IAS Santosh Verma Notice: IAS अफसर संतोष वर्मा को सरकार ने भेजा नोटिस... ब्राह्मण लड़कियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना पड़ा भारी, 7 दिन में मांगा जवाब
IAS Santosh Verma Notice: मध्य प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा (IAS officer Santosh Verma) को ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करना भारी पड़ गया. शासन ने नोटिस जारी किया है.

IAS Santosh Verma Notice
IAS Santosh Verma Notice: भोपाल: मध्य प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा (IAS officer Santosh Verma) को ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करना भारी पड़ गया. आईएएस संतोष वर्मा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. एक तरफ जहाँ अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज में आक्रोश है. और आईएएस के खिलाड़ कार्रवाई की मांग की जा रही है. वहीँ अब मध्य प्रदेश राज्य शासन ने भी नोटिस जारी (IAS Santosh Verma Notice) किया है. सरकार ने आईएएस से 7 दिन में जवाब मांगा है.
आईएएस को सरकार ने भेजा नोटिस
2012 बैच के आईएएस और आईएएस अधिकारी और अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी-कर्मचारी संघ (अजाक्स) के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मणों की बेटियों पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सरकार ने उन्हें नोटिस भेजा है. बुधवार देर रात राज्यपाल ले आदेश से सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा नोटिस जारी किया है. जिसके अनुसार, उसने 7 दिन में जवाब मांगा है. वरना एकपक्षीय अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी गई है.
पढ़िए नोटिस में क्या लिखा है
नोटिस में लिखा है, "आपके द्वारा 23 नवम्बर को भोपाल में आयोजित अजाक्स के प्रांतीय अधिवेशन में दिये गये बयान के संबंध में विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार की छायाप्रति संलग्न है. आपके द्वारा एक परिवार में एक व्यक्ति को आरक्षण मिलना चाहिए, जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं कर दे या उससे उसका संबंध नहीं बना ले" जैसी टिप्पणी करना प्रथम दृष्टया सामाजिक समरसता को ठेस पहुंचाने एवं आपसी वैमनस्यता उत्पन्न करने वाला प्रयास प्रतीत होता है. जो भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों से अपेक्षित आचरण के अनुरूप नहीं होकर अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता एवं गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है.
इस प्रकार आपके द्वारा अखिल भारतीय सेवाएं (आचरण) नियम, 1968 के नियम 3(1), 3 (2) (बी) (i) (ii) का उल्लंघन किया गया, आपने स्वयं को अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन तथा अपील) नियम, 1969 के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही का भागी बना लिया है.
अतः कारण बताएं कि उपरोक्त कृत्य के लिए क्यों न आपके विरूद्ध अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन तथा अपील) नियम, 1969 के नियम-10 (1) (ए) के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. कृपया अपना उत्तर इस कारण बताओ सूचना पत्र की प्राप्ति के 07 दिन के अंदर दें. आपका उत्तर प्राप्त न होने पर योग्य एक पक्षीय अग्रेत्तर कार्रवाई की जायेगी.
क्या है मामला
दरअसल, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी-कर्मचारी संघ (अजाक्स) के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष संतोष वर्मा ने 23 नवंबर को बेहद ही विवादित बयान दिया. आईएएस संतोष वर्मा ने भोपाल के सेकेंड स्टॉप स्थित अंबेडकर मैदान में आयोजित AJJAKS (अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ) के प्रांतीय अधिवेशन में प्रांताध्यक्ष का पदभार संभालते हुए आरक्षण पर बयान दिया. उन्होंने कहा, “जब तक कोई ब्राह्मण अपनी बेटी मेरे बेटे को दान नहीं करता या उससे संबंध नहीं बनाता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए," आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के इस बयान का वीडियो वायरल हो गया. वहीँ, इसके बाद ब्राह्मण समाज में बवाल मच गया. अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने इसे ब्राह्मणों के प्रति सीधा अपमान बताते हुए आईएएस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
