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IAS Namrata Jain: कलेक्टर नम्रता जैन की लव स्टोरी, दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी के दौरान दोस्ती, फिर प्रेम और उसके बाद IPS निखिल के साथ कोर्ट मैरिज...

IAS Namrata Jain: छत्तीसगढ़ की लेडी आईएएस नम्रता जैन की संघर्ष की कहानी युवाओं को इंस्पायर कर सकती है। स्कूल के दौरार एक कलेक्टर के स्पीच से इंस्पायर होकर उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का ठाना और उसे पूरा करके दिखाया। नम्रत बस्तर के दंतेवाड़ा की रहने वाली है और उसी बस्तर के नारायणपुर जिले में अब कलेक्टरी करेंगी। सेम बैच के आईपीएस अधिकारी से बड़े सादगी के साथ उनकी कोर्ट मैरिज चर्चा में रही थी। निखिल के साथ पहले उनकी दोस्ती हुई, फिर प्यार और शादी।

IAS Namrata Jain: कलेक्टर नम्रता जैन की लव स्टोरी, दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी के दौरान दोस्ती, फिर प्रेम और उसके बाद IPS निखिल के साथ कोर्ट मैरिज...
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By Gopal Rao

IAS Namrata Jain: रायपुर। छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस अधिकारी नम्रता जैन युवाओं के लिए प्रेरणास्पद बन सकती है। उन्होंने बचपन से सपना देखा था आईएएस अधिकारी बनने का और बनकर दिखाया भी। नम्रता कोई बड़े शहर की नहीं थी। देश के धुर नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के दंतेवाडा की रहने वाली नम्रता ने वो कर दिखाया, जो बस्तर में किसी ने सोचा नहीं। अपने लगन और परिश्रम से नम्रता यूपीएससी एग्जाम क्रेक कर आईएएस बनने में कामयाब हुईं।


बता दें, बस्तर से इससे पहले कोई आईएएस नहीं बना है। मध्यप्रदेश के दौर में भी नहीं। नम्रता बस्तर से इकलौती आईएएस अधिकारी होंगी। मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुकात रखने वाली नम्रता के पिता दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर गीदम में व्यवसायी हैं।


नम्रता का सबसे पहले आईपीएस में सलेक्शन हुआ। मगर उन्होंने आईएएस बनने का संकल्प लिया था। उन्होंने फिर से यूपीएससी परीक्षा दी। हालांकि, यह अटेम्प्ट उनके लिए अच्छा नहीं रहा। प्रारंभिक परीक्षा में वे असफल हो गईं। मगर यह असफलता उनके लिए सफलता की द्वार खोल दिया। उन्होंने फिर कठिन परिश्रम किया और दिखा दिया कि जुनून और जज्बे से सब कुछ संभव है। आईएएस में वे पूरे देश में 12वें पोजिशन पर रहीं।


दोस्ती, प्रेम फिर शादी

आईएएस नम्रता जैन 2019 बैच की आईएएस हैं। उन्होंने महासमुंद पोस्टिंग के दौरान सेम बैच के आईपीएस नीखिल रखेचा के साथ कोर्ट मैरिज कर लोगों को चौंका दिया था। नम्रता जैन ने 2019 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस निखिल अशोक राखेचा से शादी की है। दोनों की मुलाकात 2015 में दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी के दौरान हुई थी। पहले दोनों की दोस्ती हुई फिर यह दोस्ती प्यार के रिश्ते में बदल गई। यूपीएससी सलेक्ट होने के बाद जब नम्रता महासमुंद जिले के सरायपाली में एसडीएम थीं तब दोनों ने महासमुंद कलेक्टर कार्यालय में कोर्ट मैरिज कर ली।


जानिये कौन हैं आईएएस नम्रता जैन

नम्रता जैन छत्तीसगढ़ कैडर की 2019 बैच की आईएएस अधिकारी है। वे मूलतः छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा की रहने वाली है। दंतेवाड़ा जिला में उनका घर है। उनकी स्कूल से लेकर कॉलेज तक की पूरी पढ़ाई छत्तीसगढ़ से ही हुई है। यूपीएससी की तैयारी उन्होंने दिल्ली में रहकर की है। दूसरे प्रयास में उनका चयन आईपीएस फिर तीसरे प्रयास में असफलता के बाद चौथे प्रयास में आईएएस के लिए हुआ है। आईपीएस में उन्हें मध्यप्रदेश कैडर मिला था।


जन्म और शिक्षा तथा परिवार

नम्रता जैन का जन्म छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 21 दिसंबर 1993 को हुआ है। उनका परिवार मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है पर उनके दादा 55 वर्षों से भी अधिक समय पहले से छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में शिफ्ट हो गए हैं। दंतेवाड़ा जिले के गीदम ब्लॉक में नम्रता का परिवार रहता है। मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाली नम्रता के पिता झंवरलाल जैन एक व्यवसायी है और उनकी मां किरण जैन गृहणी है।


गीदम से 8 किलोमीटर दूर करली नामक स्थान पर स्थित निर्मल निकेतन स्कूल से दसवीं तक की पढ़ाई नम्रता ने पूरी की। इसके बाद भिलाई के केपीएस स्कूल से ग्यारहवीं व बारहवीं गणित विषय के साथ उत्तीर्ण की। नम्रता को बाहर भेजने से घर वाले हिचक रहे थे। पर उनकी मां किरण जैन ने उनका काफी सपोर्ट किया और घरवालों को मनाया। मां के सपोर्ट से किरण ने बारहवीं बोर्ड गणित विषय के साथ उत्तीर्ण की फिर भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।


यूपीएससी में सलेक्शन

दंतेवाड़ा घोर नक्सल प्रभावित एरिया है। इस जिले में आए दिन नक्सली घटनाएं होती रहती है जिस समय नम्रता जैन स्कूल में थी, उस समय एक वाकया हुआ। दंतेवाड़ा जिले के गीदम थाने के चारों ओर नक्सलियों ने गोलीबारी की थी। तब नम्रता के मन में एक विचार आया था कि नक्सलियों की विचारधारा किस तरह से बदल कर उन्हें शांति के रास्ते पर लाए। फिर उन्हे लगा कि लोगों की सोच बदलने के लिए समाज में बदलाव लाना होगा और समाज में बदलाव लाने की शक्ति का रास्ता उन्हें एक आईएएस का भाषण सुन कर मिला।


कलेक्टर के भाषण से इंस्पायर

नम्रता जब 8वीं कक्षा में थीं, तब उनके स्कूल के किसी प्रोग्राम में कलेक्टर स्पीच देने आए थे। फिर उनके पापा ने उन्हें आईएएस ऑफिसर की शक्तियों के बारे में बताया था। नम्रता की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के दौरान 6 महीनों के अंतर पर उनके दो चाचा की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इससे वह काफी टूट गई थीं,लेकिन फिर चाचा व परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए डबल मेहनत के साथ तैयारी शुरू कर आईएएस सलेक्ट हुई।


चौथे प्रयास में आईएएस

दिल्ली जाकर तैयारी करते हुए नम्रता ने यूपीएससी का पहला अटेम्प्ट 2015 में दिया। पर पहले प्रयास में उनका प्रारंभिक परीक्षा भी नहीं निकल सका। दूसरा प्रयास उन्होंने 2016 में दिया। दूसरे प्रयास में नम्रता ने प्री,मेंस व इंटरव्यू निकालते हुए 99 वां स्थान हासिल किया। और उनका चयन आईपीएस के लिए हुआ। वे मध्यप्रदेश कैडर की आईपीएस बनीं। बस्तर संभाग से अखिल भारतीय स्तर पर 100 रैंक से नीचे स्थान प्राप्त करने वाली नम्रता पहली महिला बनीं।


सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस प्रशिक्षण अकादमी हैदराबाद में ट्रेनिंग करते हुए नम्रता ने अपनी तैयारी जारी रखी। तीसरे प्रयास में नम्रता ने देश भर में 12 वें रैंक के साथ आईएएस बनने में सफलता हासिल की। वैकल्पिक विषय के रूप में उन्होंने समाजशास्त्र विषय चुना था। यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए नम्रता ने ऑनलाइन कोचिंग पर भरोसा किया था। लिखित परीक्षा में उन्हें 1750 में कुल 891 नंबर प्राप्त हुए थे। जबकि साक्षात्कार में 275 में 171 नंबर मिले थे।


प्रोफेशनल कैरियर

नम्रता ने 26 अगस्त 2019 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की। वे फील्ड ट्रेनिंग के लिए बलौदाबाजार-भाटापारा जिले तथा रायपुर जिले में सहायक कलेक्टर रहीं। फिर महासमुंद जिले के सरायपाली में एसडीएम रहीं। इसके बाद कोरिया जिले की जिला पंचायत सीईओ, बलौदाबाजारदृ भाटापारा जिले की जिला पंचायत सीईओ रहीं। नम्रता मिशन संचालक राष्ट्रीय आजीविका मिशन के बाद रायपुर की अपर कलेक्टर बनीं और अब नारायणपुर की कलेक्टर बनाई गई हैं।

Gopal Rao

गोपाल राव: रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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