Chhattisgarh News: कमिश्नर डॉ अलंग ने किया कलेक्टोरेट और तहसील ऑफिस का निरीक्षण, देखिए फोटो...
रायपुर। संभागायुक्त डॉ संजय अलंग ने आज रायपुर जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक ली और तहसील-कलेक्टोरेट कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि राजस्व के विवादित और अविवादित प्रकरणों का जल्द निपटारा करें ताकि लंबित प्रकरणों की संख्या कम हो। राजस्व विभाग आम जनता से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा विभाग है। यहां सभी वर्ग के लोग अपनी दैनंदिनी समस्याओं और मुद्दों को लेकर आते हैं। जिनका उनके पूरे जीवन पर तथा भविष्य पर असर पड़ता है। उनके समस्याओं को संवेदनशीलता से सुने और जल्द सुलझाए ताकि उन्हें बार-बार कार्यालयों के चक्कर ना काटना पड़े। उन्होंने कहा कि न्यायालयीन प्रकरणों में बारंबार तिथि बढाये जाने से पक्षकार का समय और धन दोनो का अनावश्यक व्यय होता है। यथासंभव प्रयास किया जाए की आवश्यता होने पर ही पक्षकार को बुलाया जाकर प्रकरणों का त्वरित आदेश पारित करें। कोशिश करंे पेशियों की संख्या कम होे। बटांकन के लिए अभियान चलाकर निपटारा करने का प्रयास करें। सीमांकन के प्रकरण का भी समाधान करें ।
तहसील कार्यालय का किया निरीक्षण-
कमिश्नर अलंग ने रायपुर तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि हमे यह प्रयास करना है कि तहसील कार्यालय आने वाले आम नागरिकों से अधिक से अधिक शासन की सुविधाओं का लाभ मिले। राजस्व से जुड़े प्रकरण जैसे नांमाकन, सीमांकन इत्यादि का निपटारा जल्द हो। पेशियों की संख्या कम हो बार बार न आना पड़े। आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बनाने में कठिनाई ना हो। उन्होंने कहा कि पटवारी प्रतिवेदन समय में प्राप्त हो, साथ ही नोटिस की तामिली में विलंब ना हो। कमिश्नर ने नाजिर शाखा के निरीक्षण के दौरान पंजीयों के उचित ढं़ग से संधारित ना होने के कारण शाखा प्रभारी को कारण बताओ नोटिस देने का निर्देश दिया। उन्होंने डब्ल्यूबीएन शाखा के निरीक्षण के दौरान विभिन्न पंजीयों का बारीकी से निरीक्षण किया और संबंधित प्रभारी को उचित ढंग से कार्याें का क्रियान्वयन ना किए जाने पर कारण बताओं नोटिस देने का निर्देश दिया। और तत्कालीन तहसीलदार को जानकारी लेने कहा।
कलेक्टोरेट कार्यालय का भी किया निरीक्षण-
कमिश्नर डॉ अलंग ने कलेक्टोरेट कार्यालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को राजस्व न्यायालयों को कार्य के संबंध में आवश्यक निर्देश भी दिए। डॉ अलंग ने प्रतिलिपी शाखा के निरीक्षण के दौरान नकल आवेदन और आवेदकों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय अधिवक्ताओं से मिलकर समस्याओं के बारे में उनसे बात की उन्होंने बताया कि नकल प्राप्त होने में विलंब लगता हैं। डॉ अलंग ने संबंधित अधिकारियों को टाईम टेबल बनाकर आवेदकों को बुलाने का सुझाव दिया, जिससे आवेदकों को कोई समस्या ना हो। इसी प्रकार उन्होंने आवक-जावक शाखा का भी निरीक्षण किया और रिकार्ड दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने स्टॉक पंजी संधारण करने के निर्देश दिए। संभागायुक्त ने स्टॉक के वेरिफिकेशन का सुझाव भी दिया। डॉ अलंग ने रेन्ट कंट्रोल शाखा के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रकरण के पेशियों की संख्या 6 पेशी से ज्यादा ना हो। इसी प्रकार उन्होंने नजूल शाखा के निरीक्षण के दौरान कैश बुक और पंजीकरण रजिस्टर दुरूस्त रखने के निर्देश दिए।
संभागायुक्त डॉ संजय अलंग ने निरीक्षण के पश्चात राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। जहां उन्होंने तहसीलदारों से सीमांकन, अतिक्रमण, व्यवस्थापन, नक्शा का बाटांकन आदि के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। तहसील कार्यालय के डब्ल्यूबीएन में उचित ढंग से कार्य करने, पंजीयों का संधारण पश्चात आवश्यक प्रवृष्टि तथा उसका तहसीलदार द्वारा समय-समय पर समीक्षा करने के निर्देेश दिए। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों का समय बचे, बार बार सरकारी कार्यालयों का चक्कर ना लगाना पडे। परेशानियों का सामना ना करना पड़े और उन्हे अधिक से अधिक शासन की सुविधाओं का लाभ मिले। साथ ही डॉ अलंग ने राजस्व अधिकारियों को पेशियों की संख्या घटाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहां कि संभागायुक्त डॉ अलंग के दिए गए निर्देश और सुझाव के अनुसार सभी राजस्व अधिकारी काम करें। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि रायपुर में राजस्व के लंबित प्रकरणों की संख्या कम से कम हो। जिला प्रशासन द्वारा रायपुर तहसील में राजस्व शिविर का आयोजन किया था। डोर टू डोर संपर्क कर जाति, निवास प्रमाण पत्र बनाने का अभियान चलाया था। इस बैठक में एडीएम एन.आर. साहु, बी.बी पंचभाई, बी.सी साहू और गजेन्द्र ठाकुर सभी एसडीएम सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।