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Chhattisgarh IPS Transfer: SP, IG पोस्टिंग में CM ने दिया मेरिट को प्रायरिटी, कई स्तर पर पूछताछ के बाद लिस्ट फायनल, प्रमोटी को मिला मौका, संतोष का प्रमोशन

Chhattisgarh IPS Transfer: राज्य सरकार ने कल आधी रात के बाद एसपी, आईजी का ट्रासंफर आदेश जारी कर दिया। सीएम ने लिस्ट फायनल करने में मेरिट को प्रायरिटी दिया। तेज और कड़क तेवर वाले आईपीएस अमरेश मिश्रा को दी गई सबसे अहम पुलिस रेंज की जिम्मेदारी। वहीं, राजधानी रायपुर के एसपी बनाने में सरकार ने कोई पूर्वाग्रह नहीं बरता। संतोष को सौंपी रायपुर की कमान।

Chhattisgarh IPS Transfer: SP, IG पोस्टिंग में CM ने दिया मेरिट को प्रायरिटी, कई स्तर पर पूछताछ के बाद लिस्ट फायनल, प्रमोटी को मिला मौका, संतोष का प्रमोशन
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By Sanjeet Kumar

Chhattisgarh IPS Transfer: रायपुर। राज्य सरकार ने पिछले 15 दिन में आईपीएस के तीन आदेश निकाले थे। पहला आदेश अमित कुमार को खुफिया चीफ बनाने का। फिर उसके बाद राहुल भगत को सिकरेटी्र टू सीएम और इसके अगले दिन अमरेश मिश्रा को सेंट्रल डेपुटेशन से बुलाने का फैसला। सरकार के इन तीनों निर्णयों से इस संभावना को बल मिला था कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पुलिस का चेहरा बदलने जा रहे हैं। एनपीजी न्यूज ने इस पर खबर भी बनाई और ऐसा ही हआ। बताते हैं, मुख्यमंत्री खुद विभिन्न स्तरों से, विभिन्न अधिकारियों से पुलिस अधिकारियों के बारे में बारीकी से फीडबैक लेते रहे। इसके बाद उन्होंने लिस्ट को हरी झंडी दी। मोटे तौर पर इसके लिए दो मापदंड को फॉलो किया गया। एक पिछली सरकार के समय जिन अफसरों के नाम जांच में आ रहे थे, उन्हें किनारे किया गया। इसके बाद फिर मेरिट को प्राथमिकता दी गई। कामकाज, इंप्रेशन और पारफरमेंस बना मेरिट का आधार।

सरकार ने चार पुलिस रेंज के आईजी के साथ ही दो दर्जन से अधिक जिलों के पुलिस अधीक्षक बदल दिए। सबसे अहम निर्णय रहा रायपुर रेंज आईजी का। रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी है। राजधानी में अगर पोलिसिंग ठीक रहा तो इसके संदेश पूरे प्रदेश में जाते हैं। अमरेश मिश्रा ऐसे आईपीएस हैं कि उनके नाम से ही आधे माफिया, अपराधी और नशे का कारोबार करने वालों के हौसले पस्त हो जाएंगे। किसी माफिया या अपराधी को बचाने के लिए अमरेश से कोई नेता सिफारिश करने की भी नहीं सोचेगा।

वीरेंद्र सहवाग स्टाईल में पोलिसिंग

सरकार ने वीरेंद्र सहवाग स्टाईल में पोलिसिंग करने वाले जीतेंद्र शुक्ला को दुर्ग का एसपी बनाया है। पिछली सरकार में वे राजनांदगांव एसपी रहते एक गड़बड़ टाईप के टीआई का ट्रांसफर न करने पर अड़ गए थे, जिसका खामियाजा यह हुआ कि उन्हें एसपीशिप से आउट कर नक्सलियों से लड़ने कोंडागांव बटालियन भेज दिया गया। शलभ सिनहा को सरकार ने बस्तर का एसपी बनाया है। शलभ को विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने दुर्ग एसपी से हटा दिया था। शलभ की छबि अच्छे और रिजल्ट देने वाले पुलिस अधिकारी की है, इसलिए सरकार ने उन्हें बस्तर की जिम्मेदारी दी है। रायगढ़ एसपी सदानंद को जरूर डीआईजी बनने के बाद बलौदा बाजार का एसपी बनाया है। ये कुछ इसी तरह का है कि पिछली सरकार ने दीपक झा को बिलासपुर से हटाकर बलौदा बाजार का एसपी बनाया था। खैर महत्वपूर्ण यह है कि उन्हें क्रीज पर रखा गया है। हो सकता है कि आगे होने वाले ट्रांसफर में उन्हें और बढ़िया जिला मिल जाए। वैसे गिरिजाशंकर जायसवाल को मुंगेली का एसपी क्यों बनाया गया है, ये किसी को समझ में नहीं आ रहा। मुंगेली नए आईपीएस का पहला जिला होता है।

संतोष को रायपुर का एसएसपी बनाने में हिचक नहीं

पिछले करीब आठ साल से एसपी के क्रीज पर जमे संतोष सिंह को सरकार ने रायपुर की कमान सौंपी है। संतोष सिंह पिछली सरकार में भी अच्छे पोजिशन में रहे। रायगढ़, कोरबा और बिलासपुर जैसे जिले का एसपी बनाया गया। संतोष पोलिसिंग के साथ मैनेजमेंट भी माहिर समझे जाते हैं। रायपुर राजधानी होने के कारण सियासी तौर से भी संजीदा माना जाता है। रायपुर एसपी के लिए जो चीजें चाहिए, संतोष उसे फुलफील करते हैं। रायपुर के लिए पहला नाम संतोष सिंह का ही आ रहा था। अधिकांश लोगों ने संतोष के नाम का फीडबैक दिया था। सरकार ने भी पूर्वाग्रह न दिखाते हुए न्यायधानी से राजधानी का दायित्व सौंप दिया।

प्रमोटी अफसरों को भी मौका

राज्य सरकार ने मेरिट के आधार पर प्रमोटी आईपीएस अफसरों को भी अच्छे जिलों में तैनात किया है। रायपुर जैसे जिले का एसपी का दायित्व संभाल चुके आईपीएस संजीव शुक्ला को बिलासपुर पुलिस रेंज का आईजी बनाया गया है। संजीव निर्विवाद और अच्छी छबि वाले आईपीएस माने जाते हैं। खुद सीएम के गृह जिला जशपुर में शशिमोहन सिंह को एसपी नियुक्त किया गया है। शशिमोहन सिंह तेज तर्रार आईपीएस माने जाते हैं। इसी तरह रजनेश सिंह को छत्तीसगढ़ का दूसरा बड़ा जिला बिलासपुर का एसपी बनाया गया है। रजनेश को सिर्फ इस आधार पर बिलासपुर की कमान नहीं सौंपी गई कि वे पिछली सरकार में पांच साल तक प्रताड़ित रहे। रजनेश को पोलिसिंग की समझ है, वे रिजल्ट देने वाले अफसर माने जाते हैं। इसी तरह जांजगीर एसपी विजय अग्रवाल को सरगुजा जैसे सूबे के टॉप फाइव डिस्ट्रिक्ट की जिम्मेदारी दी गई है। विजय अग्रवाल के काम की सर्वत्र सराहना की जाती है। प्रमोटी से ही विवेक शुक्ला जांजगीर के एसपी बनाए गए हैं।





Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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