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CG चीफ सिकरेट्री: केरल का संयोग छत्तीसगढ़ में दोहरा सकता है, पत्नी सौंप सकती है पति को CS की कुर्सी, इन IAS दंपतियों को मिल सकता है मौका...

Chhattisgarh Chief Secretary Posting: केरल में पति-पत्नी के बीच मुख्य सचिव की कुर्सी सौंपने के सुखद संयोग की देश में बड़ी चर्चा है। छत्तीसगढ़ में भी यह संयोग दोहरा सकता है। अलबत्ता, यहां एक आईएएस पत्नी पति को सीएस की कुर्सी सौंप सकती हैं।

CG चीफ सिकरेट्री: केरल का संयोग छत्तीसगढ़ में दोहरा सकता है, पत्नी सौंप सकती है पति को CS की कुर्सी, इन IAS दंपतियों को मिल सकता है मौका...
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By Gopal Rao

Chhattisgarh Chief Secretary Posting: रायपुर। 31 अगस्त को केरल की ब्यूरोक्रेसी में एक सुखद संयोग देखने में आया। वहां आईएएस वेणुगोपाल मुख्य सचिव थे। 31 अगस्त को रिटायर हुए तो उनकी बैचमेट पत्नी शारदा मुरलीधरन सूबे की चीफ सिकरेट्री बनी। याने सीएस ने अपनी कुर्सी अपनी पत्नी को सौंपी। वेणुगोपाल और शारदा मुरलीधरन 1990 बैच के आईएएसा अधिकारी हैं। वेणुगोपाल द्वारा पत्नी को कार्यभार सौंपने वाली फोटो और वीडियो दिन भर सोशल मीडिया में वायरल हुआ। लोग इस आईएएस दंपति के बारे में जानने की कोशिश में गूगल पर सर्च करते रहे। हालांकि, केरल में ऐसा एकाधिक बार हो चुका है मगर बाकी बड़े राज्यों में इस तरह के अवसर बड़े कम ही आते हैं। छत्तीसगढ़ के संदर्भ में बात करें तो सब कुछ ठीक रहा तो केरल का संयोग सात-आठ साल बाद छत्तीसगढ़ में भी दोहरा सकता है।

चार आईएएस दंपती

छत्तीसगढ़ में इस समय चार आईएएस दंपती हैं। सबसे उपर 94 बैच के विकासशील और निधि छिब्बर। ये दोनों आईएएस अधिकारी इस समय एसीएस हैं। मगर इनके साथ सीएस का संयोग नहीं दोहरा पाने की दो वजहें हैं। पहली वजह दोनों इस समय डेपुटेशन पर हैं। विकास शील एशियाई बैंक के सीईओ हैं तो निधि भारत सरकार में पोस्टेड हैं। दूसरा, सरकार ने अगर दो-एक साल बुलाकर सीएस बना भी दिया तो पति-पत्नी वाला संयोग इनके साथ नहीं होगा क्योंकि दोनों का जन्म का साल और महीना एक है। विकासशील का जून 69 का जन्म है तो निधि भी जून 69 की। याने जून 2029 में दोनों एक ही दिन रिटायर होंगे। ऐसे में, विकासशील अगर सीएस बन भी गए तो पत्नी को कुर्सी सौंपने का संयोग नहीं मिल सकता क्योंकि दोनों एक साथ आईएएस से विदा होंगे।

मनिंदर कौर द्विवेदी अगर सीएस बनीं तो...

छत्तीसगढ़ में 94 बैच में चार आईएएस अधिकारी। ऋचा शर्मा, निधि छिब्बर, विकास शील और मनोज पिंगुआ। जाहिर है, अमिताभ जैन के रिटायर होने के बाद इन चार में से किसी एक को मुख्य सचिव बनने का मौका मिलेगा। इन चारों के साथ दिलचस्प यह है कि ये सभी 2029 में रिटायर हो जाएंगे। उनके बाद 95 बैच में डॉ0 मनिंदर कौर द्विवेदी और गौरव द्विवेदी का नंबर है। ये दोनों पति-पत्नी हैं। प्रमुख सचिव रैंक के ये दोनों आईएएस अधिकारी सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं। 94 बैच के चीफ सिकरेट्री के रिटायर होने के बाद द्विवेदी दंपती के साथ ही 97 बैच के सुबोध सिंह सीएस के प्रबल दावेदार होंगे। अगर उस समय की सरकार सीनियरिटी को वेटेज देते हुए मनिंदर कौर द्विवेदी को मुख्य सचिव बना दें और उसके बाद गौरव द्विवेदी को तो फिर छत्तीसगढ़ में पत्नी द्वारा पति को सीएस की कुर्सी सौंपने का नया संयोग बनेगा। दरअसल, मनिंदर गौरव से एक साल बड़ी हैं। मनिंदर जुलाई 2031 में रिटायर हो जाएंगे। उनके बाद जुलाई 2032 में उनके पति गौरव रिटायर होंगे। सो, पत्नी द्वारा पति को ब्यूरोक्रेसी की सबसे बड़ी कुर्सी सौंपने का वाकया संभव है।

रोहित यादव और रीतू सैन

चीफ सिकरेट्री का संयोग दोहराने का सबसे अधिक संभावना रोहित यादव और रीत सैन के साथ है। रोहित 2002 बैच के अधिकारी हैं और उनसे जस्ट नीचे 2003 बैच में रीतू हैं। उम्र में रोहित रीतू से दो साल बड़े हैं। रोहित का रिटायरमेंट जुलाई 2036 में है तो रीतू का जुलाई 2038 में। हालांकि, 2003 बैच में सिद्वार्थ कोमल परदेशी, रीना बाबा कंगाले और अविनाश चंपावत भी हैं। मगर संयोग की बात करें तो रोहित के बाद उनकी पत्नी अगर चीफ सिकरेट्री बनीं तो केरल टाईप रोहित अपनी पत्नी को कुर्सी सौंप सकते हैं।

अंबलगन और अलरमेल मंगई

चौथी आईएएस जोड़ी है 2004 बैच की अंबलगन पी और अलरमेल मंगई डी की। ये दोनों इस समय सिकरेट्री हैं। अंबलगन अप्रैल 2039 में रिटायर होंगे और उनकी पत्नी अलरमेल मार्च 2040 में। हालांकि, 2004 और 2005 बैच में कई दिग्गज आईएएस हैं। मगर संयोग की बात करें तो अंबलगन के एक साल बाद अलरमेल रिटायर होंगी। ऐसे में अगर दोनों को चीफ सिकरेट्री बनने का मौका मिलेगा तो अंबलगन अपनी पत्नी को चार्ज सौंपेंगे।

सबसे बड़ी किस्मत

चीफ सिकरेट्री बनना न, बनना किस्मत पर निर्भर करता है। अगर माथे पर नहीं लिखा है तो लाख कोशिश कर लें, मौका नहीं मिलता। इस प्रदेश में अशोक विजयवर्गीय, सुनील कुजूर मुख्य सचिव रह चुके हैं और डीएस मिश्रा, एमके राउत जैसे लोग बिना सीएस बने आईएएस की नौकरी से विदा हो गए।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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