IAS Arrest : चंडीगढ़। 5 लाख रुपए रिश्वत के मामले में हरियाणा कैडर के सीनियर आईएएस विजय दहिया को गिरफ्तार पर जेल भेजा गया है। विजय दहिया हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईएएस थे। उन पर हरियाणा कौशल विकास निगम में पदस्थापना के दौरान अप्रत्यक्ष रूप से रिश्वत लेने के आरोप लगें थे। कल उन्हें एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था।
हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईएएस विजय दहिया हरियाणा कौशल विकास निगम के तत्कालीन आयुक्त थे। उनके खिलाफ रिंकू मनचंदा नामक युवक ने 20 अप्रेल को एसीबी में एफआईआर दर्ज करवाई थी। एफआईआर के अनुसार एक बिल को पास करने के लिए पहले आईएएस ने अपने साथियों के माध्यम से पचास लाख रुपए मांगे थे। जो भाव ताव के बाद 40 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। यह सौदा स्किल सेंटर चलाने वाली पूनम चोपड़ा के माध्यम से मांगे गए थे। पूनम चोपड़ा ने शिकायतकर्ता के सामने ही आईएएस से व्हाट्सएप कालिंग पर बात की और 40 लाख रुपए में सौदा तय किया। एडवांस के रूप में दो लाख रुपए भी ले लिए। 20 अप्रैल को एसीबी में करवाई एफआईआर में शिकायकर्ता रिंकू मनचंदा ने बताया था कि बाकी की किश्त के रूप में 3 लाख रुपए लेने के दिन भी आईएएस से पूनम चोपड़ा ने व्हाट्सएप कालिंग में बात की थी। एसीबी ने आईएएस दहिया उनकी परिचित पूनम चोपड़ा और हरियाणा रोजगार कौशल निगम के एक अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की था।
पूनम चोपड़ा को तीन लाख रुपए रिश्वत की रकम के साथ एसीबी ने गिरफ्तार किया था। फतेहाबाद निवासी रिंकू मनचंदा से 40 लाख रुपए विभिन्न बिलों को पास करवाने के एवज में लेने का आरोप था। पूनम चोपड़ा दिल्ली के एक प्रतिष्ठित स्कूल में वॉइस प्रिंसिपल रह चुकी है और अब स्किल ट्रेनिंग सेंटर चलाती है। अप्रैल को हुई एसीबी की कार्यवाही के बाद विजय दहिया ने पंचकूला जिला न्यायायलय और पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी। पर दोनों जगह से उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई थी। सरकार ने भी एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई के बाद दहिया को पोस्टिंग से हटाते हुए कोई पदस्थापना नहीं दी थी। उन्होंने सरकार को पत्र लिखकर एसीबी की कार्यवाही का विरोध जता चुके हैं। 30 जुलाई को मुख्य सचिव ऑफिस में भी उन्होंने रिपोर्ट की थी।
मामले में पिछले 6 माह से जांच चल रही थी सबूत जुटाने के बाद एसीबी ने कल मंगलवार को विजय दहिया को पूछताछ के लि एसीबी कार्यालय तलब किया था। घंटो पूछताछ के बाद महत्वपूर्ण सबूत मिलने पर उन्हें कल देर शाम पंचकूला के सीजेएम न्यायालय में पेश किया गया। यहां से न्यायिक रिमांड में भेजने के आदेश होने पर उन्हें मेडिकल करवा के जेल दाखिल किया गया है।