैच के अफसर हैं। शिखर अग्रवाल काम के अलावा विवादों के लिए भी चर्चित रहे हैं।
हालांकि, विवाद का मुख्य कारण रहा उनका सख्त होना। अपनी सख्ती के कारण वे वर्तमान उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी से लेकर विभागीय मंत्री से भी भिड़ चुके हैं। शिखर अग्रवाल की पत्नी भी आईपीएस हैं।
बीई के बाद आईएएस बने
आईएएस शिखर अग्रवाल राजस्थान कैडर के 1993 बैच के आईएएस अफसर हैं। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग से स्नातक की डिग्री लेने के बाद यूपीएससी दिलाई व सफलता पाएं। शिखर अग्रवाल की चर्चा हर पोस्टिंग में उनकी सख्ती व कार्रवाइयों को लेकर रही है। कई विवादित मामलों में कड़े निर्णय लेने के चलते उनके नेताओं से भिड़ंत भी हुई। साथ ही उनका विरोध भी हुआ। पर उनके साथ खास बात यह रही कि हर विवाद के बाद उनको हटाए जाने की चर्चा होती रहती थी पर वे पद पर बने ही रहते थे।
कार्रवाइयो को लेकर चर्चित रहे
शिखर अग्रवाल उदयपुर के कलेक्टर भी रहें थे। इस दौरान कर्फ्यू के दौरान कांग्रेस पार्षद की पिटाई कर हुई चर्चाओं में आए थे। लॉ एंड ऑर्डर मामले सम्हालने को लेकर भी उनकी तारीफें हुई। ऋषभदेव मंदिर में हुए बड़े विवाद के चलते दो पक्ष आमने सामने आ गए। मौके पर पहुंचकर आईएएस शिखर ने स्थिति को संभाला और लोगो को समझाया। जिसके चलती है उनकी तारीफों भी हुई। जालौर जिले में पदस्थापना के दौरान बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर बुलाकर बचाने और राजसमंद में श्रद्धालुओं से भरी ट्रक खाई में गिर जाने पर राहत कार्यों के चलते प्रशंसा हुई।
डिप्टी सीएम से भिड़ गए
राजस्थान में जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के कमिश्नर के कार्यकाल के दौरान शिखर अग्रवाल सबसे ज्यादा चर्चाओं में आए। उनकी इस दौरान वर्तमान उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी से हुई भिड़ंत खबरों में रही। उन्होंने वहां पदस्थापना के दौरान होटल राजमहल पैलेस का गेट बंद करवा दिया था। जयपुर में होटल राजमहल पैलेस पर कार्यवाही के दौरान आईएएस शिखर कमिश्नर के रूप में खुद मौके पर गए थे। इस दौरान राज घराने की राजकुमारी और तब भाजपा की विधायक रहीं दीया कुमारी से उनकी बहस हो गई थी। सत्ता पक्ष की विधायक दीया कुमारी से भिड़ कर भी आईएएस शिखर पीछे नहीं हटे और उन्होंने होटल की जमीन पर कब्जा लेने के बाद राजमहल होटल के गेट को बंद कर दिया। जिसके खिलाफ राजपरिवार ने रैली निकाली। गेट खुलवाने वास शिखर अग्रवाल को जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के कमिश्नर के पद से हटाने के लिए राज परिवार की पूर्व राजमाता पद्मिनी देवी ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। हालांकि आईएएस शिखर तो नहीं हटे पर मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद गेट खोल दिए गए।
उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय में रहने के दौरान उनकी अपने विभागीय मंत्री राजपाल शेखावत से भी नहीं बनी और दोनों के बीच तलवारे खींचती रहीं। वह राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष भी रहे। जल संसाधन विभाग के सचिव व प्रमुख सचिव रहें। अन्य ट्रिब्यूनल में भी रहें। वसुंधरा राजे सरकार में अच्छी स्थिति में रहने वाले शिखर अग्रवाल को गहलोत सरकार में कोई अच्छी पोस्टिंग नहीं मिली। वे ट्राइबल एरिया डेवलपमेंट में रहे रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य भी रहे। वर्तमान में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव थे। अब मुख्यमंत्री सचिवालय में पोस्टिंग के बाद राज्य के सबसे ताकतवर अफसर हो गए हैं। नेताओं की नहीं सुनने और रिजल्ट देने में माहिर होने की उनकी खूबी के चलते उन्हें इस पद से नवाजा गया है।
आईपीएस पत्नी
आईएएस शिखर अग्रवाल की शादी आईपीएस प्रशाखा माथुर से हुई हैं। आईपीएस विशाखा माथुर अजमेर की रहने वाली हैं। 27 नवंबर 1969 को जन्मी डॉक्टर प्रशाखा माथुर राजस्थान कैडर की 1995 बैच की आईपीएस अफसर हैं। वह अतिरिक्त महानिदेशक राज्य मानवाधिकार आयोग जयपुर रह चुकी हैं। अजमेर जीआरपी जोधपुर, सीआईडी, एसएसबी, जोधपुर ग्रामीण, बांसवाड़ा और पाली में एसपी रह चुकी हैं। एडीजी रैंकिंग ऑफिसर आईपीएस पर प्रशाखा माथुर वर्तमान में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस पुनर्गठन पद पर कार्यरत है। हाल ही में उन्हें 26 जनवरी को राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी नवाजा गया है।