ED Raids in Chhattisgarh: ED के निशाने पर छत्तीसगढ़ के IAS: तीन महीने में चार आईएएस अधिकारियों के ठिकानों पर ईडी ने की छापेमारी, एक को जेल
ईडी ने छत्तीसगढ़ में सबसे पहले 10 अक्टूबर को बड़ी कार्रवाई, जिसमें तीन आईएएस समेत कई व्यापारियों के घरों में छापा मारा। इनमें 2009 बैच के आईएएस अफसर समीर विश्नोई, 2010 बैच के आईएएस अफसर जेपी मौर्या और इसी बैच की उनकी पत्नी और रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू शामिल थीं।
ED Raids in Chhattisgarh: रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोल स्केम में ईडी की कार्रवाई तेज होती जा रही है। आईएएस अफसर से लेकर राजनेता, कारोबारियों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी चल रही है। सबसे अधिक आश्चर्य यह है कि छत्तीसगढ़ जैसे छोटे कैडर में अभी तक चार आईएएस ईडी के निशाने पर आ चुके हैं।
ईडी ने छत्तीसगढ़ में सबसे पहले 10 अक्टूबर को बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें तीन आईएएस समेत कई व्यापारियों के घरों में छापा पड़ा था। इनमें 2009 बैच के आईएएस अफसर समीर विश्नोई, 2010 बैच के आईएएस अफसर जेपी मौर्या और इसी बैच की उनकी पत्नी और रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू शामिल थीं। समीर विश्नोई के घर से चार किलो गोल्ड के साथ ही काफी कैश मिले थे, लिहाजा ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दो महीन से वे जेल में हैं।
आज ईडी ने फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए 2004 बैच के सिकरेट्री रैंक के आईएएस अंबलगन पी. को निशाने पर लिया। उनके भिलाई स्थित बगले पर ईडी की टीम आज तड़के साढ़े पांच बजे धमक गई। अंबलगन की पत्नी अलरमेल मंगई डी भी आईएएस हैं। वे भी 2004 बैच की आईएएस हैं। अंबलगन इस समय जल संसाधन, संस्कृति और पर्यटन विभाग के सचिव हैं। वे माईनिंग सिकरेट्री भी रह चुके हैं। ईडी की कार्रवाई को उनके माईनिंग सिकरेट्री के कार्यकाल से जोड़कर देखा जा रहा है। इन चार आईएएस अधिकारियों के अलावा आधा दर्जन से अधिक आईएएस, आईपीएस को ईडी कई दफा तलब कर पूछताछ कर चुकी है।