IAS Hanuman mal Dhaka: 25 लाख रिश्वत केस में निपटे कलेक्टर साहब, एसीबी ने किया था ट्रैप, राज्य सरकार ने हटाया
IAS Hanuman mal Dhaka: दूदू जिले के कलेक्टर आईएएस हनुमान मल ढाका ने जमीन डाइवर्सन से जुड़े मामले में प्रार्थी से पटवारी के माध्यम से 25 लाख रूपये की मांग की थी। रिकार्डेड बातचीत में ढाका ने साढ़े सात लाख रुपए ले पीड़ित को डाक बंगले बुलाया था। एसीबी की रेड कार्यवाही के बाद कलेक्टर हनुमान मल ढाका को सरकार ने हटा दिया है।
IAS Hanuman mal Dhaka जयपुर। जमीन डायवर्सन के मामले में दूदू जिले के कलेक्टर हनुमान मल ढाका को हटा दिया गया है। कलेक्टर ने पटवारी के माध्यम से परिवादी से 25 लाख रुपए मांगे थे। एसीबी से हुई शिकायत के बाद साढ़े सात लाख रुपए लेनदेन की बातचीत करते रिकार्ड होने पर एसीबी ने कलेक्टर और पटवारी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। इसके साथ ही कलेक्टर को सरकार ने हटाते हुए प्रतीक्षा सूची में रखा है। कलेक्टर 2014 बैच के आईएएस है।
आईएएस अधिकारी हनुमान मल ढाका दूदू जिले के कलेक्टर थे। उन पर आरोप था कि उन्होंने हल्का पटवारी हंसराज के माध्यम से जमीन डायवर्सन के मामले में 25 लाख रुपए रिश्वत मांगे थे। मामले में परिवादी ने एसीबी को शिकायत की थी। शुक्रवार को दूदू जिले में वोटिंग थी। दिन में वोटिंग के बाद शुक्रवार–शनिवार रात करीबन 1 बजे एसीबी के टीम ने डाक बंगला, दूदू तहसील कार्यालय व पटवारी के आवास में रेड मारी। मामले में शनिवार की सुबह कलेक्टर हनुमान मल ढाका के पीए राजाराम चौधरी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। एसीबी ने कल शनिवार को कलेक्टर हनुमान मल ढाका और हल्का पटवारी राजाराम चौधरी के खिलाफ पीसी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। अपराध दर्ज करने के बाद उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। साथ ही कल देर रात कलेक्टर को भजनलाल सरकार ने हटा कर प्रतीक्षा सूची में डाल दिया।
यह था मामला
एंटी करप्शन ब्यूरो के डीआईजी डॉ रवि के अनुसार पीड़ित ने शिकायत दी थी कि दूदू में उनके फर्म के नाम से 204 बीघा जमीन है। इसके कुछ खसरा और रकबा तालाब पाल क्षेत्र में होने के बावजूद भी गलत तरीके से डायवर्सन किए जाने की शिकायत किसी ने कर दी थी। शिकायत पर कार्यवाही नहीं करने की एवज में कलेक्टर हनुमान मल ढाका ने हल्का पटवारी हंसराज के माध्यम से पहले 25 लाख रुपए मांगे। बारगेनिंग के बाद रिश्वत की रकम कम कर 21 लाख रुपए की गई। पर प्रार्थी ने रकम नहीं होने का हवाला दिया। जिसके बाद 15 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। कलेक्टर ने आधी रकम एडवांस में याने कि साढ़े सात लाख रुपए डाक बंगले में आने को कहा। यह बातचीत एसीबी ने प्रार्थी को टेप देकर रिकार्ड करवाई। प्रार्थी के पास देने के लिए साढ़े सात लाख रुपए की रकम नहीं थी इसलिए ट्रेप की कार्यवाही नही हो सकी। पर रिकार्डेड बातचीत के आधार पर न्यायालय भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर की अदालत से सर्च वारंट ले एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार देर रात एक बजे रेड की कार्यवाही की गई।
रेड के दौरान कलेक्टर व पटवारी का फोन भी एसीबी ने जब्त कर लिया। शुक्रवार दिन रात से एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ढाका और पटवारी के ठिकानों के साथ ही उनके बैंक खातों को खंगाल रही है। उनकी संपत्तियों की भी जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही जमीन के डायवर्सन से संबंधित पिछले तीन माह में जितने भी प्रकरण कलेक्टर द्वारा निपटाए गए हैं उन सभी की संबंधित फाइलों को व पेंडिंग फाइलों को भी एसीबी ने जब्त कर लिया है। सभी फाइलों को एसीबी मुख्यालय लाया गया है। फाइलों के प्रारंभिक अवलोकन में कई गड़बड़ियां सामने आई है। दूदू जिला बनने के बाद कई जमीन जिनमें आपत्तियां लगी थी, उनका भी डायवर्सन कर दिया गया है। साथ ही जिन फाइलों को पेंडिंग रखा गया था, क्या उनमें भी रिश्वत की मांग की गई है इसकी जानकारी जुटाने के लिए एसीबी मुख्यालय बुलाकर कलेक्टर व पटवारी से एसीबी पूछताछ करने वाली है।
2014 बैच के है प्रमोटी आईएएस
हनुमान मल ढाका 2014 बैच के प्रमोटी आईएएस है। वे राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अफसर थे। उन्हें आईएएस अवार्ड होने पर आईएएस का 2014 बैच अलॉट हुआ। अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री रहते उनके संयुक्त सचिव ढाका रह चुके हैं। उसके बाद में राजफेड के एमडी रहे। वे जल संसाधन विभाग के संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं। राजस्थान में नए जिलों के गठन के बाद ढाका पहले नवगठित खैरथल–तिजारा के पहले कलेक्टर थे। इस साल फरवरी में भजनलाल सरकार ने उन्हें दूदू जिले का कलेक्टर बनाया था। पूर्व में भी दो बार उन्हें अलग-अलग कारणों से प्रतीक्षा सूची में रखा गया था।
भजनलाल सरकार ने ढाका को हटाकर जीरो टॉलरेंस का मैसेज दिया है। दूदू जिला अजमेर लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है। ढाका को प्रतीक्षा सूची में डालने के बाद अगले कलेक्टर की नियुक्ति हेतु सरकार को चुनाव आयोग से परमिशन लेनी होगी।