IAS से वीआरएस लेकर स्वछता के क्षेत्र में नाम कमाने वाले परमेश्वरन अय्यर बने नीति आयोग के तीसरे CEO
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने आज नीति आयोग के तीसरे सीईओ की नियुक्ति कर दी हैं। 1981 बैच के पूर्व आईएएस परमेश्वरन को नीति आयोग का सीईओ बनाया गया है। परमेश्वरन अय्यर वर्तमान सीईओ अमिताभ कांत की जगह लेंगे। उनका कार्यकाल 1 जुलाई 22 से 1 जुलाई 24 तक होगा।
नीति आयोग का गठन वर्तमान एडीए सरकार ने योजना आयोग की जगह किया था। इसके पहले सीईओ के रूप में योजना आयोग की सचिव सिंधुश्री खुल्लर की नियुक्ति हुई थी। जिसके बाद 2016 में केरल कैडर के आईएएस अमिताभ कांत की नियुक्ति हुई। ऊनकी नियुक्ति दो वर्ष के लिए हुई थी पर उन्हें तीन बार सेवा विस्तार दिया गया था। उनका कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है। जिसके बाद 1 जुलाई से अय्यर अपना कार्यभार सम्हालेंगे।
जाने नए सीईओ अय्य्यर के बारे में:-
नए सीईओ परमेश्वरन अय्यर का जन्म श्रीनगर में हुआ था। उनकी स्कूलिंग देहरादून के प्रसिद्ध दून स्कूल से हुई थी। जिसके बाद उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कालेज से ग्रेजुएशन पूरा किया। उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन डेविडसन कॉलेज नार्थ केरोलिना अमेरिका से की। वे 1981 में यूपीएससी सलेक्ट होकर आईएएस बने। उन्हें यूपी कैडर अलॉट हुआ। 2009 में अय्यर ने वीआरएस ले लिया। तब उनके रिटायरमेंट में दस वर्ष बचे थे ।
रिटायरमेंट लेकर अय्यर वर्ल्ड बैंक के वाटर एन्ड सेनिटेशन प्रोग्राम से जुड़ गए। 2016 में सरकार ने अय्यर को स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाने का जिम्मा सौपा. अभियान के तहत देश में खुले में शौच को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया. इसमें देश भर में सेनिटेशन और सीवेज से जुड़े प्रोजेक्ट का निर्माण किया गया. अय्यर की देखरेख में अभियान के तहत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को काफी बेहतर बनाया गया. इसके बाद वे जल शक्ति मिशन से भी जुड़े. साल 2020 में अय्यर ने पद से त्यागपत्र दे दिया और वापस वर्ल्ड बैंक के साथ जुड़ गए.कयास लगाए जा रहे हैं कि नीति आयोग के साथ संभावना है कि सरकार स्वच्छ भारत अभियान और पीने के पानी से जुड़े महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में उनके अनुभव का इस्तेमाल करेगी। अय्य्यर की सेवा शर्ते भी वही है जो अमिताभ कांत की थी।