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IAS Bhuvnesh Yadav Biography in Hindi: आईएएस भुवनेश यादव का जीवन परिचय ( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस भुवनेश यादव?

IAS Bhuvnesh Yadav Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height,Career, Nick Name, Net Worth:– आईएएस भुवनेश यादव छत्तीसगढ़ कैडर के 2006 बैच के आईएएस है। भुवनेश यादव एक ऐसे आईएएस है जो आईएएस पिता की प्रेरणा से घर पर रहकर अपने बच्चें के साथ खेलते हुए सेल्फ स्टडी कर आईएएस बने है। एनडीए, इंजीनियरिंग समेत कई एंट्रेंस एग्जाम उन्होंने निकाला है। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ शासन में सचिव रैंक के अफसर हैं।

IAS Bhuvnesh Yadav Biography in Hindi: आईएएस भुवनेश यादव का जीवन परिचय ( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस भुवनेश यादव?
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IAS Bhuvnesh Yadav 

By Gopal Rao

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एनपीजी। भुवनेश यादव छत्तीसगढ़ कैडर के 2006 बैच के आईएएस अफसर हैं उनके पिता भी आईएएस अफसर रह चुके हैं वे राजस्थान राज्य के उदयपुर के रहने वाले हैं। एमबीए करने के पश्चात वे व्यवसाय करते थे और उनका विवाह भी हो चुका था। एक दुर्घटना ने उनका जीवन बदला और वे व्यवसाय छोड़ यूपीएससी क्रैक कर अपने दूसरे प्रयास में आईएएस बन गए। अपने प्रथम प्रयास में यादव का चयन इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस में भी हुआ था। आइए जानते हैं उनकी कहानी...

जन्म से लेकर शिक्षा और आईएएस बनने की कहानी:–

आईएएस भुवनेश यादव उदयपुर के रहने वाले है। उनका जन्म 5 अक्टूबर 1975 को हुआ था। भुवनेश यादव ने उदयपुर के मिशनरी स्कूल सेंट पॉल स्कूल उदयपुर से स्कूलिंग पूरी की। फिर आईआईटी का एग्जाम दिया। जिसमे उनका चयन मुंबई आईआईटी के लिए हुआ। पर उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। नेशनल डिफेंस अकादमी में भी चयन हुआ। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर मैनेजमेंट का एंट्रेंस एग्जाम दिया। कर्नाटका इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम में भी चयन हुआ। जिसके तहत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कर्नाटका इंजीनियरिंग कालेज ( अब एनआईटी) में एडमिशन लेकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की। पर 8 माह की पढ़ाई के बाद उन्हें एहसास हुआ कि वे इंजीनियर बनने से इतर और भी कुछ बेहतर कर सकते हैं। इसलिए इंजीनियरिंग छोड़ वे वापस अपने गृहनगर उदयपुर लौटे और बीए किया। बीए के बाद उन्होंने एमबीए ( मार्केटिंग एवं फाइनेंस) भी किया। भुवनेश यादव ने पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री भी पूरी की है।

पढ़ाई के बाद बिजनेस:–

एमबीए करने के बाद भुवनेश यादव ने कुछ दिनों तक प्राइवेट जॉब भी किया। फिर कंप्यूटर सेंटर व कोचिंग सेंटर खोला जहां वे 11th–12th के बच्चों को आईआईटी इंट्रेंस एग्जाम के लिए कोचिंग देते थे। आईओसी के लिए पेट्रोल पंप का डिलरशिप निकला जिसमें भुवनेश यादव को पेट्रोल पंप भी आवंटित हुआ। इस समय तक भुवनेश यादव की शादी (2001 में शादी) भी हो चुकी थी।

2003 में भुवनेश यादव का भयानक एक्सीडेंट हुआ। उनका पेट्रोल पंप उदयपुर से 50 किलोमीटर की दूरी पर उदयपुर– अहमदाबाद नेशनल हाइवे पर स्थित है। जहां जाने के दौरान भुवनेश यादव का एक्सीडेंट हुआ। काफी दिनों तक भुवनेश यादव हॉस्पिटलाइज रहने के बाद बेड रेस्ट पर रहे। डॉक्टरों ने उन्हें 50 किलोमीटर दूरी पर स्थित पेट्रोल पंप में आने जाने हेतु यात्रा के लिए मना किया था। एक्सीडेंट के चलते बेड रेस्ट के दौरान समय काटने के लिए भुवनेश यादव ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के परीक्षा की तैयारी शुरू की। उन्हें जनरल नालेज के अध्ययन में शुरू से ही रुचि थी। राजस्थान लोक सेवा आयोग का प्रारंभिक परीक्षा उन्होंने निकाला। मुख्य परीक्षा किसी कारणों के चलते आगे खिसक गई थी। इस बीच दोस्तों को यूपीएससी का फॉर्म भरता देखा। आईएएस पिता की प्रेरणा से भुवनेश ने भी यूपीएससी प्री का फॉर्म भर दिया। अपने प्रथम प्रयास में ही प्री,मेंस और इंटरव्यू निकालते हुए भुवनेश का चयन यूपीएससी में इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस के लिए हुआ। अपने दूसरे प्रयास में भुवनेश यादव आईएएस के लिए चयनित हो गए। इस तरह से बिना किसी कोचिंग सेल्फ स्टडी से भुवनेश आईएएस बने और उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर एलॉट हुआ।

भुवनेश यादव को यूपीएससी की तैयारी के दौरान उनकी पत्नी ने काफी सपोर्ट किया। भुवनेश यादव घर पर रहकर तैयारी करते थे और उनकी पत्नी जॉब करती थी। इस दौरान अपने 6 माह के बच्चे के साथ खेलते हुए भुवनेश ने तैयारी की। जिस सोफे पर बच्चे के साथ खेलते हुए भुवनेश पढ़ते थे उस सोफे को अभी भी भुवनेश ने सम्हाल कर रखा है।

प्रोफेशनल कैरियर:–

भुवनेश यादव यूपीएससी निकालने के बाद छत्तीसगढ़ कैडर के 2006 बैच के आईएएस बने। उन्होंने 29 अगस्त 2006 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की। उन्होंने छत्तीसगढ़ में वे बिलासपुर जिला पंचायत सीईओ रहें। रायगढ़ नगर निगम कमिश्नर रहें। फिर नारायणपुर जिले के कलेक्टर रहें। नारायणपुर में पदस्थापना के दौरान अपने कामों के चलते भुवनेश यादव इतने लोकप्रिय रहे कि उनके तबादलें पर नारायणपुर दो दिनों तक बंद रहा। कोरोना के प्रथम लहर के दौरान भुवनेश यादव स्वास्थ्य आयुक्त व छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड के एमडी रहें। कोरोना की पहली लहर के दौरान उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किए। दूरस्थ अंचलों में विकास कार्यों की निगरानी के लिए बनाए गए ऑनलाइन आबजर्वेशन सॉफ्टवेयर सिस्टम को राज्य के साथ ही केंद्र सरकार ने भी सराहा था।

पोस्टिंग्स:–

बिलासपुर जिला पंचायत सीईओ रायगढ़ निगमायुक्त, नारायणपुर कलेक्टर के अलावा भुवनेश यादव प्रधान मंत्री गति शक्ति योजना के नोडल अधिकारी के रूप में सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग सचिव, निजी और उद्योग और सार्वजनिक उद्यम विभाग के सचिव और पुनर्वास आयुक्त रहे। समाज कल्याण विभाग के सचिव आयुक्त निशक्त जन भी रहे। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का कार्यभार भी भुवनेश यादव संभाल चुके हैं। इसके अलावा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव भी रहे हैं। वर्तमान में उनकी पदस्थापना मंत्रालय में सचिव के पद पर है। भुवनेश यादव को पढ़ने,खेलने, फिल्में देखने व घूमने का शौक है।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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