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कलेक्टर का आदेश: गड्ढे भरें और फोटो खींचकर भेजें, 10 अगस्त से पहले शुरू करें काम, नहीं तो...

कलेक्टर का आदेश: गड्ढे भरें और फोटो खींचकर भेजें, 10 अगस्त से पहले शुरू करें काम, नहीं तो...
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By NPG News

जांजगीर। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने शुक्रवार को जिले के निर्माण एजेंसियों की बैठक ली। इस दौरान निर्माण कार्यों की धीमी गति और लापरवाही पर जम कर कलेक्टर जमकर बरसे। उन्होंने इंजीनियरों से कहा कि सड़क में हुए गड्ढों से बरसात के मौसम में दुर्घटनाएं होती हैं। गड्ढों को भरने के लिए न तो आप लोगों के पास कोई कार्ययोजना है और न ही कोई स्टीमेट आप लोगों ने बनाया है। कलेक्टर ने सड़क निर्माण योजनाओं से जुड़ी एजेंसी पीडब्ल्यूडी, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों को चेतवानी जारी करते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में दस अगस्त तक सड़कों के गड्ढे भरने का काम शुरू हो जाना चाहिए। यही नहीं कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि वे गड्ढे भरते हुए फोटो भी खींचकर भेजें।

कलेक्टर सिन्हा आज निर्माण विभाग की बैठक ले रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिले की अधिकांश सड़कों की हालत खराब है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ गई है। आप लोगों को दिखाई क्यों नहीं दे रहा है। बरसात आ गई है। अभी गड्ढे नहीं भरेंगे तो कब भरेंगे? आपने टेंडर के लिए पहले क्यों नहीं भेजा ? यह सब आपका विभागीय काम है। कार्यों में लापरवाही दिख रही है। न बैठक ली जा रही है, न काम करा पा रहे हैं और न ही खुद काम कर रहे हैं। इस तरह बिल्कुल नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्य सरकार से लेकर उच्च अधिकारियों के भी निर्देश हैं कि सभी प्रमुख सड़कें गड्ढ़े विहीन हों। फिर भी काम नहीं कर पा रहे हैं। आप लोगों ने पहले से प्रस्ताव भी नहीं बनाया है। अब मैं कुछ नहीं जानता। 10 अगस्त से सड़कों के गड्ढे भरने का काम चालू हो जाना चाहिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी सहित निर्माण एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित थे।

RES अधिकारियों से कहा आप बैठक ही नहीं लेते

कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा आरईएस के कार्यों की समीक्षा में पाया कि अधिकांश कार्यों का समय पर मूल्यांकन, तकनीकी प्राक्कलन नहीं हो पा रहे हैं। सांसद, विधायक मद, प्राधिकरण के अलावा 15 वें वित्त, डीएमएफ के कार्य सहित समग्र शिक्षा, शिक्षा मद आदि के कार्यों में प्रगति नहीं होने पर कलेक्टर ने कार्यपालन अभियंता पर नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने जब अपने अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा कब-कब किए जाने की जानकारी मांगी तो वे ठीक से जवाब न दे सकें। कलेक्टर ने कहा जब आप लोग जिम्मेदार अधिकारी होकर स्वयं समय पर कार्यालय नहीं आएंगे और अपने अधीनस्थ अधिकारियों की मीटिंग लेकर योजनाओं, कार्यों की समीक्षा नहीं करेंगे तो कार्यों में प्रगति कहां से दिखेगी? आप लोग के पीछे सरपंच, जनप्रतिनिधि घूम रहे हैं। कोई कार्य समय पर पूरा नहीं हो रहा है। आप लोग हर 15 दिन और एक माह में बैठक लीजिए। मैं अब हर माह आप सभी की बैठक लूंगा।

Irrigation: ठेकेदारों पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे

जल संसाधन अंतर्गत कार्यों की समीक्षा करते हुए लाइनिंग, बरॉज सहित अन्य कार्यों में समय सीमा पार हो जाने के बाद भी लंबित रहने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने कार्यपालन अभियंता से कहा कि किसी कार्य को पूरा कराने की समय सीमा होती है। कई कार्यों में समय-सीमा इतनी ज्यादा है, लेकिन कार्य अधूरा ही है। कलेक्टर ने कहा कि आप सभी इंजीनियर और जानकार हैं। कार्य कब तक पूरा कराना है, यह जानते हैं। किसी भी कार्य को लेने के लिए ठेकेदार निविदा भरता है। उन्हें भी समय की जानकारी होती है। यदि किसी कार्य में अधिक समय लगने की संभावना है तो अधिक समय डालिए, लेकिन टेंडर होने के बाद कोई बहानाबाजी नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि सरकारी काम को टालने से काम नहीं चलेगा। ऐसा लगता है कि आपका ठेकेदारों पर नियंत्रण नहीं है। यदि वे कार्य नहीं कर रहे हैं तो ब्लैकलिस्ट करिये। आप स्वयं भी लापरवाही मत करिये।

जिले को अपना घर और जिले के लोगों को परिवार समझिए

कलेक्टर सिन्हा ने जहां संबंधित अधिकारियों पर सख्त रवैया अपनाते हुए कड़ी नाराजगी व्यक्त की, वहीं उन्होंने अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी और दायित्वों को भी बताया। कलेक्टर ने कहा कि आपको शासन ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है। यह कृषि प्रधान जिला है। यहां विकास की अपार संभावनाएं है। आप यहां के किसानों, गरीबों, मजदूरों और उनके परिवार, स्कूली बच्चों के लिए काम करने आए हैं। उनके चलने के लिए अच्छी सड़क, इलाज के लिए अच्छा अस्पताल भवन, पढ़ने के लिए अच्छा स्कूल भवन क्वालिटी के साथ समय पर बना देंगे तो यहां के लोग आपके कार्यों को सदैव याद करेंगे। उन्होंने कहा कि आपके बच्चों को यदि अच्छा स्कूल भवन नहीं मिलेगा। इलाज के लिए अस्पताल भवन, चलने के लिए अच्छी सड़क नहीं मिले तो कैसा लगेगा ? आप यहां है तो इस जिले को अपना मानिए। यहां के लोगों को अपने घर परिवार का सदस्य मानकर कार्य करेंगे तो कार्य में प्रगति दिखेगी ही और आपकों खुशी भी मिलेगी।

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