Himachal Pradesh DGP Sanjay Kundu Biography in Hindi: सुप्रीम कोर्ट के आदेश से आईपीएस संजय कुंडू फिर से बने हिमाचल प्रदेश के डीजीपी, जानिये उनके बारे में
Himachal Pradesh DGP Sanjay Kundu Biography in Hindi: आईपीए संजय कुंडू देश के संभवतः पहले आईपीएस होंगे, जिन्होंने पुलिस के अलावा भी कई फील्ड में अपनी सेवाएं दी हैं। वे भारत सरकार में कई विभागों के ज्वाइंट सिकरेट्री रहे। आईपीएस की ट्रेनिंग में वे अपने बैच के बेस्ट प्रोबेशनर रहे हैं। मगर एक कारोबारी की शिकायत के चक्कर में उन्हें सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ गया।
एनपीजी न्यूज ब्यूरो
Himachal Pradesh DGP Sanjay Kundu Biography in Hindi: शिमला। आईपीएस संजय कुंडू आखिरकार फिर से हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बन गए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हिमाचल सरकार ने उन्हें दोबारा डीजीपी बनाने का आदेश जारी कर दिया। कूंडू 1988 बैच के हिमाचल कैडर के आईपीएस हैं। हिमाचल के कांगड़ा जिले के एक कारोबारी की शिकायत पर हाईकोर्ट ने उन्हें हटाने का आदेश दे दिया था।
दरअसल, कांगड़ा जिले में एक बाईकर्स से विवाद के बाद एक व्यापारी को जान से मारने की धमकियां मिलने लगी। व्यापारी का आरोप था कि इस मामले में उनके पास डीजीपी के आफिस से भी धमकी भरे फोन आए। व्यापारी से हिमाचल हाईकोर्ट को एक पत्र भेजा था। कोर्ट ने इसे स्वतः संज्ञान लेते हुए पत्र याचिका मानते हुए सुनवाई की और डीजीपी संजय कुंडू और कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक को हटाने का आदेश जारी कर दिया। चूकि हाई कोर्ट का आदेश था इसलिए राज्य सरकार ने तुरंत उन्हें डीजीपी पद से हटा दिया। कुंडू इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए। सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश पर स्टे देते हुए उन्हें छूट दी कि वे हाई कोर्ट से पुनः अपने फैसले पर विचार करने अपील कर सकते हैं। हाई कोर्ट ने संजय कुंडू की याचिका खारिज कर दी। इसके बाद कुंडू फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। इस बार सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट का फैसला पलटते हुए राज्य सरकार को उन्हें फिर से डीजीपी बनाने का आदेश दे दिया।
बेस्ट प्रोबेशनर
मूलतः कश्मीर के रहने वाले संजय कुंडू का कैरियर इतना जोरदार रहा है कि बाकी आईपीएस उनसे रश्क करते थे। हैदराबाद पुलिस ट्रेनिंग में उन्हें बेस्ट प्रोबेशनर का अवार्ड मिला था। हिमाचल में उन्होंने बेस्ट पोस्टिंग की। तेज-तर्रार और ईमानदार पुलिस अधिकारी माने जाने वाले संजय कुंडू एडीजीपी, कानून और व्यवस्था, आईजीपी, कानून और व्यवस्था और भिवानी, बिलासपुर, मंडी, चंबा और कांगड़ा जिले के एसएसपी रहे। इसके अलावा, उन्होंने बीएसएफ में आईजी संचालन, वायु विंग, प्रशासन, प्रशिक्षण और खुफिया और बीकानेर, उत्तरी त्रिपुरा और श्रीनगर जम्मू-कश्मीर में डीआईजी और सेक्टर कमांडर का दायित्व भी संभाला।
विदेशों से भी डिग्री
संजय कुंडू मिनेसोटा विश्वविद्यालय से सार्वजनिक नीति में स्नातकोत्तर की डिग्री लिया है। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से ’अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीति’ का भी कोर्स किया है। फुलब्राइट हम्फ्री फेलो भी हैं और उनके पास।
पीएस टू सीएम और केंद्र में अहम दायित्व
संजय कुंडू हिमाचल में बीजेपी शासनकाल के समय मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भी रहे। वे लंबे समय तक सेंट्रल डेपुटेशन पर रहे। वे सिर्फ पुलिस या गृह नहीं, दीगर विभागों में भी कई जिम्मदारियां संभाली। जल मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान, वह ब्रह्मपुत्र बोर्ड के अध्यक्ष, एनपीसीसी (पीएसयू) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय जल विकास एजेंसी के महानिदेशक और राष्ट्रीय जल मिशन का मिशन संचालक का अतिरिक्त प्रभार में भी रहे। कुंडू नई दिल्ली में प्रधान सचिव, उत्पाद शुल्क, कराधान और सतर्कता का भी प्रभार रहा। उन्हें कठिन कावेरी विवाद और सरदार सरोवर बांध मुद्दे को सुलझाने का श्रेय दिया जाता है। वे ह्यूमन राईट के लिए भी काम किए।